हाइलाइट्स
- Love Trap के ज़रिए चलाया जा रहा था वीडियो ब्लैकमेलिंग का संगठित रैकेट
- इंदौर में कई लड़कियों को फंसाने और अश्लील वीडियो बनाने की पुष्टि
- आरोपी अरबाज़ शेख की गिरफ्तारी, पुलिस कर रही है गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भड़की जनभावनाएं
- पीड़ित लड़कियों ने बताई मानसिक पीड़ा और सामाजिक बहिष्कार की दर्दनाक कहानी
Love Trap के जाल में फंसी लड़कियां: इंदौर से सामने आया सनसनीखेज मामला
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। Love Trap के नाम पर लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा कर उनके साथ अश्लील वीडियो बनाए जा रहे थे, और फिर उन वीडियो के ज़रिए ब्लैकमेलिंग व पोर्न साइट्स पर बिक्री की जा रही थी। इस रैकेट का मुख्य आरोपी अरबाज़ शेख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ Love Trap गैंग का भंडाफोड़?
इंदौर पुलिस के अनुसार, एक युवती की शिकायत पर साइबर सेल ने जांच शुरू की थी। लड़की ने आरोप लगाया था कि एक युवक ने उसे प्यार में फंसाया और फिर उसके कुछ निजी वीडियो रिकॉर्ड कर लिए। इसके बाद वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए की मांग की गई।
जांच में पता चला कि यह कोई अकेली घटना नहीं थी, बल्कि एक संगठित Love Trap रैकेट था जो कई लड़कियों को इसी तरह फंसा चुका था।
हिन्दू लड़कियां फंसाओ
उनके जिश्म को नोचो, वीडियो बनाओ
और फिर वीडियो बेच कर पैसे कमाते रहो…बस यही कर रहा था इंदौर
का इस्लामिक जिहादी शेख अरबाज़ 🖐️और ये सब यूं ही नहीं करता मस्जिद और मदरसों से मिलते हैं इसके बदले दो लाख रुपए नक़द मिलते है
खुद कबूल कर रहा है ये बात फिर भी न… pic.twitter.com/HGRF001WlF
— Deepak Sharma (@SonOfBharat7) July 8, 2025
आरोपी कौन है? क्या है उसका नेटवर्क?
मुख्य आरोपी अरबाज़ शेख, इंदौर के एक इलाके में रहने वाला है। उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स पर ‘रोमांटिक’ और ‘इंफ्लुएंसर’ इमेज बनाई गई थी। लड़कियों से नज़दीकियां बढ़ाने के बाद वह उन्हें फ्लैट या होटल में बुलाता, जहां पहले से लगे कैमरे या मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करता।
पुलिस सूत्रों की मानें तो अरबाज़ इस काम को अकेले नहीं करता था। उसके पीछे एक पूरा नेटवर्क सक्रिय है जिसमें तकनीकी लोग, सोशल मीडिया ऑपरेटर्स, और वीडियो को विदेश भेजने वाले एजेंट्स तक शामिल हैं।
अश्लील वीडियो बेचकर कमाए जा रहे थे लाखों
पुलिस की जांच में सामने आया है कि Love Trap के ज़रिए बनाए गए वीडियो डार्क वेब और विदेशी पोर्न वेबसाइट्स पर बेचे जा रहे थे। प्रति वीडियो आरोपी को 5 से 25 हजार रुपए तक मिलते थे।
कुछ सूत्रों का दावा है कि इन वीडियो को तैयार करने और भेजने के बदले आरोपी को कुछ मजहबी संगठनों से भी आर्थिक मदद मिलती थी। हालांकि, इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि पुलिस ने अब तक नहीं की है।
पीड़िताओं की चौंकाने वाली गवाही
इस केस में कई लड़कियों ने आगे आकर अपनी बात रखी। एक लड़की ने कहा:
“वो बहुत प्यार से बात करता था, मुझे इज्ज़त देता था। मैं यकीन करने लगी थी कि वो मुझसे शादी करेगा। लेकिन एक दिन उसने कहा कि अगर मैं साथ नहीं आई, तो वो मेरी तस्वीरें लीक कर देगा।”
ऐसी ही कहानियां कई पीड़िताओं ने साझा कीं, जिनसे समाज में Love Trap की भयावहता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
पुलिस की कार्रवाई तेज़, हो सकती हैं और गिरफ्तारियां
इंदौर साइबर सेल की टीम ने आरोपी अरबाज़ शेख को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड में भेजा गया। जांच अधिकारियों ने बताया कि इस Love Trap गैंग से जुड़े 4 और लोगों की पहचान कर ली गई है, जिनकी तलाश जारी है।
इसके अलावा, पुलिस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, मोबाइल लोकेशन डेटा, और होटल सीसीटीवी फुटेज की मदद से जांच को आगे बढ़ा रही है।
क्या है Love Trap अपराध में कानून का पक्ष?
भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376, 354, 506, 67 IT Act, और POCSO जैसे सख्त कानून इन मामलों में लागू किए जा सकते हैं। अगर आरोप सिद्ध होते हैं, तो आरोपी को 10 से 20 साल तक की सजा हो सकती है।
इसके अलावा, पीड़िता की पहचान उजागर करने या वीडियो वायरल करने वालों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
मनोवैज्ञानिक और सामाजिक दृष्टिकोण
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि Love Trap अपराधों का सबसे ज़्यादा असर पीड़ित की मानसिकता पर होता है। वह सामाजिक रूप से खुद को अकेला और शर्मिंदा महसूस करती हैं। कई मामलों में युवतियां आत्महत्या तक कर चुकी हैं।
समाज में लड़कियों के प्रति सहानुभूति के बजाय उन्हें ही दोषी ठहराया जाता है, जो कि बेहद खतरनाक मानसिकता है।
समाधान क्या है? क्या करें लड़कियां और परिवार?
- सोशल मीडिया पर अजनबियों से करीबी न बढ़ाएं
- प्यार में जल्दबाज़ी न करें, पहले जांचें-परखें
- प्राइवेट वीडियो या फोटो कभी शेयर न करें
- किसी भी ब्लैकमेलिंग की स्थिति में चुप न रहें, तुरंत पुलिस से संपर्क करें
- माता-पिता को बच्चों की डिजिटल गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए
ये प्यार नहीं, प्लान है!
इंदौर से सामने आया Love Trap का मामला एक गंभीर चेतावनी है। यह किसी धर्म या समुदाय का नहीं, बल्कि एक संगठित अपराध का मामला है, जिसमें मासूम युवतियों की ज़िंदगियों से खेला गया। ऐसे मामलों में सतर्कता, सशक्त कानून व्यवस्था और समाज की सकारात्मक भूमिका बेहद ज़रूरी है।