नोएडा में खौफनाक वारदात: गृह क्लेश में विवाहिता जलाई गई जिंदा, FIR दर्ज—लाइव वीडियो से मचा हड़कंप

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हाइलाइट्स

  • गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाया गया, बहन ने मोबाइल से बनाया वीडियो
  • ग्रेटर नोएडा के दादरी क्षेत्र का मामला, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
  • विवाहिता निक्की की शादी वर्ष 2016 में हुई थी, परिजनों ने पति को शराबी और हिंसक बताया
  • पुलिस ने पति, सास और ससुर के खिलाफ FIR दर्ज कर विपिन को गिरफ्तार किया
  • परिवार और ग्रामीणों में आक्रोश, सख्त कार्रवाई की उठी मांग

दादरी की घटना ने झकझोर दिया समाज

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित दादरी क्षेत्र के सिरसा गांव से एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। बताया जा रहा है कि गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाया गया और यह पूरी घटना उसकी सगी बहन मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड करती रही। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हड़कंप मच गया और हर कोई इस घटना को लेकर स्तब्ध है।

विवाहिता निक्की की शादी साल 2016 में विपिन नामक युवक से हुई थी। उसी दिन उसकी बहन कंचन का विवाह विपिन के भाई से संपन्न हुआ था। शादी के बाद से ही गृह क्लेश और विवादों का दौर चलता रहा। परिजनों का कहना है कि विपिन शराब का आदी था और आए दिन निक्की के साथ मारपीट करता था।

गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाने का आरोप

घटना के दिन कथित तौर पर विवाद इतना बढ़ गया कि पति विपिन और उसकी मां ने निक्की पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। चीखते-चिल्लाते हुए निक्की अपनी जान बचाने की गुहार लगाती रही, लेकिन निर्दयता की हद पार कर दी गई। इस दौरान निक्की की बहन कंचन मौके पर मौजूद थी और उसने पूरी घटना मोबाइल पर रिकॉर्ड कर ली।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दृश्य लोगों को अंदर तक हिला देने वाला साबित हुआ। यही कारण है कि लोग इस घटना को लेकर गुस्से में हैं और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

FIR दर्ज, पति गिरफ्तार

पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए निक्की के पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सास और ससुर के खिलाफ भी नामजद FIR दर्ज की गई है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान यह भी देखा जाएगा कि निक्की की बहन ने घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग क्यों की और क्या उसने पीड़िता को बचाने की कोई कोशिश की थी या नहीं।

गृह क्लेश और महिलाओं पर अत्याचार का बढ़ता खतरा

यह कोई पहली घटना नहीं है जब गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाया गया हो। समाज में आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं जो महिला सुरक्षा और वैवाहिक जीवन की कड़वी हकीकत उजागर करते हैं। दहेज प्रथा, शराब की लत, घरेलू हिंसा और पारिवारिक दबाव जैसी वजहें अक्सर इन घटनाओं की जड़ होती हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि समाज में महिला को बराबरी का दर्जा दिए बिना ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाना मुश्किल है। सरकार और प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चलाते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत अब भी गंभीर है।

परिवार का दर्द और गुस्सा

निक्की के मायके पक्ष का कहना है कि वे लंबे समय से उसकी जिंदगी में चल रहे उत्पीड़न से परिचित थे। उन्होंने कई बार पंचायत और रिश्तेदारों की मदद से सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते ही चले गए।

परिजनों का कहना है कि अगर प्रशासन और पुलिस ने पहले शिकायतों पर ध्यान दिया होता तो आज यह नौबत नहीं आती। उनका सीधा आरोप है कि गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाया गया और यह एक सोची-समझी साजिश है।

समाज की प्रतिक्रिया

इस घटना पर ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। लोग थाने के बाहर जमा हुए और न्याय की मांग की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है। हजारों लोगों ने इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।

महिला संगठनों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों को फांसी की सज़ा देने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समाज में ऐसे अपराधियों को कठोर दंड नहीं दिया गया, तो महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा कभी खत्म नहीं होगी।

कानून और न्याय व्यवस्था पर सवाल

भारत में घरेलू हिंसा और दहेज हत्या जैसे मामलों के लिए कठोर कानून बने हैं। फिर भी आए दिन ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि इन कानूनों का क्रियान्वयन कमजोर है।

  • दहेज अधिनियम और महिला उत्पीड़न से जुड़े कानूनों का सख्ती से पालन ज़रूरी है।
  • महिलाओं को समय रहते सुरक्षा और न्याय दिलाना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
  • ऐसे मामलों में त्वरित न्याय के लिए विशेष अदालतें और फास्ट-ट्रैक ट्रायल की ज़रूरत है।

ग्रेटर नोएडा की यह वारदात हमें याद दिलाती है कि घरेलू हिंसा और सामाजिक कुरीतियाँ आज भी हमारे समाज की बड़ी चुनौती हैं। गृह क्लेश में विवाहिता को जिंदा जलाया गया और उसकी मासूम जिंदगी कुछ ही पलों में राख में बदल गई।

यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। अगर हम समय रहते ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं दिखाएंगे तो भविष्य में न जाने कितनी और निक्कियां अपनी जान गंवाती रहेंगी।

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