हाइलाइट्स
- 0% GST का बड़ा फायदा अब आम लोगों की जेब पर सीधे पड़ेगा।
- ताजा फल, सब्जियां, दूध, दही और पनीर अब पूरी तरह टैक्स-फ्री।
- बच्चों की किताबें, स्टेशनरी और डायपर पर भी अब नहीं देना होगा टैक्स।
- सैनिटरी नैपकिन, कुछ दवाइयों और मेडिकल उपकरणों पर भी हटाया गया GST।
- सरकार का कहना है कि इस फैसले से ग्रामीण और मध्यम वर्ग को सबसे बड़ी राहत मिलेगी।
भारत सरकार ने महंगाई के बोझ को कम करने के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाया है। 0% GST लागू करने का फैसला उन आम लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है, जो हर दिन अपने खर्चों से परेशान रहते हैं। अब कई जरूरी सामानों की लिस्ट में GST पूरी तरह हटा दिया गया है। इसका सीधा असर न सिर्फ उपभोक्ताओं पर पड़ेगा बल्कि छोटे दुकानदारों, किसानों और मध्यम वर्ग पर भी होगा।
किन सामानों पर लागू होगा 0% GST?
ताजा खाद्य सामग्री
0% GST का सबसे बड़ा फायदा ताजा खाद्य सामग्री पर दिखाई देगा। सरकार ने ताजा फल, सब्जियां, अनाज, दूध, दही और पनीर जैसे जरूरी सामानों को पूरी तरह टैक्स-फ्री कर दिया है। अब उपभोक्ताओं को इन चीजों को खरीदते समय किसी तरह का अतिरिक्त टैक्स नहीं देना होगा।
बच्चों की जरूरत की चीजें
बच्चों की परवरिश से जुड़े खर्च अक्सर घर की अर्थव्यवस्था पर भारी पड़ते हैं। सरकार ने इसे ध्यान में रखते हुए 0% GST को बच्चों की किताबों, स्टेशनरी और डायपर पर लागू किया है। इससे लाखों अभिभावकों को सीधा लाभ मिलेगा।
स्वास्थ्य से जुड़े उत्पाद
महिलाओं और मरीजों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सैनिटरी नैपकिन, कुछ दवाइयां और मेडिकल उपकरणों को भी टैक्स-फ्री कर दिया गया है। 0% GST का यह फैसला स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ा सुधार माना जा रहा है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
GST काउंसिल की हालिया बैठक में महंगाई और बढ़ते घरेलू खर्च पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि अगर रोजमर्रा की जरूरत के सामानों पर टैक्स हटाया जाए तो इसका सीधा फायदा गरीब और मध्यम वर्ग को मिलेगा। इसी आधार पर सरकार ने 0% GST लागू करने का फैसला लिया।
ग्रामीण और छोटे शहरों के लिए राहत
ग्रामीण भारत में महंगाई का असर सबसे ज्यादा होता है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों की आय सीमित होती है और टैक्स का बोझ उनकी जरूरतों को और मुश्किल बना देता है। 0% GST लागू होने से वहां के लोग अब राहत की सांस ले पाएंगे।
लोगों को कैसे मिलेगा फायदा?
खर्च में सीधी कमी
अब जब आप दूध, दही या सब्जियां खरीदेंगे तो आपको कोई अतिरिक्त टैक्स नहीं देना होगा। इसका मतलब है कि आपके महीने का खर्च सीधे तौर पर कम हो जाएगा।
छोटे दुकानदार और किसान होंगे लाभान्वित
0% GST न सिर्फ उपभोक्ताओं बल्कि किसानों और छोटे दुकानदारों के लिए भी फायदेमंद होगा। टैक्स हटने के बाद बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
महिलाओं और मरीजों के लिए खास राहत
सैनिटरी नैपकिन और दवाइयों जैसी जरूरी चीजों को टैक्स-फ्री करने से महिलाओं और मरीजों को राहत मिलेगी। इससे स्वास्थ्य और स्वच्छता के स्तर में सुधार आएगा।
क्या है आगे की योजना?
GST काउंसिल ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में और भी उत्पादों को टैक्स-फ्री किया जा सकता है। सरकार का कहना है कि उसका फोकस आम आदमी की जेब को राहत देने पर है।
विशेषज्ञों की राय
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि 0% GST से सरकार के राजस्व पर असर पड़ सकता है। लेकिन फिलहाल प्राथमिकता जनता की जेब को बचाना है। सरकार का मानना है कि टैक्स हटाने से मांग बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को अप्रत्यक्ष रूप से मजबूती मिलेगी।
0% GST लागू होने से यह साफ हो गया है कि सरकार आम लोगों की परेशानी को गंभीरता से समझ रही है। जरूरी सामानों पर टैक्स हटाकर सरकार ने न सिर्फ लोगों को राहत दी है, बल्कि अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने की कोशिश भी की है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में किन और उत्पादों को इस लिस्ट में शामिल किया जाता है।