हिंदू बनकर फंसाया, धर्म बदलवाकर सऊदी में बेचने की साजिश, विरोध किया तो हुआ गैंगरेप — छांगुर बाबा के जाल में फंसी एक युवती की दहलाने वाली आपबीती

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हाइलाइट्स

  • Love Trap के जरिए लड़कियों को जाल में फंसा कर सऊदी अरब तक भेजा जाता था।
  • छांगुर बाबा गिरोह ने हजारों हिंदू लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए किया मजबूर।
  • फर्जी नामों, आधार कार्ड और पासपोर्ट के सहारे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैकेट का संचालन।
  • पीड़िता रश्मि ने बताया कैसे उसे प्यार, शादी और नौकरी के नाम पर फंसाया गया।
  • गैंग रेप, ब्लैकमेलिंग और बंधक बनाकर रखने जैसे कई खौफनाक अत्याचारों का हुआ खुलासा।

साजिश जो “Love Trap” से शुरू होती है

उत्तर प्रदेश का एक नाम अब हर दिन नई परतें खोल रहा है — छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन। जिस गिरोह का मुखिया खुद को बाबा कहलाता था, वह दरअसल “Love Trap” के जरिए हजारों हिंदू लड़कियों की जिंदगी को बर्बाद करने वाला एक संगठित अपराधी था। छांगुर गिरोह का मकसद था: हिंदू लड़कियों को प्यार में फंसाकर, धर्म परिवर्तन कराना और फिर उनका शोषण।

छांगुर के गैंग का काम करने का तरीका एकदम शातिर था। युवतियों को सोशल मीडिया के जरिए “Love Trap” में फंसाया जाता। हिंदू नाम, धार्मिक डीपी और नकली पहचान के जरिए उनके भरोसे को जीता जाता। इसके बाद धीरे-धीरे शादी, विदेश यात्रा और करियर के सपने दिखाकर उन्हें सऊदी अरब भेज दिया जाता।

“राजू राठौड़” नहीं, वो वसीम था: एक लड़की की दर्दनाक दास्तान

2019 के आखिरी दिनों में कर्नाटक की रहने वाली रश्मि नाम की लड़की के जीवन में “राजू राठौड़” नाम का एक इंस्टाग्राम ID आया। पहली नजर में सब कुछ ठीक लगा। डीपी पर भगवान की तस्वीरें, बातों में संस्कृति और पहचान एक “हिंदू राजपूत” की। लेकिन असलियत बहुत ही खौफनाक थी।

कुछ महीनों में बातचीत इतनी बढ़ी कि रश्मि को शादी का प्रस्ताव दिया गया। और फिर उसके नाम पर फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट तैयार हुआ। “Love Trap” अब तेजी से अपने अंजाम की ओर बढ़ रहा था।

कैसे फंसी रश्मि “Love Trap” में

  • सोशल मीडिया पर फर्जी ID के जरिए संपर्क
  • फर्जी पारिवारिक रिश्ते (राजू की “भाभी”)
  • भावनात्मक शोषण और अकेलेपन का फायदा
  • शादी और विदेश में नौकरी का सपना
  • फर्जी दस्तावेजों से यात्रा की योजना

“पैकेज पहुंच चुका है” – इंसान नहीं, व्यापार था

जब रश्मि पहली बार सऊदी पहुंची, तब उसे महसूस हुआ कि उसके साथ क्या हो चुका है। फ्लैट में आते ही वसीम (जो खुद को राजू बताता था) ने फोन पर कहा – “पैकेज पहुंच चुका है”। यहीं से साफ हो गया कि रश्मि एक इंसान नहीं, सौदे का हिस्सा थी। बाद में उसे पता चला कि उसके साथ कई और लड़कियों को इसी तरह “Love Trap” में फंसाकर सऊदी भेजा गया है।

धर्म परिवर्तन और गैंग रेप का सिलसिला

रश्मि को वहां जबरन इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया गया। विरोध करने पर वसीम और उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट और बलात्कार किया। तीन दिन तक उसे बंधक बनाकर रखा गया। उसका मोबाइल छीन लिया गया। फ्लैट पर ताला लगा रहता था।

फिर आया छांगुर का साथी – बदर अख्तर सिद्दीकी, जिसने रश्मि को “रूहानी इलाज” और “असल धर्म” की घुट्टी पिलानी शुरू की। लेकिन जब उसने सवाल उठाए तो उसे धमकियां मिलने लगीं।

“Love Trap” का इंटरनेशनल नेटवर्क

  • भारत से लड़कियों को बहलाकर भेजना
  • सऊदी में संपर्कों के ज़रिए स्वागत और निगरानी
  • धर्मांतरण के लिए दबाव, ब्लैकमेलिंग
  • लाखों की रकम में खरीद-फरोख्त
  • वीडियो बनाकर धमकियां देना

छांगुर बाबा का ‘बाजार’

छांगुर के नेटवर्क में लड़कियों की कीमत उनकी जाति, धर्म और रंग से तय होती थी। वसीम ने रश्मि को सऊदी तक पहुंचाने के लिए 15 लाख रुपये लिए थे। जबरन बनाए गए वीडियो का डर दिखाकर लगातार ब्लैकमेल किया जाता था।

जब रश्मि वापस भारत लौटी, तब भी चैन नहीं मिला। सहारनपुर के एक घर में उसे बंधक बनाकर फिर से धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया। विरोध करने पर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और फिर से गैंग रेप।

न्याय की तलाश और पुलिस की लापरवाही

कई बार पुलिस से संपर्क किया गया, लेकिन हर बार वही नतीजा – शिकायत दर्ज करने के बजाय उसे उसी घर वापस भेज दिया गया जहां उसे प्रताड़ित किया गया था। कारण – छांगुर के नेटवर्क की गहरी पैठ। पुलिस, प्रशासन और स्थानीय नेताओं तक उसका असर था।

शुद्धिकरण और अब भी जारी डर

3 जून 2024 को विश्व हिंदू रक्षा परिषद की मदद से रश्मि का शुद्धिकरण लखनऊ के गोमतीनगर में हुआ। उसके साथ 15 और परिवार थे, जो इसी “Love Trap” गैंग का शिकार बने थे। छांगुर बाबा की गिरफ्तारी जुलाई 2024 में हुई, लेकिन उसके गुर्गे अब भी आज़ाद घूम रहे हैं।

आज की हालत: डर के साए में ज़िंदगी

रश्मि को सहारनपुर में जो कमरा मिला है, उसमें न रसोई है, न टॉयलेट। वहां बिजली तक काट दी गई है। रेपिस्ट अक्सर सामने आ जाते हैं। वीडियो वायरल करने की धमकियां अब भी जारी हैं।

Love Trap से कैसे बचाएं बेटियों को?

“Love Trap” सिर्फ एक अपराध नहीं, एक सोची-समझी रणनीति है — धार्मिक घृणा, महिलाओं के शोषण और राष्ट्र-विरोधी एजेंडे का जहरीला संगम।

  • सोशल मीडिया पर सतर्क रहें
  • अजनबी रिश्तों को गहराई से जांचें
  • अकेली लड़कियों को काउंसलिंग और सहयोग देना जरूरी
  • फर्जी दस्तावेजों और पहचान की जांच होनी चाहिए
  • पुलिस और सरकार को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए

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