हाइलाइट्स
- हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका, इलाके में मचा हड़कंप
- पति-पत्नी के झगड़े के दौरान डेढ़ साल के मासूम की गई जान
- पड़ोसियों ने बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन नहीं बची जान
- पुलिस की जांच में सामने आ रहीं दो अलग-अलग कहानियां
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही तय होगा सच
घटना से सन्नाटे में डूबा हापुड़
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में सोमवार को एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर दिया। हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका खबर के फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी मच गई। नगर कोतवाली क्षेत्र के मजीदपुरा मोहल्ले में हुई इस वारदात में एक डेढ़ साल के मासूम अहद की मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह सब महज़ कुछ ही सेकंड में हो गया। गुस्से में तमतमाई मां ने अचानक बच्चे को गोद से उठाया और मकान की दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया।
पति-पत्नी के झगड़े से शुरू हुई त्रासदी
शादी और घरेलू माहौल
मजीदपुरा मोहल्ले के वसीम की शादी करीब पांच साल पहले बिहार की रहने वाली शबाना से हुई थी। शादी के बाद दोनों के दो बच्चे हुए। वसीम का आरोप है कि शबाना अक्सर घर में छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी।
झगड़े का दिन
सोमवार को भी किसी घरेलू मुद्दे पर दोनों के बीच बहस छिड़ गई। गुस्सा इस कदर बढ़ा कि हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका जैसी अमानवीय घटना हो गई। वसीम का कहना है कि वह समझ नहीं पाया कि उसकी पत्नी ऐसा कदम उठा लेगी।
मासूम की मौत और इलाके में मातम
बच्चे को गिरते देख पड़ोसी तुरंत दौड़े। किसी ने उसे उठाया, किसी ने डॉक्टर को बुलाने की कोशिश की। लेकिन तब तक अहद की सांसें थम चुकी थीं। पूरा मोहल्ला इस त्रासदी से सदमे में है।
पुलिस की जांच में दो कहानियां
घटना की सूचना पाकर नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीश प्रताप सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शुरुआती पूछताछ में हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका मामला सामने आया, लेकिन कुछ लोगों ने अलग बयान दिए हैं।
पहला पहलू: हत्या का आरोप
पिता वसीम और कुछ गवाहों का कहना है कि यह सीधा-सीधा हत्या का मामला है, जिसमें गुस्से में मां ने जानबूझकर बेटे को नीचे फेंका।
दूसरा पहलू: दुर्घटना की संभावना
कुछ पड़ोसियों के मुताबिक, बच्चा अपने बड़े भाई के साथ छत पर खेल रहा था और खेल-खेल में फिसलकर नीचे गिर गया। इसके बाद मां उसे लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
फिलहाल शबाना पुलिस हिरासत में है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट, गवाहों के बयान और घटनास्थल की जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
पुलिस का कहना है कि हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका आरोप की सच्चाई तभी सामने आएगी, जब सभी साक्ष्य स्पष्ट हो जाएंगे।
मनोवैज्ञानिक नजरिया: घरेलू तनाव का खतरनाक रूप
मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि घरेलू कलह और तनाव कई बार इंसान को मानसिक रूप से असंतुलित कर देते हैं। जब गुस्सा और निराशा चरम पर होती है, तो व्यक्ति बिना सोचे-समझे ऐसे कदम उठा सकता है, जिनका परिणाम अपूरणीय होता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका जैसी घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि घरेलू हिंसा और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को समय रहते सुलझाना बेहद जरूरी है।
समाज में गूंजते सवाल
इस घटना के बाद मोहल्ले के लोग और सोशल मीडिया पर सक्रिय लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं—क्या यह हत्या थी या हादसा? क्या वाकई गुस्से में मां अपने बच्चे को मार सकती है, या यह केवल एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी?
हापुड़ मां ने बेटे को छत से फेंका मामला केवल एक पारिवारिक झगड़े का नतीजा नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की उस कड़वी सच्चाई को भी उजागर करता है, जहां मानसिक स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ किया जाता है। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही सच सामने आएगा, लेकिन तब तक यह घटना सबके दिल में सवाल और दर्द छोड़ गई है।