हाइलाइट्स
- Manse Leader Son का वीडियो वायरल, महिला से गाली-गलौज और धमकी देते हुए दिखा
- मराठी महिला को अपशब्द कहे, धौंस दिखाई – “जानते हो मेरा बाप कौन है?”
- अधनंगे हालत में था आरोपी, शराब के नशे में बेकाबू नजर आया
- वीडियो में धार्मिक टिप्पणी और समुदाय विशेष पर उकसाने वाले शब्द
- मनसे की ‘मराठी स्वाभिमान’ की छवि पर उठे सवाल, पार्टी ने चुप्पी साधी
विवाद की शुरुआत: वायरल वीडियो ने खोले सियासी दरवाज़े
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के एक कद्दावर नेता के बेटे (Manse Leader Son) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया है। वीडियो में वह व्यक्ति अधनंगे हालत में एक मराठी भाषिक महिला के साथ गाली-गलौज करता नजर आ रहा है। शराब के नशे में चूर वह युवक न केवल महिला को अपशब्द कहता है, बल्कि बार-बार अपने पिता के राजनीतिक रसूख़ की धमकी भी देता है।
नशे में धुत।
अधनंगा।
एक मराठी भाषिक महिला के साथ गाली-गलौज करता हुआ मनसे का नेता पुत्र।
ऊपर से अपने बाप के रसूख़ की धौंस दे रहा है।
मराठी स्वाभिमान की रक्षा करने का दावा करनेवालों का असली चेहरा देखिए।
क्या इन्हीं मुसलमानों के दबाव में मनसेवाले हिंदुओं पर हमले कर रहे हैं ? pic.twitter.com/vOkXz1Ev0w— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) July 7, 2025
वीडियो में क्या-क्या दिखा?
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि Manse Leader Son गाड़ी के पास खड़ा है, अधनंगे हालत में है और पास खड़ी एक महिला को गंदी-गंदी गालियां दे रहा है। वह महिला बार-बार उसे रोकने की कोशिश कर रही है, लेकिन वह युवक और उग्र होता जा रहा है।
प्रमुख दृश्य
- “तू जानती नहीं मैं कौन हूं… मेरा बाप विधायक है…”
- “मराठी बोलने का नाटक मत कर, तेरी औकात बता दूंगा…”
- “अगर तूने पुलिस में गई तो तुझे दिखा दूंगा महाराष्ट्र कैसा होता है…”
इन शब्दों से वीडियो में Manse Leader Son का अहंकार और नशे की स्थिति साफ झलक रही है।
पीड़िता ने दर्ज कराई शिकायत, पुलिस पर भी उठे सवाल
पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने शुरुआत में कार्रवाई में ढिलाई बरती। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस पर मनसे नेताओं का दबाव था और इसीलिए आरोपी को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया।
एफआईआर की मुख्य धाराएं:
- धारा 354 (महिला की गरिमा का अपमान)
- धारा 294 (सार्वजनिक स्थल पर अश्लीलता)
- धारा 506 (आपराधिक धमकी)
- धारा 509 (महिला की गरिमा का हनन)
राजनीतिक प्रतिक्रिया: मनसे ने साधी चुप्पी
जब वीडियो वायरल हुआ और जनता ने नाराजगी जाहिर की, तब सबकी निगाहें मनसे के शीर्ष नेतृत्व पर गईं। लेकिन मनसे की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। जबकि यह वही पार्टी है जो ‘मराठी स्वाभिमान’ के नाम पर अक्सर गैर-मराठी लोगों को निशाना बनाती रही है।
जनता का गुस्सा:
एक स्थानीय नागरिक ने कहा –
“अगर यही हरकत किसी उत्तर भारतीय ने की होती तो मनसे वाले सड़क पर आ जाते, लेकिन अब चुप क्यों हैं?”
धार्मिक उकसावे का एंगल: मुसलमानों को लेकर भड़काऊ बातें
वीडियो में एक और चिंता की बात सामने आई है। आरोपी Manse Leader Son कुछ धार्मिक टिप्पणियां करते हुए दिखाई देता है, जिससे धार्मिक तनाव फैलने की संभावना थी। उसने यह भी कहा –
“क्या इन मुसलमानों के दबाव में अब हम हिंदुओं पर ही हमला करेंगे?”
यह बयान सोशल मीडिया पर बेहद वायरल हो रहा है और कई संगठनों ने इसे “सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाला” बताया है।
समाज का सवाल: क्या रसूख़ कानून से ऊपर है?
यह घटना सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी या एक व्यक्ति की नहीं है। यह महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा और सत्ता में बैठे लोगों के ‘बेटों’ की मानसिकता पर सवाल उठाती है।
मुख्य चिंताएं:
- क्या रसूख़दार परिवारों के बच्चों के लिए कानून अलग हैं?
- जब ‘मराठी स्वाभिमान’ की बात हो तो महिलाओं के सम्मान की बात क्यों नहीं?
- क्या राजनीतिक पार्टियों की चुप्पी अपराध को संरक्षण नहीं देती?
सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया: जनता ने उठाई गिरफ्तारी की मांग
X (पूर्व में ट्विटर), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #ArrestManseLeaderSon ट्रेंड करने लगा है। हजारों लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
अब तक की कार्रवाई: आरोपी को किया गया गिरफ्तार, लेकिन जमानत तुरंत मिल गई
पुलिस ने आखिरकार दबाव में आकर आरोपी Manse Leader Son को गिरफ्तार किया, लेकिन कुछ ही घंटों में उसे ज़मानत मिल गई। यह एक बार फिर सवाल उठाता है कि क्या रसूख़, सत्ता और पहचान कानून से ऊपर हैं?
मनसे को करनी चाहिए आत्ममंथन
यह मामला न केवल एक महिला की गरिमा से जुड़ा है, बल्कि एक राजनीतिक पार्टी की विचारधारा और आचरण का आईना भी है। यदि मनसे वाकई ‘मराठी अस्मिता’ की बात करती है तो सबसे पहले उसे अपने भीतर झांकना होगा।