हाइलाइट्स
- Hindu-Muslim Unity को तोड़ने की साजिश, बाबूगढ़ में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश
- शिवा ढाबे पर खाना खाने पहुंचे मुस्लिम युवकों से की गई अभद्रता
- अराजकतत्वों ने जानबूझकर दी गालियां, बनाया वीडियो और किया वायरल
- पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को लिया हिरासत में
- क्षेत्रीय लोगों ने की शांति बनाए रखने की अपील, प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा
बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश। हिंदू-मुस्लिम एकता (Hindu-Muslim Unity) को चोट पहुंचाने की एक और शर्मनाक कोशिश सामने आई है। थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के शिवा ढाबे पर कुछ मुस्लिम युवक जब भोजन करने पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद कुछ अराजकतत्वों ने न केवल उन्हें वेवजह अपमानित किया, बल्कि माहौल को सांप्रदायिक रंग देने की नापाक साजिश रची। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से वीडियो वायरल होने लगे, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा हो गया।
घटना का पूरा विवरण: कैसे हुआ विवाद
घटना की टाइमलाइन
शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे तीन मुस्लिम युवक—नसीम, फरहान और अली—बाबूगढ़ के शिवा ढाबे पर खाना खाने पहुंचे। ढाबे पर पहले से मौजूद कुछ लोग, जो स्थानीय बताए जा रहे हैं, ने उन्हें देखते ही गालियां देना शुरू कर दी। जब युवकों ने विरोध किया, तो विवाद और बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
अराजकतत्वों में से एक ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसमें साफ दिख रहा है कि गाली गलौच और धमकियां दी जा रही हैं। इस वीडियो के वायरल होते ही Hindu-Muslim Unity पर सवाल खड़े होने लगे, और पूरे क्षेत्र में अफवाहों का दौर शुरू हो गया।
#Hapur: @dgpup @Rajeevkrishna69
हिंदू-मुस्लिम एकता को बेखौफ अराजकतत्वों ने सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का किया प्रयास, थाना बाबूगढ़ क्षेत्र में स्थित शिवा ढाबे पर मुस्लिम समाज के तीन लोग खाना पहुंचे, वहां पर मौजूद अराजकतत्वों ने वेवजह गाली गलौच की। 1/2.👇@Uppolice @ipsnaithani pic.twitter.com/PElkV2Vcq0
— Danish Choudhary (@DanishC77021914) July 9, 2025
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
बुलंदशहर पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए तत्काल एक टीम घटनास्थल पर भेजी। थाना बाबूगढ़ पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर तीन मुख्य आरोपियों—कमल सिंह, रवि ठाकुर और गोविंद शर्मा—को हिरासत में ले लिया है। एसपी ग्रामीण विजय पाल सिंह ने बताया:
“कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं है। Hindu-Muslim Unity को बिगाड़ने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
गहरी साजिश या स्थानीय विवाद?
स्थानीय पत्रकारों की पड़ताल
स्थानीय पत्रकारों की माने तो यह कोई साधारण झगड़ा नहीं था। पिछले कुछ दिनों से बाबूगढ़ क्षेत्र में बाहर से आए कुछ नए चेहरों की गतिविधियां संदिग्ध देखी जा रही थीं। यह भी संभावना जताई जा रही है कि Hindu-Muslim Unity को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, ताकि आगामी पंचायत चुनावों में ध्रुवीकरण हो सके।
समाज का जवाब: शांति और सौहार्द
इस घटना के बाद स्थानीय हिंदू और मुस्लिम समुदाय के वरिष्ठ नागरिकों ने एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में यह तय हुआ कि वे किसी भी हालत में आपसी भाईचारे को टूटने नहीं देंगे।
मौलाना अफरोज अंसारी, स्थानीय मदरसे के प्रबंधक ने कहा:
“हमें उकसाने की कोशिश की जा रही है। Hindu-Muslim Unity हमारी सबसे बड़ी ताकत है और हम इसे टूटने नहीं देंगे।”
पंडित हरिहर मिश्रा, शिव मंदिर के पुजारी ने भी कहा:
“यह भारत है, यहां मिलजुल कर रहना हमारी परंपरा है। ऐसी घटनाओं से हम और मजबूती से एकजुट होंगे।”
प्रशासन की भूमिका: अतिरिक्त बल तैनात
घटना के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने बाबूगढ़ क्षेत्र में PAC और RAF की दो टुकड़ियां तैनात कर दी हैं। साथ ही सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को निर्देश दिया गया है कि वह अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
बुलंदशहर डीएम सुश्री रिचा वर्मा ने कहा:
“जिन लोगों ने Hindu-Muslim Unity को बिगाड़ने की कोशिश की है, उन पर NSA तक की कार्रवाई की जा सकती है।”
सवाल जो अभी भी बाकी हैं…
- क्या यह घटना एक प्रायोजित साजिश थी?
- क्या किसी राजनीतिक दल की भूमिका है?
- ढाबे के मालिक ने घटना को रोकने की कोई कोशिश क्यों नहीं की?
- प्रशासन को पहले से ऐसी गतिविधियों की जानकारी क्यों नहीं थी?
अब वक्त है जागरूक रहने का
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि Hindu-Muslim Unity को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ ताकतें लगातार सक्रिय हैं। लेकिन अब वक्त है कि समाज, प्रशासन और मीडिया—तीनों मिलकर ऐसी कोशिशों को नाकाम करें। हमें यह समझना होगा कि भारत की आत्मा उसकी विविधता में ही बसती है, और उसे तोड़ने वाले किसी भी रूप में राष्ट्रद्रोही हैं।