हाइलाइट्स
- Gurukul Student Death मामले में संदिग्ध परिस्थितियों में छात्र अनुराग की मौत, जांच में जुटी पुलिस
- पिता से आखिरी फोन कॉल में अनुराग ने कहा- “पापा अकेले आना, कुछ बताना है”
- सिर पर गहरी चोट, नाक-कान से निकला खून, चटाई और CCTV DVR पुलिस ने जब्त किए
- प्राचार्य और शिक्षकों का दावा- कुछ भी असामान्य नहीं बताया छात्रों ने
- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
शाहजहांपुर के गुरुकुल में Gurukul Student Death ने मचाया हड़कंप
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर ज़िले के तिलहर क्षेत्र में स्थित गुरुकुल महाविद्यालय में कक्षा छह में पढ़ने वाले 13 वर्षीय छात्र अनुराग की रहस्यमयी मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। Gurukul Student Death की यह घटना अब महज एक हादसा नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी और गंभीर जांच का विषय बन गई है।
अनुराग की मौत की सूचना पर जब उसके माता-पिता गुरुकुल पहुंचे, तो बेटे की हालत देखकर मां सरिता और पिता बृजेश यादव फूट-फूटकर रो पड़े। रिश्तेदारों ने किसी तरह उन्हें संभाला। वहीं पुलिस ने छात्र की मौत को संदिग्ध बताते हुए जांच शुरू कर दी है।
पिता से आखिरी बार बोले थे अनुराग: “पापा अकेले आना, कुछ बताना है”
क्या यह इशारा था किसी अनहोनी का?
परिजनों का कहना है कि बीते बृहस्पतिवार को अनुराग की पिता बृजेश यादव से फोन पर आखिरी बार बात हुई थी। फोन पर अनुराग ने कहा था, “पापा अकेले आना, कुछ बताना है।” साथ ही अनुराग ने आग्रह किया था कि 18 जुलाई को मिलने आएं और रक्षाबंधन पर घर ले जाएं ताकि बहन अनन्या से राखी बंधवा सकें।
यह बातें अब उनके पिता को किसी अनहोनी की ओर इशारा करती नजर आ रही हैं। उनका कहना है कि बेटा कुछ बताना चाहता था, शायद किसी परेशानी में था। Gurukul Student Death के इस पूरे मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या था मौत का कारण? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देगी जवाब
चोट और खून का रहस्य
मंगलवार सुबह जब बाकी छात्र जगे, तो उन्होंने अनुराग को अचेत अवस्था में पाया। नाक और कान से खून निकल रहा था, और सिर पर गंभीर चोट के निशान थे। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आचार्य प्रणव ने सुबह 6 बजे माता-पिता को फोन करके बताया कि बच्चा बीमार है, लेकिन जब परिवार अस्पताल पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। Gurukul Student Death के इस मामले में डॉक्टरों का पैनल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिसकी रिपोर्ट से ही सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
कैमरे की डीवीआर जब्त, खून धोने का आरोप
सबूत मिटाने की कोशिश?
घटना स्थल से जो बातें सामने आईं, उन्होंने शक को और गहरा कर दिया है। CCTV कैमरों की डीवीआर पुलिस ने कब्जे में ले ली है। साथ ही जिस चटाई पर अनुराग सोया था, उसे भी जब्त कर लिया गया है।
परिजनों का कहना है कि जिस फर्श पर खून फैला हुआ था, उसे साफ कर दिया गया। यह एक गंभीर आरोप है और दर्शाता है कि कहीं ना कहीं सबूत मिटाने की कोशिश की गई है।
गुरुकुल प्राचार्य और शिक्षकों का पक्ष
“किसी ने कुछ गलत नहीं बताया”
गुरुकुल की प्राचार्य डॉ. धारणा का कहना है कि सुबह योग के समय छात्र प्रमुख उत्तम कुमार ने अनुराग को बेहोश पाया। उन्होंने कहा कि सोमवार शाम को छात्र हवन में गए थे लेकिन अनुराग नहीं गया था क्योंकि उसका एडमिशन नया था।
शिक्षकों ने दावा किया कि रात में अनुराग के साथ अन्य बच्चे सो रहे थे, लेकिन किसी ने भी ऐसा कुछ नहीं बताया जिससे यह लगे कि अनुराग के साथ कुछ गलत हुआ है। Gurukul Student Death पर स्कूल प्रबंधन ने जिम्मेदारी से खुद को अलग कर लिया है।
अनुराग का हालिया दाखिला और परिवार की उम्मीदें
“सब ठीक लग रहा था, इसलिए दाखिला कराया”
अनुराग के पिता बृजेश यादव, जो कन्नौज के छिबरामऊ थाना क्षेत्र के गांव रामखेड़ा के निवासी हैं, ने बताया कि बेटे का दाखिला 12 अप्रैल को ही हुआ था। परिवार को यहां सब ठीक लगा था क्योंकि गांव के अन्य तीन-चार बच्चे भी यहीं पढ़ते थे।
मां सरिता बताती हैं कि बेटा बहन अनन्या से राखी बंधवाने की बात कर रहा था और घर आने की उम्मीद में खुश था। लेकिन पांच दिन बाद बेटे की लाश देखने को मिलेगी, यह उन्होंने कभी नहीं सोचा था।
अब सवाल उठते हैं…
क्या अनुराग की मौत आत्महत्या है? या हत्या?
Gurukul Student Death में जो बातें उभरकर सामने आई हैं, वे आत्महत्या की संभावना से ज्यादा किसी साज़िश की ओर इशारा कर रही हैं।
- पिता से गुप्त बात करने की इच्छा
- सिर पर गहरी चोट
- खून का बहना
- सबूत मिटाने के आरोप
- सीसीटीवी की जांच
ये सभी संकेत एक बड़े रहस्य की ओर इशारा करते हैं, जिसे पुलिस की जांच से ही सुलझाया जा सकेगा।
पुलिस की जांच जारी, SP बोले- जल्द होगा खुलासा
न्याय की उम्मीद में बैठे हैं परिजन
एसपी राजेश द्विवेदी ने मामले को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि Gurukul Student Death की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। सीओ तिलहर ज्योति यादव के अनुसार, फील्ड यूनिट ने भी मौके पर पहुंचकर आवश्यक साक्ष्य जुटाए हैं।
परिजन अब न्याय की उम्मीद में हैं और चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए, ताकि उनके बेटे की मौत की असल वजह देश को पता चल सके।
Gurukul Student Death अब सिर्फ एक स्कूल में हुई घटना नहीं, बल्कि एक गंभीर सामाजिक और सुरक्षा से जुड़ा मामला बन चुका है। यह मामला न सिर्फ एक परिवार के दर्द की कहानी है, बल्कि ऐसे संस्थानों पर भी सवाल खड़े करता है जो बच्चों के जीवन और भविष्य के जिम्मेदार माने जाते हैं।
क्या अनुराग को न्याय मिलेगा? क्या सच्चाई सामने आएगी? या यह मामला भी किसी और “अज्ञात कारणों से मौत” की फाइल में दब जाएगा?