हाइलाइट्स
- मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड में तीन युवतियों को बंधक बनाकर दुष्कर्म और वेश्यावृत्ति में धकेलने की साजिश का पर्दाफाश
- ऑपरेशन लंगड़ा के तहत मुठभेड़ में दो आरोपी गिरफ्तार, पैरों में लगी गोली
- पीड़िताओं में एक नाबालिग समेत बिहार और उत्तर प्रदेश की तीन लड़कियां शामिल
- मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि, बाल कल्याण समिति ने दर्ज कराया मुकदमा
- पुलिस की जांच में महिलाओं की संलिप्तता भी आई सामने, जल्द होंगे और खुलासे
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड: कैसे सामने आया मामला?
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र से सामने आया मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड समाज को झकझोर देने वाला है। यहां एक नाबालिग समेत तीन युवतियों को बेरहमी से बंधक बनाकर महीनों तक दुष्कर्म किया गया और उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेलने की योजना बनाई गई। यह घटना तब उजागर हुई जब पुलिस ने ऑपरेशन लंगड़ा चलाकर कार्रवाई की और पीड़िताओं को मुक्त कराया।
बाल कल्याण समिति ने जब तीनों पीड़िताओं से बातचीत की तो उन्होंने आपबीती सुनाते हुए बताया कि उन्हें रेड लाइट एरिया में बेचने की तैयारी की जा रही थी। इसमें न केवल पुरुष बल्कि कुछ महिलाओं की संलिप्तता भी सामने आई है।
पीड़िताओं की आपबीती
महीनों तक रहा बंधक जीवन
पीड़िताओं में से एक बिहार की और दो उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। तीनों लड़कियों ने बताया कि उन्हें झांसा देकर घर से बाहर लाया गया और फिर एक सुनियोजित तरीके से बंधक बना लिया गया।
दुष्कर्म और अमानवीय यातनाएँ
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड की सबसे दर्दनाक बात यह है कि पीड़िताओं के साथ न सिर्फ बार-बार दुष्कर्म किया गया बल्कि उन्हें रोजाना मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना भी सहनी पड़ी।
वेश्यावृत्ति में धकेलने की कोशिश
पीड़िताओं ने खुलासा किया कि उन्हें रेड लाइट एरिया में बेचने की साजिश की गई थी। यह सुनकर समिति और पुलिस दोनों ही सकते में आ गए।
मेडिकल जांच और पुलिस कार्रवाई
मेडिकल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़िताओं का तुरंत मेडिकल परीक्षण कराया गया। मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
मुकदमा दर्ज
बाल कल्याण समिति की शिकायत पर एक महिला सहित चार लोगों के खिलाफ मझोला थाने में गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ।
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड: मुठभेड़ में दो आरोपी गिरफ्तार
ऑपरेशन लंगड़ा की सफलता
मामले में तेजी दिखाते हुए मझोला पुलिस ने नया मुरादाबाद स्थित हर्बल पार्क के पास देर रात चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान पुलिस ने मोटरसाइकिल सवार दो संदिग्धों को रोकने का प्रयास किया।
पुलिस पर फायरिंग और जवाबी कार्रवाई
संदिग्धों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से दोनों आरोपी अविनाश और विजय घायल हो गए। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोपियों की पहचान
एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि ये वही आरोपी हैं जिन पर मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड में युवतियों को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मुकदमा दर्ज था।
महिलाओं की संलिप्तता पर बढ़ा शक
जांच में यह भी सामने आया है कि इस गंदे कारोबार में कुछ महिलाएं भी शामिल हो सकती हैं। पुलिस अब इस दिशा में गहराई से जांच कर रही है।
पुलिस और प्रशासन का रुख
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने कहा कि पीड़िताओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और मामले की जांच तेज की जा रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
समाज के लिए चेतावनी
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड समाज को यह संदेश देता है कि संगठित अपराधी गिरोह युवतियों को निशाना बनाकर उन्हें वेश्यावृत्ति जैसे काले धंधे में धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।
अभिभावकों के लिए सतर्कता जरूरी
मामले ने यह भी साबित किया है कि नाबालिगों और युवतियों को गलत संगत और झूठे वादों से बहकाया जा सकता है। ऐसे में अभिभावकों को सतर्क रहने की जरूरत है।
नाबालिगों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं है बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि आखिर क्यों नाबालिग लड़कियां असुरक्षित हैं? क्यों अपराधी गिरोह इतनी आसानी से उन्हें अपने जाल में फंसा लेते हैं?
नतीजा और आगे की कार्रवाई
मुरादाबाद पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता पर लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। लेकिन जांच अभी जारी है और माना जा रहा है कि जल्द ही और भी नाम सामने आएंगे।
मुरादाबाद बंधक दुष्कर्म कांड एक भयावह तस्वीर पेश करता है कि किस तरह संगठित अपराधी गिरोह लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने पर आमादा हैं। हालांकि, पुलिस की तेजी और ऑपरेशन लंगड़ा की सफलता ने यह उम्मीद जरूर जगाई है कि पीड़िताओं को न्याय मिलेगा और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।