हाइलाइट्स:
- Fake Paneer का बड़ा जखीरा मथुरा में पकड़ा गया, कुल तीन वाहन में भरा था ज़हरीला पनीर
- लखनऊ-आगरा हाईवे के पास कुलहर कटा पुलिया के निकट प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई
- दो पिकअप और एक DCM वाहन में भरकर आ रहा था नकली पनीर, यूपी के अलग-अलग शहरों में होनी थी सप्लाई
- मौके पर ही नकली पनीर को खेत में नष्ट किया गया, स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लेकर जांच शुरू की
- खाद्य सुरक्षा विभाग ने जताई चिंता, Fake Paneer के पीछे संगठित गिरोह की आशंका
मथुरा में नकली पनीर की बड़ी खेप बरामद, Fake Paneer का पर्दाफाश
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां खाद्य सुरक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर Fake Paneer की एक बड़ी खेप को जब्त किया है। यह कार्रवाई लखनऊ-आगरा हाईवे के समीप कुलहर कटा पुलिया के पास की गई, जहां से तीन गाड़ियों में भरा नकली पनीर बरामद किया गया।
वाहनों का विवरण: किन गाड़ियों में लाया जा रहा था Fake Paneer
पकड़े गए वाहनों की पहचान इस प्रकार हुई है:
- UP 85 ET 8223 – DCM वाहन
- UP 85 ET 4378 – पिकअप
- UP 81 ET 2903 – पिकअप
इन सभी वाहनों में भरकर लगभग एक टन से अधिक Fake Paneer लाया जा रहा था, जिसे मथुरा होते हुए अन्य शहरों में सप्लाई किया जाना था। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस नकली पनीर की सप्लाई राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में होनी थी।
Fake Paneer का निर्माण कैसे होता है? जानिए स्वास्थ्य के खतरे
केमिकल और सिंथेटिक सामग्री का प्रयोग
विशेषज्ञों के अनुसार, Fake Paneer अक्सर स्टार्च, डिटर्जेंट, सिंथेटिक दूध और थिनर जैसी खतरनाक वस्तुओं से तैयार किया जाता है। यह पनीर न तो प्रोटीन देता है, न ही पोषण, बल्कि यह गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।
स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव
- फूड प्वाइज़निंग
- आंतों में संक्रमण
- लिवर और किडनी पर असर
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए घातक
मौके पर ही नष्ट किया गया Fake Paneer
इस कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने बिना देरी किए तीनों गाड़ियों से बरामद Fake Paneer को पास के ही एक खेत में गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों में इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गहरी चिंता देखी गई।
क्या है Fake Paneer के पीछे का नेटवर्क?
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि यह कोई एक व्यक्ति का कृत्य नहीं, बल्कि एक संगठित गिरोह की साजिश हो सकती है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि नकली पनीर का यह जखीरा मथुरा से पहले किसी अवैध फैक्ट्री में तैयार किया गया और फिर वाहनों के जरिए सप्लाई किया जा रहा था।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
मथुरा के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा,
“यह पूरी तरह से जानलेवा है। Fake Paneer लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। हमने नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं और दोषियों की तलाश जारी है।”
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे दुकानों से पनीर लेते समय उसकी गुणवत्ता की जांच अवश्य करें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
कैसे पहचानें असली और Fake Paneer
घरेलू तरीके
- गर्म पानी में डालें – असली पनीर गर्म पानी में नरम होता है, जबकि Fake Paneer टूटने लगता है।
- अंगुली से दबाएं – असली पनीर में चिकनाई होती है, नकली में सख्त और रबड़ जैसा अहसास होगा।
- गंध से पहचानें – नकली पनीर से केमिकल या डिटर्जेंट जैसी गंध आ सकती है।
जनता में आक्रोश और चिंता
स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद काफी गुस्सा है। एक नागरिक ने कहा:
“हम लोग तो यही सोचते हैं कि बच्चों को पोषण दे रहे हैं, लेकिन यह तो जहर निकलता है। अब तो बाजार से भी भरोसा उठ गया है।”
आगे की कार्रवाई और सरकार से अपेक्षाएं
एफआईआर दर्ज, दोषियों की तलाश जारी
प्रशासन ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस इन वाहनों के मालिकों और पनीर के स्रोत की छानबीन कर रही है। सरकार से मांग की जा रही है कि Fake Paneer बनाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
सावधानी ही सुरक्षा है
Fake Paneer की यह घटना न केवल एक खाद्य सुरक्षा उल्लंघन है, बल्कि यह आम जनता के जीवन के साथ गंभीर खिलवाड़ है। आवश्यकता है कि लोग सतर्क रहें, गुणवत्ता परखें और किसी भी संदेहजनक वस्तु की सूचना संबंधित अधिकारियों को दें। साथ ही प्रशासन को भी ऐसे मामलों में और अधिक कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।