हाइलाइट्स
- प्रेमिका की हत्या के आरोप में दीपक नामक युवक गिरफ्तार, 10 साल से चल रहे रिश्ते का दर्दनाक अंत
- शीबा, जो ICICI बैंक में कार्यरत थी, लगातार शादी का दबाव बना रही थी
- आरोपी दीपक ने धर्म का हवाला देते हुए हत्या की बात कुबूल की
- पुलिस ने होटल से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
- शीबा की मां रज़िया के बयान पर FIR दर्ज, प्रेम प्रसंग से हत्या तक की कहानी का खुलासा
हत्या या प्लान्ड मर्डर? फरीदाबाद के ओयो होटल में प्रेमिका की हत्या से मचा हड़कंप
फरीदाबाद के सेक्टर-23 स्थित एक ओयो होटल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां प्रेमिका की हत्या का आरोप उसके ही बॉयफ्रेंड पर लगा है। 32 वर्षीय शीबा, जो ICICI बैंक में नौकरी करती थी, अपने 10 साल पुराने प्रेमी दीपक के साथ होटल में ठहरी थी। लेकिन वह कभी नहीं जानती थी कि उसका आखिरी दिन उसी व्यक्ति के साथ होगा जिसे वह एक दशक से चाहती थी।
10 साल का रिश्ता, लेकिन मौत का मोड़ क्यों आया?
शीबा और दीपक का रिश्ता कॉलेज समय से चला आ रहा था। दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते थे। समय के साथ शीबा ने शादी की बात छेड़नी शुरू की, लेकिन दीपक हर बार कोई न कोई बहाना बना कर टालता रहा। पुलिस के अनुसार, शीबा लगातार शादी का दबाव बना रही थी, जिससे दीपक मानसिक रूप से परेशान रहने लगा था।
धर्म बना दीवार, जिसने तोड़ डाला रिश्ता
दीपक ने पुलिस के सामने जो खुलासा किया, वह और भी अधिक चौंकाने वाला है। उसने कहा, “शीबा दूसरे धर्म की थी। मैं अपने परिवार और समाज के डर से उससे शादी नहीं कर सकता था। वह हर दिन शादी के लिए दबाव बनाती थी, इसीलिए उसे मारना पड़ा।”
इस बयान से एक बार फिर यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या आज भी धर्म के नाम पर इंसानियत से बड़ा कुछ हो सकता है? क्या एक दशक का रिश्ता केवल धर्म के कारण खत्म कर देना जायज था?
होटल की CCTV फुटेज बनी अहम गवाह
पुलिस ने होटल से CCTV फुटेज जब्त कर लिया है। उसमें साफ देखा जा सकता है कि दोनों होटल में साथ प्रवेश करते हैं, लेकिन बाहर केवल दीपक ही जाता है। स्टाफ को शक हुआ और उन्होंने जब कमरे का दरवाजा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और दरवाजा तोड़ा गया।
कमरे के अंदर शीबा मृत पाई गई। उसके गले पर दबाव के निशान मिले जिससे प्रेमिका की हत्या की पुष्टि हुई।
फरीदाबाद में बॉयफ्रेंड दीपक संग ओयो होटल में रुकी प्रेमिका शीबा की गला दबाकर हत्या कर दी गई। प्रेमी दीपक को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
10 साल से रिलेशन में थी…
शीबा ICICI बैंक में काम करती थी। वह 10 साल से दीपक संग रिश्ता निभा रही थी। अब वह शादी का दबाव बना रही थी। ऐसे में… pic.twitter.com/gwTVrgMama
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) July 28, 2025
FIR और गिरफ्तारी: शीबा की मां का बयान
शीबा की मां रज़िया ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी पिछले कुछ महीनों से बहुत तनाव में थी। वह अक्सर कहती थी कि दीपक अब शादी से कतराने लगा है। रज़िया के बयान के आधार पर पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज की और दीपक को ट्रैक कर गिरफ्तार कर लिया।
दीपक ने पहले मना किया, लेकिन जब उसे CCTV और कॉल रिकॉर्ड्स दिखाए गए, तो उसने कबूल कर लिया कि प्रेमिका की हत्या उसी ने की है।
मानसिक दबाव या सोची-समझी साजिश?
अब पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या दीपक ने यह अपराध आवेश में किया या यह एक प्लान्ड मर्डर था?
- क्या दीपक पहले से ही इस हत्या की योजना बना चुका था?
- क्या वह धर्म का सिर्फ बहाना बना रहा है?
- क्या उसने अपने किसी मित्र को विश्वास में लिया था?
इन सभी सवालों की तह तक जाने के लिए पुलिस ने दीपक का मोबाइल, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया खातों की जांच शुरू कर दी है।
समाज में उठते सवाल: क्या प्रेमिका की हत्या अब आम हो गई है?
हालिया वर्षों में प्रेमिका की हत्या जैसे मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। चाहे श्रद्धा वाकर केस हो या अब शीबा का मामला – समाज में यह सवाल उठने लगा है कि:
- क्या लंबे रिश्तों में भी विश्वास की कोई जगह नहीं रही?
- क्या आज भी धर्म प्यार के आड़े आ सकता है?
- क्या महिलाओं की स्वतंत्रता और फैसले उन्हें खतरे में डाल रहे हैं?
विशेषज्ञ मानते हैं कि रिश्तों में पारदर्शिता और संवाद की कमी के चलते इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। जब भावनाएं गुस्से और दबाव में बदल जाती हैं, तो व्यक्ति हिंसा की राह पर चल पड़ता है।
कानूनी पहलू: धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा दर्ज
फरीदाबाद पुलिस ने दीपक के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत प्रेमिका की हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। अदालत में पेशी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अब शीबा के दोस्तों और सहकर्मियों से भी पूछताछ कर रही है ताकि और जानकारी सामने आ सके।
समाज को सोचने की ज़रूरत: प्यार, धर्म और हकीकत
यह मामला सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक सामाजिक त्रासदी है। एक लड़की जो अपने प्यार के लिए 10 साल इंतजार करती रही, अंत में उसी इंसान के हाथों मारी गई जिसे उसने सबसे ज्यादा चाहा। प्रेमिका की हत्या की यह कहानी एक बार फिर हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारे समाज में रिश्तों का मतलब अब सिर्फ स्वार्थ रह गया है?