मां से नाराज़ होकर पहुंची थी स्टेशन… लेकिन जो हुआ वहां, उसने तो ज़िंदगी ही बदल दी: लुधियाना दुष्कर्म कांड की दहला देने वाली कहानी

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हाइलाइट्स

  • लुधियाना दुष्कर्म कांड में पीड़िता को रेलवे स्टेशन से अगवा कर चाकू की नोक पर किया गया गैंगरेप
  • 27 वर्षीय युवती अपनी मां से झगड़कर रेलवे स्टेशन पहुंची थी, आरोपियों ने मदद का दिया झांसा
  • दोनों आरोपियों की पहचान करण सहोता और अजय कुमार उर्फ राजा के रूप में हुई
  • पीड़िता ने किसी तरह घर पहुंचकर परिवार को दी जानकारी, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई
  • थाना डिवीजन नंबर सात पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने की तैयारी शुरू की

 लुधियाना दुष्कर्म कांड: युवती के साथ दरिंदगी की रात

पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना में लुधियाना दुष्कर्म कांड ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक 27 वर्षीय युवती जो अपनी मां से मामूली कहासुनी के बाद रेलवे स्टेशन पहुंची थी, उसे दो युवकों ने बहला-फुसलाकर एक सुनसान कमरे में ले जाकर चाकू की नोक पर सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना वीरवार की रात की है, जब पीड़िता यूपी जाने वाली ट्रेन की जानकारी लेने रेलवे स्टेशन पहुंची थी।

 रेलवे स्टेशन से शुरू हुआ लुधियाना दुष्कर्म कांड का खौफनाक सिलसिला

पीड़िता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की रहने वाली है और अपने परिवार के साथ लुधियाना में ही रहती है। घटना के दिन मां-बेटी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था, जिसके बाद वह गुस्से में रेलवे स्टेशन चली गई। वहां वह उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेन के बारे में जानकारी ले ही रही थी कि दो युवक—करण सहोता और अजय कुमार उर्फ राजा—ने खुद को मददगार बताकर उससे संपर्क किया।

उन्होंने पीड़िता को कहा कि अब कोई ट्रेन नहीं है और उसे रात में स्टेशन पर रुकने से मना करते हुए उसे घर छोड़ने का झांसा दिया। भरोसा जीतने के बाद दोनों आरोपी उसे बाइक पर बैठाकर गुरु रामदास नगर ताजपुर रोड स्थित एक सुनसान कमरे में ले गए।

 चाकू की नोक पर किया दुष्कर्म, जान से मारने की धमकी

लुधियाना दुष्कर्म कांड की भयावहता तब सामने आई जब पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी उसे कमरे में ले जाकर पहले मारपीट करने लगे और फिर चाकू दिखाकर उसकी अस्मिता को तार-तार कर दिया। दोनों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे जान से मारने की धमकी देकर भाग निकले।

 किसी तरह घर पहुंची पीड़िता, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

शुक्रवार की सुबह जब पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची, तो उसने अपनी मां को पूरी आपबीती सुनाई। परिवार ने तत्काल पुलिस को सूचित किया। थाना डिवीजन नंबर सात की पुलिस हरकत में आई और पीड़िता के बताए स्थान पर दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि लुधियाना दुष्कर्म कांड में शामिल दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। साथ ही, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण सिविल अस्पताल में कराया गया है और उसकी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है।

 आरोपी कौन हैं: जानिए करण और अजय उर्फ राजा के बारे में

  • करण सहोता: जमालपुर निवासी है और पहले भी मारपीट व शराब पीकर उपद्रव करने जैसे मामलों में पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है।
  • अजय कुमार उर्फ राजा: ताजपुर रोड का रहने वाला है, और इससे पहले भी उस पर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप लग चुके हैं।

दोनों ही आरोपी संगठित अपराध की प्रवृत्ति रखते हैं और पुलिस अब इनके अन्य अपराधों की भी जांच कर रही है।

 पुलिस और प्रशासन पर उठे सवाल

लुधियाना दुष्कर्म कांड ने न केवल महिलाओं की सुरक्षा बल्कि रेलवे स्टेशन जैसी सार्वजनिक जगहों पर भी सुरक्षा उपायों की पोल खोल दी है। सवाल उठता है कि रेलवे स्टेशन पर महिला को बहलाकर ले जाने वाला कोई भी संदिग्ध CCTV की नजरों से क्यों नहीं बच पाया? वहां पुलिस की गश्त क्यों नहीं थी? रात में अकेली महिला को सुरक्षित सहायता क्यों नहीं मिल सकी?

 महिला आयोग और प्रशासन की प्रतिक्रिया

पंजाब राज्य महिला आयोग ने इस गंभीर मामले का संज्ञान लिया है और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने कहा, “लुधियाना दुष्कर्म कांड बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। ऐसे मामलों में हमें तेजी से न्याय प्रक्रिया सुनिश्चित करनी होगी।”

 क्या कहता है कानून?

भारतीय दंड संहिता की धारा 376D (सामूहिक बलात्कार) के तहत आरोपियों को आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा, धारा 506 (धमकी देना) और 342 (अवैध रूप से बंधक बनाना) के अंतर्गत भी मामले दर्ज किए गए हैं।

 समाज में जागरूकता की आवश्यकता

लुधियाना दुष्कर्म कांड जैसे मामले यह स्पष्ट करते हैं कि आज भी महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षित महसूस नहीं होता। ऐसे में आवश्यकता है कि—

  • महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाए
  • रेलवे स्टेशन, बस अड्डों जैसे स्थलों पर CCTV और महिला हेल्प डेस्क को मजबूत किया जाए
  • रात्रिकालीन पुलिस गश्त बढ़ाई जाए
  • समाज को संवेदनशील और जागरूक बनाया जाए

लुधियाना दुष्कर्म कांड न केवल एक व्यक्ति विशेष की त्रासदी है, बल्कि यह पूरे समाज और सिस्टम के लिए एक चेतावनी है। जब तक हम सुरक्षा व्यवस्था, न्याय प्रणाली और सामाजिक जागरूकता को गंभीरता से नहीं लेंगे, तब तक ऐसे दर्दनाक हादसे दोहराए जाते रहेंगे। समय आ गया है कि हम मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं

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