हाइलाइट्स
- ईरान ने इज़राइल पर missile attack करते हुए शुरू किया सैन्य ऑपरेशन ‘True Promise 3’
- मिसाइलों की बारिश से इज़राइल की राजधानी तेल अवीव समेत कई शहरों में मची तबाही
- रॉयटर्स की रिपोर्ट: 6 मिसाइलें तेल अवीव में गिरीं, 1 महिला की मौत, 63 लोग घायल
- ईरानी मीडिया का दावा: इज़रायली रक्षा मंत्रालय को भी बनाया गया हमलों का निशाना
- हमलों के बाद पूरे इज़राइल में सायरन गूंजे, नागरिकों ने बंकरों में ली शरण
ईरान का जवाबी हमला: इज़राइल पर बरसीं मिसाइलें, ‘True Promise 3’ ने बढ़ाया तनाव
ईरान और इज़राइल के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव ने एक बार फिर खूनी मोड़ ले लिया है। शुक्रवार रात को ईरान ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के जवाब में एक और बड़ा हमला किया, जिसे उसने ‘True Promise 3’ नाम दिया। इस जवाबी कार्रवाई के तहत ईरान ने इज़राइल की ओर 150 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे इज़राइल के कई शहरों में तबाही मच गई। इस missile attack ने मध्य पूर्व में पहले से ही उबलते हालात को और जटिल बना दिया है।
तेल अवीव पर हमला, महिला की मौत, कई घायल
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, missile attack के तहत दागी गई 150 में से 6 मिसाइलें इज़राइल की राजधानी तेल अवीव में आकर गिरीं। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 63 लोग घायल हो गए। हमले के तुरंत बाद पूरे इज़राइल में सायरन बजने लगे और लोग बंकरों में भागने लगे। हमले के बाद के दृश्य बेहद भयावह थे—धुएं का गुबार, जली हुई गाड़ियाँ, और टूटे हुए मकानों की खंडहरनुमा तस्वीरें।
रामात गन सबसे अधिक प्रभावित
राजधानी के पास शहर पर तबाही
रामात गन, जो कि तेल अवीव के पास स्थित एक प्रमुख इज़राइली शहर है, इस missile attack से बुरी तरह प्रभावित हुआ। यहां की इमारतें पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गईं। एक तस्वीर में देखा गया कि एक इज़राइली पुलिस अधिकारी क्षतिग्रस्त वाहनों के पास से गुजर रहा है। बचावकर्मी मलबे के नीचे से लोगों को निकालने की कोशिश में लगे हुए थे। एक अन्य दृश्य में एक व्यक्ति अपने पालतू कुत्ते को ध्वस्त इमारत से बचाने के बाद भावुक होकर रोते हुए नजर आया।
रक्षा मंत्रालय भी आया निशाने पर
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, इस missile attack का उद्देश्य सिर्फ आम जनजीवन को निशाना बनाना नहीं था, बल्कि इज़रायली रक्षा प्रतिष्ठानों को भी ध्वस्त करना था। रिपोर्ट के मुताबिक, इज़रायली रक्षा मंत्रालय की इमारत को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, इज़राइली सरकार की ओर से इस दावे की अभी तक पुष्टि नहीं की गई है।
बंकरों में छुपे लोग, भगदड़ का माहौल
जनता में दहशत
जब मिसाइलें गिरीं, उस समय इज़राइल में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। सायरनों की आवाज़ सुनते ही लोग अपनी जान बचाने के लिए बंकरों की ओर दौड़ पड़े। तेल अवीव के एक मॉल में मौजूद लोग अचानक फर्श पर लेट गए और शेल्टर की ओर भागने लगे। इस missile attack ने आम नागरिकों के जीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है।
ऑपरेशन ‘True Promise 3’ क्या है?
ईरान द्वारा शुरू किया गया यह ऑपरेशन सीधे तौर पर इज़राइल द्वारा हाल ही में किए गए ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के जवाब में है। ‘True Promise 3’ नामक इस सैन्य अभियान का उद्देश्य स्पष्ट था — इज़राइल को कड़ा संदेश देना। इस अभियान में ईरान ने अपनी बैलिस्टिक क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए यह दिखा दिया कि वह जवाब देने में सक्षम है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की चिंता
इस missile attack के बाद विश्व समुदाय में चिंता की लहर दौड़ गई है। अमेरिका ने तुरंत एक आपातकालीन बैठक बुलाई और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने की अपील की। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों देशों से संयम बरतने और वार्ता की मेज पर आने की अपील की है।
क्या यह युद्ध की शुरुआत है?
तनाव की नई पराकाष्ठा
हालांकि यह missile attack किसी भी घोषित युद्ध की शुरुआत नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से एक पूर्ण युद्ध की भूमिका बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ऐसे हमले जारी रहे तो न केवल ईरान और इज़राइल, बल्कि पूरा मध्य पूर्व युद्ध की आग में झुलस सकता है।
इज़राइल की प्रतिक्रिया का इंतजार
इज़राइली सरकार की ओर से इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया की उम्मीद की जा रही है। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने आपातकालीन सुरक्षा बैठक बुलाई है और संकेत दिए हैं कि देश “उचित समय” पर इस हमले का जवाब देगा।
क्या कोई समाधान बचा है?
वार्ता या विनाश?
इस missile attack ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ईरान और इज़राइल के बीच तनाव अब कूटनीतिक सीमा लांघ चुका है। जहां एक ओर आम नागरिक इस टकराव का सबसे बड़ा शिकार बनते हैं, वहीं अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका अब पहले से कहीं अधिक अहम हो गई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह स्थिति वार्ता की ओर जाती है या एक और बड़े युद्ध की ओर।