हाइलाइट्स
- मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला: बुर्कानशीं महिला के साथ दिनदहाड़े अश्लील हरकत, CCTV में कैद हुई पूरी घटना
- कांग्रेस ने घटना को लेकर भाजपा सरकार पर साधा निशाना, महिला सुरक्षा को बताया फेल
- नागफनी थाना क्षेत्र की घटना, आरोपी की पहचान के लिए CCTV फुटेज की जांच जारी
- स्थानीय लोगों में आक्रोश, आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग तेज
- सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, महिला सुरक्षा को लेकर बहस फिर तेज
उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला इस समय पूरे प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर करारा तमाचा है। मामला मुरादाबाद जिले के थाना नागफनी क्षेत्र का है, जहां दिनदहाड़े एक बुर्का पहने महिला के साथ एक मनचले ने छेड़छाड़ की। यह शर्मनाक घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिससे न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि पूरे प्रदेश में आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस का सीधा हमला: ‘महिलाएं नहीं, दरिंदे घूम रहे हैं सड़कों पर’
इस मुरादाबाद छेड़छाड़ मामले को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर घटना का वीडियो शेयर करते हुए योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने कहा—
“बुर्का पहनी एक महिला सड़क पर जा रही थी, तभी एक युवक ने पीछे से पकड़कर अश्लील हरकत की और भाग गया। प्रदेश की सड़कों पर अब महिलाएं नहीं, दरिंदगी बेखौफ घूम रही है। मुख्यमंत्री जी, कब तक ‘महिला सुरक्षा’ का झूठा दावा करते रहेंगे?”
कांग्रेस का यह बयान स्पष्ट रूप से महिला सुरक्षा पर सरकार की असफलता को उजागर करता है।
कहां और कब हुई घटना?
मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला 3 अगस्त की दोपहर का है। यह घटना मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र की ‘गोल कोठी वाली गली’ में हुई। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि महिला अकेले गली से गुजर रही थी, तभी अचानक एक युवक पीछे से आता है और महिला को अश्लील तरीके से छूता है। महिला जब प्रतिकार करती है, तो आरोपी तुरंत भाग खड़ा होता है।
CCTV फुटेज बना सबसे बड़ा सबूत
घटना के बाद से ही मुरादाबाद छेड़छाड़ मामले का सीसीटीवी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो के वायरल होते ही प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया और वीडियो के आधार पर आरोपी की पहचान की प्रक्रिया शुरू की।
नागफनी थाना प्रभारी का कहना है—
“हम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं। आरोपी की पहचान जल्द की जाएगी और उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।”
स्थानीय जनता में आक्रोश
मुरादाबाद छेड़छाड़ मामले को लेकर स्थानीय लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। घटना के विरोध में महिलाओं ने गली में प्रदर्शन किया और प्रशासन से मांग की कि आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का कहना था—
“अगर दिनदहाड़े ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो महिलाएं खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगी? हम अपने बच्चों और बहनों को कैसे बाहर भेजें?”
भाजपा सरकार पर सवालों की बौछार
राजनीतिक गलियारों में भी मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला गूंज रहा है। कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी, बसपा और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
बसपा नेता ने कहा—
“महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे। भाजपा सरकार सिर्फ कागजों में महिला सुरक्षा के दावे करती है, ज़मीनी हकीकत कुछ और है।”
वीडियो मुरादाबाद का है.. बुर्का पहनी एक महिला सड़क पर जा रही थी, तभी एक युवक ने पीछे से पकड़कर उसके साथ अश्लील हरकत की और भाग गया।
प्रदेश की सड़कों पर अब महिलाएं नहीं, दरिंदगी बेखौफ घूम रही है। दिनदहाड़े ऐसे अपराध हो रहे हैं और प्रशासन बेखबर है।
मुख्यमंत्री जी, कब तक ‘महिला… pic.twitter.com/UeRyCv0xqQ
— UP Congress (@INCUttarPradesh) August 4, 2025
क्या है मुरादाबाद पुलिस की तैयारी?
पुलिस का कहना है कि मुरादाबाद छेड़छाड़ मामले में जल्द गिरफ्तारी होगी। नगर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस को बताया—
“हमने घटनास्थल के आसपास लगे सभी कैमरों की जांच शुरू कर दी है। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
महिला सुरक्षा: वादे और हकीकत
उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार राजधानी लखनऊ से लेकर कानपुर, आगरा, मेरठ और नोएडा तक महिलाओं के खिलाफ अपराधों की खबरें आई हैं।
राज्य सरकार हर बार सख्त कार्रवाई का दावा करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर अपराधों पर लगाम नहीं लग पा रही। ऐसे में सवाल उठता है कि—
- क्या पुलिस की गश्त पर्याप्त है?
- क्या सीसीटीवी की संख्या और कवरेज बढ़ानी चाहिए?
- क्या सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए अलग टास्क फोर्स बनानी चाहिए?
सामाजिक पहल की भी ज़रूरत
सिर्फ सरकार और पुलिस ही नहीं, समाज को भी मुरादाबाद छेड़छाड़ मामले जैसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठानी होगी। मनचलों को सामाजिक बहिष्कार और कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कब आएगा न्याय?
मुरादाबाद छेड़छाड़ मामला उत्तर प्रदेश में महिलाओं की असुरक्षा की एक और डरावनी मिसाल है। यह घटना न केवल प्रशासनिक विफलता का परिचायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महिला सुरक्षा केवल भाषणों और घोषणाओं तक सीमित रह गई है। जब तक दोषियों को जल्द और सख्त सज़ा नहीं दी जाएगी, तब तक ऐसे मामले सामने आते रहेंगे।