हाइलाइट्स
- हथिनीकुंड बैराज सुसाइड से सहारनपुर में मची सनसनी, 19 वर्षीय छात्रा ने छलांग लगाई
- प्रत्यक्षदर्शियों ने रोकने की कोशिश की, मगर युवती नहीं मानी
- मोबाइल पर झगड़े के बाद उठाया खौफनाक कदम
- पानी के तेज बहाव में लाश भी नहीं मिल पाई
- घटना ने मानसिक तनाव और अवसाद की गंभीरता पर सवाल खड़े किए
घटना का पूरा विवरण
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के हथिनीकुंड बैराज सुसाइड की घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। 19 वर्षीय शिवानी, जो बीए की छात्रा थी, ने बैराज से कूदकर अपनी जान दे दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, उसने इस खौफनाक कदम से पहले फोन पर किसी से झगड़ा किया था। जब लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की तो उसने किसी की बात नहीं मानी और अचानक सिर को दुपट्टे से ढककर छलांग लगा दी।
बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन बैराज में पानी का बहाव इतना तेज था कि उसकी लाश तक नहीं मिल सकी। हथिनीकुंड बैराज सुसाइड की यह घटना केवल एक परिवार के लिए त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक गहरा संदेश छोड़ जाती है।
छात्रा शिवानी की पृष्ठभूमि
शिवानी एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती थी और पढ़ाई में अच्छी मानी जाती थी। बीए के दूसरे साल की छात्रा होने के नाते वह अपने करियर को लेकर गंभीर थी। लेकिन उसके मन में क्या चल रहा था, किस तरह की परेशानियों ने उसे इस अंधेरे रास्ते पर धकेल दिया, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल्स और दोस्तों से पूछताछ कर मामले की तहकीकात कर रही है।
मानसिक तनाव और समाज
क्यों बढ़ रहे हैं सुसाइड के मामले?
हाल के वर्षों में युवाओं के बीच आत्महत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पढ़ाई का दबाव, रिश्तों में खटास, परिवारिक कलह और सोशल मीडिया की अपेक्षाएं युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को गहरा आघात पहुंचा रही हैं। हथिनीकुंड बैराज सुसाइड भी इन्हीं कारणों की एक कड़ी लगती है।
विशेषज्ञों की राय
मनोचिकित्सकों का कहना है कि युवा पीढ़ी छोटी-छोटी बातों में अवसाद और तनाव से घिर जाती है। सही समय पर काउंसलिंग, परिवार का सहयोग और समाज का सहारा मिल जाए तो इस तरह की घटनाओं को टाला जा सकता है।
प्रत्यक्षदर्शियों की दर्दनाक कहानी
जिन लोगों ने इस घटना को अपनी आंखों से देखा, वे अभी भी दहशत में हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि “हम सब उसे रोकने के लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन उसने किसी की एक न सुनी। पलक झपकते ही वह पानी में समा गई।”
बैराज के तेज बहाव के कारण गोताखोरों की टीम को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन शिवानी का कोई सुराग नहीं मिला। हथिनीकुंड बैराज सुसाइड ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है।
UP में सहारनपुर क़े हथिनीकुंड बैराज से दिल दहला देने वाली वीडियो आई है। 19 वर्ष की शिवानी ने बैराज से कूदकर जान दे दी।
लोग रोकते रहे.. मगर वह न मानी….
शिवानी BA की स्टूडेंट थी, सुसाइड से पहले वह किसी से फोन पर झगड़ती रही. लोग रोकते रहे.. मगर वह न मानी। जब लोगों ने उसे रोकने… pic.twitter.com/B7F9E4Kc1y
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) September 12, 2025
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
शिवानी के परिवार पर यह हादसा बिजली बनकर टूटा। माता-पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनका कहना है कि शिवानी बेहद हंसमुख और होनहार थी। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि वह ऐसा कदम उठा सकती है।
परिवार ने पुलिस प्रशासन से लापता बेटी की तलाश में हर संभव प्रयास करने की गुहार लगाई है।
समाज के लिए सीख
जीवन की कठिनाइयों से भागना नहीं, लड़ना है
हथिनीकुंड बैराज सुसाइड सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। जीवन में तनाव, अवसाद और निराशा आना स्वाभाविक है, लेकिन आत्महत्या कभी भी समाधान नहीं हो सकती।
क्या होना चाहिए समाधान?
- स्कूल और कॉलेजों में काउंसलिंग की व्यवस्था
- मानसिक स्वास्थ्य पर खुलकर बातचीत
- परिवारों में बेहतर संवाद
- समाज में जागरूकता अभियान
इन उपायों से ऐसे हादसों को कुछ हद तक रोका जा सकता है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। शिवानी का मोबाइल जब्त कर लिया गया है ताकि पता लगाया जा सके कि किससे उसकी बातचीत हुई थी और किस वजह से वह इतने तनाव में थी। गोताखोरों की टीम बैराज में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है।
सहारनपुर की यह हथिनीकुंड बैराज सुसाइड की घटना पूरे समाज को झकझोरने वाली है। 19 साल की एक छात्रा का यूं जिंदगी से हार मान लेना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए गहरी पीड़ा और सवाल छोड़ जाता है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है।