GB Road

GB Road Trending Video:सरकार की नींद उड़ा देगा ये सच! जीबी रोड पर नाबालिगों की ‘डिमांड’ सबसे ज्यादा… एक दिन में 20 पुरुषों के साथ!

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हाइलाइट्स:

  • GB Road पर सेक्स वर्कर्स के साथ होने वाली अमानवीय घटनाएं सरकार के महिला सशक्तिकरण के दावों पर सवाल खड़े करती हैं।
  • नाबालिग लड़कियों को जबरन ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन देकर जवान दिखाया जाता है।
  • सेक्स वर्कर्स को प्रेग्नेंट होने तक कंडोम इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं होती।
  • गंदगी और अमानवीय हालात में रहने को मजबूर महिलाएं खाना खाते समय भी अपमान झेलती हैं।
  • सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद यूजर्स सरकार और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।

GB Road: महिलाओं के शोषण का अड्डा

GB Road (गुरुद्वारा बाल्मीकि मार्ग) दिल्ली का वह इलाका है जहां महिला सशक्तिकरण के नारे धरे के धरे रह जाते हैं। यहां की सच्चाई जानकर कोई भी व्यक्ति सिहर उठेगा। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो ने GB Road के अंधेरे को फिर से उजागर कर दिया है।

नाबालिग लड़कियों के साथ अमानवीय व्यवहार

सोशल वर्कर अतुल शर्मा ने एक पॉडकास्ट में खुलासा किया कि GB Road पर नाबालिग लड़कियों को जबरन सेक्स वर्क में धकेला जाता है। उन्हें ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन देकर जल्दी युवा दिखाया जाता है, ताकि वे अधिक ग्राहक आकर्षित कर सकें।

“एक दिन में 15-20 ग्राहकों के साथ संबंध बनाने को मजबूर ये बच्चियां शारीरिक और मानसिक रूप से टूट चुकी होती हैं,” – अतुल शर्मा

कंडोम पर पाबंदी और मजबूरी

अतुल शर्मा ने बताया कि GB Road पर सेक्स वर्कर्स को कंडोम इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं होती, क्योंकि इससे मालकिनों की कमाई प्रभावित होती है। जब तक कोई महिला प्रेग्नेंट नहीं हो जाती, तब तक उसे असुरक्षित संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता है।

गंदगी और अपमान के बीच जीवन

GB Road पर काम करने वाली महिलाएं इतनी भयानक परिस्थितियों में रहती हैं कि उनके आसपास थूक, कंडोम और यहां तक कि मूत्र भी फैला होता है। खाना खाते समय भी उन्हें अपमानजनक हालात झेलने पड़ते हैं।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल

वायरल वीडियो के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने सरकार और प्रशासन से सवाल किया है:

  • क्यों अब तकGB Road जैसे इलाकों को बंद नहीं किया गया?”
  • क्या महिला सशक्तिकरण के दावे केवल दिखावे हैं?”
  • क्या नाबालिग लड़कियों को बचाने के लिए कोई ठोस कार्रवाई होगी?”

क्या कहती है सरकार?

दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार ने अब तक GB Road की स्थिति पर कोई ठोस बयान नहीं दिया है। हालांकि, एनजीओ और सामाजिक कार्यकर्ता लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं।

बदलाव की जरूरत

GB Road की सच्चाई सिर्फ एक इलाके की कहानी नहीं, बल्कि पूरे समाज के नैतिक पतन की दास्तान है। अगर सरकार वाकई महिला सशक्तिकरण की बात करती है, तो उसे ऐसे अंधेरे इलाकों को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।

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