हाइलाइट्स
- Imran Khan jail rape का दावा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
- पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ जेल में पाकिस्तानी आर्मी मेजर द्वारा यौन शोषण का आरोप।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर वायरल लेटर ने पाकिस्तान में मानवाधिकार हनन की पोल खोली।
- HIV पॉजिटिव होने की अटकलों ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
- भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर इस खबर का गहरा असर पड़ सकता है।
पाकिस्तान की सियासत एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर शर्मिंदगी का कारण बन गई है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो फिलहाल अदियाला जेल में बंद हैं, उनके साथ यौन शोषण की खबरों ने पूरे उपमहाद्वीप में हलचल मचा दी है। Imran Khan jail rape की खबर सोशल मीडिया पर जंगल में आग की तरह फैल रही है और इस पर तरह-तरह के दावे और विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं।
एक्स पर वायरल हुआ ‘खत’: क्या है दावा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक वायरल खत से इस सनसनीखेज मामले की शुरुआत हुई। इस खत में दावा किया गया है कि जेल में बंद Imran Khan के साथ एक पाकिस्तानी सेना के मेजर ने रेप किया। यह पत्र एक अनाम स्रोत से पोस्ट किया गया था, लेकिन उसे शेयर करने वालों में कई जानी-मानी अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
“पाकिस्तान की जेलों में पुरुष कैदियों के साथ यौन हिंसा कोई नई बात नहीं है। यह सत्ता का सबसे काला और हिंसक रूप है,” — एक एक्स यूज़र का पोस्ट
पाकिस्तानी सेना की भूमिका पर उठे सवाल
Imran Khan jail rape के दावे के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि क्या पाकिस्तानी सेना सच में इतनी नीचे गिर सकती है कि वह देश के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार करे? पाकिस्तानी आर्मी पहले से ही मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों में घिरी रही है, लेकिन यह मामला अभूतपूर्व है।
HIV पॉजिटिव की अफवाह और राजनीतिक आग
Imran Khan has been raped imprisoned by Pakistani army Major!
Sexual violence against men is quite common in prisoners of Pakistan ! They do it to strip the person of their pride and dignity pic.twitter.com/dJ0soW0CEr
— JIX5A (@JIX5A) May 2, 2025
इस केस को और गंभीर बना दिया है यह खबर कि इमरान खान HIV पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज हो चुकी है। मेडिकल गोपनीयता का उल्लंघन कर इस तरह की सूचनाएं फैलाना पाकिस्तान में राजनीतिक प्रतिशोध की गंदी राजनीति की ओर इशारा करता है।
मार्च में हुआ था मेडिकल चेकअप
मार्च 2025 में इमरान खान की तबीयत खराब होने के बाद एक मेडिकल टीम ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया था। यह चेकअप करीब 30 मिनट चला और इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। PTI के नेताओं का कहना है कि खान को न ही उनके परिवार से मिलने दिया जा रहा है और न ही उनके निजी डॉक्टर से।
भारत-पाक तनाव में इज़ाफ़ा
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंध पहले ही तनावपूर्ण थे। ऐसे में Imran Khan jail rape की खबरों ने दोनों देशों के बीच और भी कड़वाहट घोल दी है। भारतीय मीडिया में इस खबर को प्रमुखता दी जा रही है, और कई रक्षा विशेषज्ञ इसे पाकिस्तान की आंतरिक अराजकता का संकेत मान रहे हैं।
सोशल मीडिया की भूमिका और जिम्मेदारी
जिस तरह Imran Khan jail rape जैसे संवेदनशील मुद्दे पर सोशल मीडिया पर बगैर किसी प्रमाण के जानकारियां साझा की जा रही हैं, वह चिंताजनक है। जहां एक ओर यह प्लेटफॉर्म्स सत्ता के दमन के खिलाफ आवाज़ बनने का जरिया हैं, वहीं दूसरी ओर अफवाहों और गलत सूचना के प्रसार का सबसे बड़ा माध्यम भी बन चुके हैं।
क्या है पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया?
अब तक पाकिस्तान सरकार की ओर से Imran Khan jail rape पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। न ही सेना या जेल प्रशासन ने इन आरोपों को स्वीकार या खंडन किया है। इस चुप्पी ने संदेह को और गहरा कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी हुईं सक्रिय
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। Amnesty International और Human Rights Watch जैसे संगठनों ने पाकिस्तान सरकार से जवाबदेही की मांग की है। यदि यह आरोप सिद्ध होता है, तो यह केवल पाकिस्तान की राजनीतिक व्यवस्था पर नहीं, बल्कि पूरे न्यायिक और सैन्य तंत्र पर गहरा धब्बा होगा।
क्या है PTI का कहना?
इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इस मामले को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा:
“यह केवल इमरान खान पर हमला नहीं है, यह पाकिस्तान की लोकतंत्र पर हमला है। जो भी हुआ है, वह निंदनीय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।”
क्या यह पाकिस्तान की राजनीति का नया निम्न बिंदु है?
Imran Khan jail rape की खबरें अगर सच हैं, तो यह पाकिस्तान की राजनीति का सबसे काला अध्याय बन जाएगा। जहां एक ओर देश पहले ही आर्थिक और राजनीतिक संकटों से जूझ रहा है, वहीं इस प्रकार की घटनाएं उसकी वैश्विक छवि को और भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह मामला न सिर्फ इमरान खान की व्यक्तिगत गरिमा से जुड़ा है, बल्कि पाकिस्तान के लोकतंत्र और संस्थानों की विश्वसनीयता से भी।