लूलू मॉल के अंदर छिपा था धर्मांतरण का जाल! सुपरवाइज़र फरहाज ने हिंदू युवती से किया रेप, सिगरेट से दागा और कहा – इस्लाम कबूल करो वरना नौकरी छोड़ो

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हाइलाइट्स

  • Lulu Mall rape केस में मॉल के सुपरवाइज़र पर हिंदू युवती के साथ रेप और जबरन धर्म परिवर्तन का गंभीर आरोप
  • आरोपी मो. फरहाज ने युवती को धमकाकर बनाया अश्लील वीडियो, सिगरेट से जलाने की भी पुष्टि
  • पीड़िता का बयान: “मुझे कहा गया- इस्लाम कबूल करो, वरना नौकरी से निकाल देंगे”
  • लूलू मॉल में चल रहे कथित धर्म परिवर्तन सिंडिकेट की सक्रियता पर उठे सवाल
  • पुलिस ने IPC की धाराओं में FIR दर्ज कर फरहाज को गिरफ्तार किया, जांच में जुटी ATS

क्या है Lulu Mall rape केस?

लखनऊ का प्रतिष्ठित Lulu Mall एक बार फिर विवादों की चपेट में है। इस बार मामला बेहद गंभीर है। मॉल में सुपरवाइज़र के पद पर कार्यरत मो. फरहाज पर एक हिंदू युवती ने गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती का आरोप है कि फरहाज ने उसे नौकरी के बहाने झांसे में लेकर पहले जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया, फिर उसके साथ बलात्कार किया।

यह मामला न सिर्फ एक Lulu Mall rape केस बनकर उभरा है, बल्कि मॉल में चल रहे कथित “धर्मांतरण रैकेट” की भी पोल खोलता नजर आ रहा है।

पीड़िता की आपबीती: “मजबूरन इस्लाम कबूल करने को कहा”

हिंदू युवती, जो मॉल में पिछले 8 महीनों से सेल्सगर्ल के पद पर कार्यरत थी, ने लखनऊ पुलिस को दिए बयान में कहा:

“फरहाज अक्सर धर्म को लेकर बातें करता था। एक दिन उसने कहा- अगर मॉल में टिकना है, तो इस्लाम कबूल करो। जब मैंने इनकार किया, तो वह बौखला गया। एक दिन ऑफिस की बैक रूम में मुझे अकेला पाकर जबरन संबंध बनाए। उसने वीडियो भी बनाया और सिगरेट से शरीर को दागा।”

वीडियो, धमकी और मानसिक प्रताड़ना

पीड़िता ने आरोप लगाया कि फरहाज ने रेप के दौरान कई अश्लील वीडियो बनाए, और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर चुप रहने को मजबूर किया। उसने मॉल की CCTV फुटेज को भी मिटाने की साजिश की।

इस Lulu Mall rape केस में यह तथ्य पुलिस के लिए अहम सबूत बन चुका है।

पुलिस की कार्रवाई और FIR की स्थिति

लखनऊ के हजरतगंज थाने में FIR दर्ज कर ली गई है, जिसमें IPC की निम्न धाराएं जोड़ी गई हैं:

  • धारा 376 – बलात्कार
  • धारा 295A – धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास
  • धारा 506 – धमकी देना
  • धारा 354 – महिला की गरिमा का हनन
  • IT Act – अश्लील वीडियो बनाने और प्रसारित करने से संबंधित धाराएं

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए फरहाज को गिरफ्तार कर लिया है और ATS (Anti-Terrorism Squad) को भी धर्मांतरण एंगल की जांच के लिए जोड़ा गया है।

Lulu Mall में धर्मांतरण सिंडिकेट की आशंका

यह पहला मौका नहीं है जब Lulu Mall का नाम धर्मांतरण से जुड़ा हो। पिछले वर्ष भी मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था, जिससे हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई थी।

अब जबकि Lulu Mall rape केस में धर्मांतरण की बात सामने आई है, पुलिस मॉल में चल रहे संभावित सिंडिकेट की गहराई से जांच कर रही है।

हिंदू संगठनों का आक्रोश और बयानबाजी

Lulu Mall rape मामले को लेकर विहिप, बजरंग दल जैसे संगठनों ने तीव्र प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है:

“यह केवल रेप नहीं है, यह सांस्कृतिक युद्ध है। मॉल को धर्मांतरण का अड्डा बनाया जा रहा है।”

विहिप प्रवक्ता ने कहा कि Lulu Mall जैसे स्थलों को विदेशी कंपनियां नियंत्रित कर रही हैं, जिनका मकसद सिर्फ कारोबार नहीं, बल्कि हिंदू लड़कियों को फंसाकर इस्लाम में परिवर्तित करना भी है।

Lulu Mall प्रबंधन की प्रतिक्रिया

मामला गंभीर होता देख Lulu Mall प्रबंधन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है:

“हम महिला सुरक्षा के प्रति पूर्णत: प्रतिबद्ध हैं। आरोपी फरहाज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। हम पुलिस को जांच में हर संभव सहयोग दे रहे हैं।”

हालांकि प्रबंधन पर यह सवाल उठ रहा है कि इतने समय तक घटना को छिपाकर क्यों रखा गया।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विपक्ष की चुप्पी

BJP के प्रदेश प्रवक्ता ने इस Lulu Mall rape केस को लेकर योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की सराहना की। वहीं, विपक्षी दलों — सपा, कांग्रेस — की ओर से अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।

महिला आयोग की अध्यक्ष ने स्वयं लखनऊ पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और कहा:

“किसी भी मॉल में महिलाओं के साथ इस प्रकार का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

पीड़िता की मांग: “मुझे न्याय चाहिए, और मेरी पहचान उजागर न की जाए”

लखनऊ की इस युवती ने पूरे मामले को निर्भया केस जैसा बताया। वह कहती है:

“मैं बस न्याय चाहती हूं। फरहाज जैसे लोगों को सजा मिले, ताकि कोई और लड़की शिकार न बने।”

Lulu Mall rape केस से उठे कई सवाल

Lulu Mall rape केस ने एक बार फिर यह उजागर कर दिया है कि भारत में अभी भी महिलाएं कार्यस्थलों पर पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।

धर्म के नाम पर, नौकरी के नाम पर, और पावर के दुरुपयोग के माध्यम से महिलाओं को शोषण का शिकार बनाया जा रहा है।

सरकार और प्रशासन को न केवल आरोपी को सख्त सजा देनी चाहिए, बल्कि Lulu Mall जैसे प्रतिष्ठानों में सुरक्षा, धर्मनिरपेक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में कठोर कदम उठाने होंगे।

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