हाइलाइट्स
- में डूबे युवक-युवती ने अलग-अलग जगह फांसी लगाकर दी जान
- शादीशुदा युवक आकाश की पत्नी थी गर्भवती, फिलहाल मायके में थी
- युवती भारती ने आत्महत्या से पहले इंस्टाग्राम पर 3 भावुक वीडियो किए पोस्ट
- दो साल से चल रहा था प्रेम संबंध, लेकिन आकाश की शादी ने रिश्ते को दिया झटका
- सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो, पुलिस जांच में जुटी, प्रेम कहानी ने छोड़ा गहरा सवाल
फिरोज़ाबाद में नाकाम मुहब्बत बनी दो ज़िंदगियों की मौत की वजह
उत्तर प्रदेश के फिरोज़ाबाद जिले में एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। दो साल से चल रहे प्रेम संबंध के बावजूद सामाजिक बंधनों में उलझे दो प्रेमियों ने अपनी ज़िंदगी को अलविदा कह दिया। इस नाकाम मुहब्बत की त्रासदी ने न सिर्फ दो परिवारों को उजाड़ा, बल्कि समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या आज भी प्यार को स्वीकृति मिलना इतना कठिन है?
युवक ने घर में लगाया फांसी का फंदा
घटना की शुरुआत होती है फिरोज़ाबाद के रामगढ़ थाना क्षेत्र से, जहां 20 वर्षीय आकाश ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी शादी एक साल पहले ही हुई थी और उसकी पत्नी गर्भवती है। उस समय पत्नी मायके गई हुई थी। आकाश के परिजनों के अनुसार, वह पिछले कुछ दिनों से चुप-चुप सा रहता था लेकिन किसी को अंदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कदम उठा लेगा।
लड़की ने भी ली जान, इंस्टा पर शेयर किए आखिरी वीडियो
जब आकाश की आत्महत्या की खबर उसकी प्रेमिका भारती तक पहुंची, तो वह टूट गई। भारती ने सुबह करीब 5 बजे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक के बाद एक तीन इमोशनल वीडियो पोस्ट किए।
- पहले वीडियो में वह दर्दभरे गानों के साथ रोते हुए दिखाई दी।
- दूसरे में सड़क पर दौड़ती नज़र आई, जहां पीछे किसी अंत की आहट सुनाई दे रही थी।
- तीसरे वीडियो में जलती हुई चिता का दृश्य था, मानो उसने अपने अंत की घोषणा कर दी हो।
कुछ ही घंटे बाद भारती का शव उसके कमरे में पंखे से लटका मिला। पुलिस ने मौके पर मोबाइल और इंस्टाग्राम पोस्ट को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
दो साल पुरानी थी नाकाम मुहब्बत, लेकिन दिल नहीं हुए जुदा
स्थानीय लोगों के मुताबिक आकाश और भारती का प्रेम संबंध करीब दो वर्षों से चल रहा था। दोनों एक ही मोहल्ले में रहते थे और अक्सर मिलते रहते थे। परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे, जिसके चलते आकाश की शादी दूसरी जगह तय कर दी गई।
शादी के बाद भी दोनों के बीच बातचीत बंद नहीं हुई थी। नाकाम मुहब्बत के बावजूद भारती उम्मीद कर रही थी कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा। लेकिन जब उसने सुना कि आकाश ने खुदकुशी कर ली, तो वह यह सदमा सह नहीं सकी।
पुलिस जांच में सामने आए कई भावनात्मक सुराग
फिरोज़ाबाद पुलिस के अनुसार, दोनों के मोबाइल रिकॉर्ड से स्पष्ट है कि उनकी बातचीत नियमित चल रही थी। भारती द्वारा शेयर किए गए इंस्टाग्राम वीडियो और उसकी कॉल हिस्ट्री से यह मामला नाकाम मुहब्बत से जुड़ा साफ प्रतीत होता है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “यह सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि दो मासूम दिलों की हार है जो समाज के डर और अस्वीकार्यता के आगे झुक गए।”
नाकाम मुहब्बत
कपल ने फांसी लगा जान दे दी….
UP क़े फ़िरोज़ाबाद में 20 वर्ष क़े शादीशुदा युवक आकाश ने घर में ही फांसी का फंदा लगा जान दे दी। उसकी शादी एक साल पहले हुई थी। पत्नि गर्भवती है.. फिलहाल मायके गई हुई थी….
आकाश क़े सुसाइड की खबर मिलते ही 18 वर्ष की भारती ने भी फांसी… pic.twitter.com/ehxlLamnZe
— TRUE STORY (@TrueStoryUP) July 25, 2025
समाज कब समझेगा प्रेम की पीड़ा?
भारती और आकाश की कहानी कोई नई नहीं है। नाकाम मुहब्बत के चलते पहले भी न जाने कितने युवा आत्महत्या जैसे कदम उठा चुके हैं। सवाल यह है कि आखिर कब समाज प्रेम को सहजता से स्वीकार करेगा?
समाज में आज भी प्रेम को लेकर संकीर्ण सोच, जाति-धर्म की दीवारें, और पारिवारिक दबाव युवाओं को भावनात्मक रूप से तोड़ते हैं। नतीजा होता है—दर्दनाक मौतें, अधूरी कहानियां।
सोशल मीडिया बना आखिरी गवाह
इस पूरी घटना में इंस्टाग्राम एक मूक गवाह की तरह सामने आया है। भारती ने जो वीडियो साझा किए, वे न सिर्फ उसकी मानसिक स्थिति को उजागर करते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि वह किस गहराई से आकाश को चाहती थी।
यह पहली बार नहीं जब नाकाम मुहब्बत की कहानियों को युवा सोशल मीडिया के ज़रिए सामने लाते हैं। कभी खुले खत, कभी इंस्टा पोस्ट, और कभी व्हाट्सएप स्टेटस—आखिरी अलविदा कहने के नए माध्यम बनते जा रहे हैं।
मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी
इस घटना से यह भी साफ होता है कि समाज में आज भी मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। दोनों ही युवाओं को अगर समय रहते परामर्श और समर्थन मिलता, तो शायद जान बचाई जा सकती थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि नाकाम मुहब्बत के मामलों में भावनात्मक सहारा देना बेहद ज़रूरी होता है। काउंसलिंग और परिवार का सहयोग कई बार जीवन रक्षक साबित हो सकता है।
परिजनों का दर्द: “काश हमने बात सुनी होती”
आकाश की मां ने रोते हुए कहा, “वह अंदर ही अंदर कितना परेशान था, हम नहीं जान पाए। काश उसने एक बार कहा होता, हम सब ठीक कर देते।”
वहीं भारती के भाई ने कहा, “हमें तो उसकी वीडियो देखकर पता चला कि वह इतना कुछ सोच रही थी। हम क्यों नहीं समझ पाए?”
प्रेम का अंत मृत्यु नहीं होना चाहिए
यह कहानी सिर्फ आकाश और भारती की नहीं, बल्कि हर उस दिल की है जो नाकाम मुहब्बत के दर्द से गुजरता है। यह घटना हमें झकझोरती है कि समाज को बदलने की ज़रूरत है।
जरूरत है संवाद की, सहारे की, और स्वीकृति की। ताकि अगली बार कोई आकाश और कोई भारती चिता की आग में नहीं, ज़िंदगी की रोशनी में अपनी मुहब्बत को जी सकें।