हाइलाइट्स
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India Pakistan Ceasefire Violation के 4 घंटे के भीतर ही पाकिस्तान ने तोड़ा संघर्षविराम
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जम्मू-कश्मीर में कई सीमावर्ती इलाकों में गोलाबारी और ड्रोन हमले की घटनाएं
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DGMO स्तर की बातचीत के बाद 5 बजे लागू हुआ था युद्धविराम
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भारत ने संयम दिखाते हुए कड़ा जवाब देने की तैयारी की
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12 मई को दोनों देशों के बीच अगली कूटनीतिक बातचीत प्रस्तावित
भारत और पाकिस्तान के बीच बीते शनिवार को 86 घंटों तक चला सीमाई युद्ध आखिरकार संघर्षविराम के सहमति से समाप्त हुआ था। लेकिन India Pakistan Ceasefire Violation ने उस उम्मीद को बुरी तरह झकझोर दिया जो दोनों देशों के बीच शांति स्थापित होने की ओर इशारा कर रही थी। संघर्षविराम के मात्र चार घंटे बाद ही पाकिस्तान ने इसे तोड़ते हुए गोलाबारी शुरू कर दी।
सीजफायर समझौता: उम्मीद की किरण या दिखावटी पहल?
DGMO स्तर की बातचीत में बनी थी सहमति
शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) के बीच टेलीफोनिक बातचीत हुई। इस दौरान दोनों देशों ने सहमति दी कि युद्ध को विराम देते हुए शाम 5 बजे से सीजफायर लागू किया जाएगा। इस समझौते के तहत जल, थल और वायु क्षेत्र में सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति बनी।
5 बजे लागू हुआ था संघर्षविराम
बातचीत के कुछ ही घंटों के भीतर यह निर्णय जमीन पर लागू किया गया। लेकिन India Pakistan Ceasefire Violation के चलते यह समझौता ज़्यादा समय तक नहीं टिक सका।
पाकिस्तान ने किया युद्धविराम का उल्लंघन
रात 8:15 बजे से शुरू हुई गोलाबारी
भारत और पाकिस्तान के बीच India Pakistan Ceasefire Violation की शुरुआत शनिवार रात 8:15 बजे हुई जब जम्मू-कश्मीर के राजौरी, अखनूर, और आरएसपुरा सेक्टरों में भारी गोलाबारी हुई। इसके अलावा, बारामूला जिले में एक संदिग्ध ड्रोन द्वारा धमाका भी हुआ।
भारतीय सेना ने दी चेतावनी
भारतीय सेना ने इस उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। सूत्रों के अनुसार, सीमा सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है और हर सेक्टर में जवाबी रणनीति तैयार की गई है।
ड्रोन हमलों से बढ़ी चिंता
बारामूला में संदिग्ध ड्रोन विस्फोट
सीजफायर उल्लंघन के बीच सबसे चिंताजनक पहलू ड्रोन हमले हैं। बारामूला में एक संदिग्ध ड्रोन से विस्फोट हुआ, जिससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान पारंपरिक युद्ध के साथ-साथ तकनीकी रणनीतियों का भी सहारा ले रहा है।
भारत ने बढ़ाई निगरानी
इन गतिविधियों को देखते हुए भारतीय सुरक्षाबलों ने नाइट विज़न कैमरे, ड्रोन जैमर और सर्विलांस तकनीकों को सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय कर दिया है ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी गतिविधि का तुरंत जवाब दिया जा सके।
भारत का रुख: संयम के साथ सख्ती
विदेश सचिव विक्रम मिसरी की प्रेस वार्ता
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस वार्ता में कहा, “India Pakistan Ceasefire Violation एक गंभीर विषय है और भारत इसे नजरअंदाज नहीं कर सकता।” उन्होंने आगे कहा कि 12 मई को होने वाली अगली कूटनीतिक बैठक में यह मुद्दा प्राथमिकता के साथ उठाया जाएगा।
सेना को मिले मुंहतोड़ जवाब के आदेश
सूत्रों के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने सेना को किसी भी उकसावे का सख्त और तत्काल जवाब देने के निर्देश दिए हैं। सेना की तैयारियों को बढ़ाते हुए नियंत्रण रेखा पर अतिरिक्त सैनिक तैनात किए जा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका की निगरानी
India Pakistan Ceasefire Violation की खबर फैलते ही संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने इस स्थिति पर नजर बनाए रखने की बात कही है। हालांकि, अभी तक किसी भी देश ने पाकिस्तान की ओर से हुए उल्लंघन की खुली निंदा नहीं की है।
शांति की उम्मीद अभी बाकी?
हालांकि भारत की ओर से संयम दिखाया जा रहा है, लेकिन पाकिस्तान की बार-बार की उकसावेभरी कार्रवाई यह साबित करती है कि शांति की राह आसान नहीं है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निष्क्रियता भी इस स्थिति को और जटिल बना रही है।
आगे की राह: कूटनीति या कठोरता?
India Pakistan Ceasefire Violation ने दोनों देशों के बीच जारी तनाव को और गहरा कर दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या आने वाले दिनों में कूटनीतिक समाधान संभव होगा या स्थिति और भी भयावह रूप लेगी?
12 मई की वार्ता पर टिकी निगाहें
अब सभी की निगाहें 12 मई को होने वाली द्विपक्षीय बैठक पर टिकी हैं, जिसमें भारत पाकिस्तान से इस उल्लंघन पर जवाब मांग सकता है।
India Pakistan Ceasefire Violation न केवल एक सैन्य घटना है, बल्कि यह भारत-पाक रिश्तों में मौजूद अविश्वास की गहराई को भी उजागर करता है। जब तक पाकिस्तान अपनी नीति में पारदर्शिता और प्रतिबद्धता नहीं दिखाता, तब तक शांति केवल कागजों पर ही सीमित रह जाएगी। भारत को इस स्थिति में संयम और सख्ती दोनों के बीच संतुलन बनाकर चलना होगा।