Fake Tantrik

गर्भवती पत्नी को दर्द में देख पति ले गया ओझा के पास, आश्रम में झूठे तांत्रिक ने किया रेप और कहा– कल फिर लाना इलाज अधूरा है!

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हाइलाइट्स

  • Fake Tantrik के जाल में फंसी गर्भवती महिला, इलाज के नाम पर किया गया बलात्कार
  • डॉक्टर की दवा से आराम न मिलने पर पति ने ओझा के पास ले जाने का लिया फैसला
  • आश्रम परिसर में महिला को अकेले ले जाकर किया कुकृत्य, जान से मारने की धमकी दी
  • महिला की हालत बिगड़ने पर SKMCH अस्पताल में कराया गया भर्ती
  • पुलिस ने आरोपी Fake Tantrik को गिरफ्तार कर भेजा जेल, जांच में जुटी है पुलिस टीम

मुजफ्फरपुर, बिहार: 21वीं सदी में जहां विज्ञान और तकनीक की बात होती है, वहीं बिहार के मुजफ्फरपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक गर्भवती महिला जो पेट दर्द से तड़प रही थी, जब डॉक्टर की दवाओं से राहत नहीं मिली, तो उसका पति उसे एक Fake Tantrik के पास ले गया। यह Fake Tantrik, जो खुद को ओझा बताता था, ने आश्रम के भीतर “इलाज” के बहाने महिला से बलात्कार कर डाला।

 दर्द, भरोसा और धोखा: गर्भवती महिला की पीड़ा

गर्भवती महिला को जब सामान्य दवाइयों से राहत नहीं मिली, तो पति उसे मुजफ्फरपुर के बाहरी इलाके में स्थित एक आश्रम में एक Fake Tantrik के पास ले गया। ओझा ने पहले तो महिला के पति से कहा कि वह बाहर इंतजार करे, क्योंकि “ऊर्जा बाधाएं” पुरुषों की मौजूदगी से बिगड़ती हैं।

फिर आश्रम के एकांत कमरे में महिला को अकेले ले जाकर, उसने न केवल शारीरिक रूप से शोषण किया बल्कि उसे जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने पर मजबूर किया।

 तबीयत बिगड़ी तो पहुंचाया अस्पताल

बलात्कार के बाद महिला की तबीयत और अधिक बिगड़ गई। उसे तेज बुखार, ब्लीडिंग और कमजोरी की शिकायत होने लगी। पति ने जब घबराकर उसे श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) में भर्ती कराया, तो वहां के डॉक्टरों ने मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि की।

महिला ने साहस दिखाते हुए अस्पताल प्रशासन को पूरी घटना बताई, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

पुलिस की कार्रवाई: आरोपी Fake Tantrik गिरफ्तार

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत हरकत में आई। आश्रम में छापेमारी कर आरोपी Fake Tantrik को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 506 (धमकी देना) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस को शक है कि यह अकेला मामला नहीं है। आशंका है कि इस Fake Tantrik के जाल में कई अन्य महिलाएं भी फंसी हो सकती हैं। अब उसकी पूरी गतिविधियों की जांच की जा रही है।

 अंधविश्वास बनाम विज्ञान: समाज को जागने की ज़रूरत

आज जब विज्ञान कैंसर, हार्ट अटैक जैसे रोगों का इलाज खोज रहा है, तब भी समाज का एक बड़ा तबका ऐसे Fake Tantrik पर भरोसा करता है, जो न सिर्फ लोगों की जेब काटते हैं बल्कि महिलाओं की अस्मिता से खेलते हैं।

इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा किया है:

  • क्या हम वाकई 21वीं सदी में हैं?
  • क्या महिला की इज्जत इतनी सस्ती हो गई है कि “ओझा” के नाम पर उसे शोषण के लिए भेज दिया जाए?

 महिला आयोग और प्रशासन की प्रतिक्रिया

बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य रेखा देवी ने घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा,

“यह केवल एक महिला के साथ बलात्कार नहीं, बल्कि पूरे समाज के चेहरे पर तमाचा है। हम इस केस की निगरानी करेंगे और पीड़िता को न्याय दिलाएंगे।”

प्रशासन ने यह भी कहा है कि संबंधित आश्रम की मान्यता और गतिविधियों की भी जांच की जाएगी। यदि आश्रम अवैध पाया गया तो उसे तुरंत सील कर दिया जाएगा।

 कानून क्या कहता है?

भारतीय दंड संहिता के तहत यदि कोई व्यक्ति झूठे वादों, विश्वास या अंधविश्वास के जरिए किसी महिला का यौन शोषण करता है, तो वह गंभीर दंड का भागी होता है। Fake Tantrik जैसे मामलों में न्याय प्रक्रिया तेज करने की आवश्यकता है ताकि पीड़ितों को जल्द राहत मिल सके।

 दोहराते अपराध: यह पहली बार नहीं

बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड सहित देश के कई हिस्सों में Fake Tantrik द्वारा महिलाओं के शोषण की खबरें पहले भी आती रही हैं।
इनमें से अधिकतर मामले दर्ज नहीं हो पाते क्योंकि पीड़िता या उसका परिवार शर्म और बदनामी के डर से चुप रह जाता है।

इस बार महिला की हिम्मत और पुलिस की तत्परता से अपराधी पकड़ा गया है।

 समाज के लिए सबक

इस घटना से एक बड़ा सबक यह है कि अंधविश्वास में बहकर किसी की जिंदगी तबाह न करें। चिकित्सा विज्ञान ने बहुत तरक्की की है, इसलिए बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर और अस्पताल पर भरोसा करें, न कि किसी Fake Tantrik के झूठे दावे पर।

मुजफ्फरपुर की यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि एक सामाजिक विफलता की कहानी है। जहां एक तरफ हम ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर एक गर्भवती महिला को Fake Tantrik के हवाले कर दिया जाता है।
समाज को जागरूक होना होगा, प्रशासन को सतर्क और कानून को और अधिक कठोर।

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