हाइलाइट्स
- 83 लाख में बिका बाज अबू धाबी की नीलामी में चर्चा का विषय बना।
- नीलामी में 30 मिनट से अधिक समय तक चली जोरदार बोली।
- ‘द बर्ड ऑफ द नाइट’ उपनाम से मशहूर यह बाज बेहद दुर्लभ प्रजाति का है।
- कतर के हसन अल कुबैसी ने इस अनोखे बाज को खरीदा।
- अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय शिकार और घुड़सवारी प्रदर्शनी 2025 से पहले हुई यह पहली लाइव नीलामी।
दुनिया में कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं जो लोगों को चौंका देती हैं। एक ऐसी ही हैरतअंगेज घटना अबू धाबी में हुई, जहां एक 83 लाख में बिका बाज सुर्खियों का कारण बन गया। दुर्लभ प्रजाति का यह बाज अंतर्राष्ट्रीय नीलामी में खरीदारों के बीच प्रतिस्पर्धा का केंद्र रहा। इसकी अनोखी विशेषताओं ने न सिर्फ नीलामी में मौजूद लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि दुनिया भर में भी यह खबर चर्चा का विषय बन गई।
क्यों बना 83 लाख में बिका बाज खास?
दुर्लभ प्रजाति और अनोखी खूबियां
नीलामी में बिके इस बाज को ‘गरमौशा’ प्रजाति का माना जाता है। यह प्रजाति बेहद दुर्लभ है और अपनी खूबसूरती तथा प्रजनन क्षमता के लिए मशहूर है। यही कारण है कि यह 83 लाख में बिका बाज अन्य साधारण बाजों से अलग और विशेष बन जाता है।
‘द बर्ड ऑफ द नाइट’ की पहचान
इस बाज को ‘द बर्ड ऑफ द नाइट’ का उपनाम दिया गया है। नीलामी के दौरान इसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। लगभग 30 मिनट तक चली बोली में कई दिग्गज खरीदारों ने हिस्सा लिया। आखिरकार यह बाज कतर के हसन अल कुबैसी ने 350,000 दिरहम (लगभग 83 लाख रुपये) की भारी कीमत देकर खरीद लिया।
83 लाख में बिका बाज और नीलामी का रोमांच
अबू धाबी की ऐतिहासिक नीलामी
अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय शिकार और घुड़सवारी प्रदर्शनी (ADIHEX 2025) से पहले आयोजित इस पहली लाइव नीलामी ने इतिहास रच दिया। नीलामी के पहले दिन ही जब यह 83 लाख में बिका बाज मंच पर आया तो सबकी निगाहें इसी पर टिक गईं।
खरीदारों की दिलचस्पी
इस दुर्लभ बाज को खरीदने के लिए कई दिग्गज खरीदारों ने अपनी बोली लगाई। कीमतें बढ़ती गईं और हर कोई इसे अपने नाम करना चाहता था। आखिरकार 30 मिनट से भी अधिक समय तक चली प्रतिस्पर्धा के बाद यह बाज अपने नए मालिक के पास चला गया।
क्या है इस बाज की असली खासियत?
प्रजनन क्षमता
विशेषज्ञों के अनुसार यह 83 लाख में बिका बाज प्रजनन के लिहाज से खजाना है। यह बाज अपनी नस्ल के सबसे बेहतरीन बाज पैदा करता है, जिनकी कीमत भी लाखों में होती है।
अल्ट्रा व्हाइट नस्ल से जुड़ाव
यह बाज गर्मौशा अल्ट्रा व्हाइट नस्ल की बहन प्रजाति से जुड़ा हुआ है। इसकी खूबसूरती और दुर्लभता इसे और भी खास बनाती है।
प्रतियोगिताओं का चैंपियन
इतना ही नहीं, यह बाज जहां भी प्रतियोगिता में जाता है, जीतकर ही लौटता है। विशेषकर सौंदर्य प्रतियोगिताओं में यह हमेशा पहला स्थान हासिल करता है। यही कारण है कि इसे खरीदना किसी भी खरीदार के लिए बेहद अनोखा और प्रतिष्ठा से जुड़ा मौका था।
83 लाख में बिका बाज और आने वाली प्रदर्शनी
ADIHEX 2025
अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय शिकार और घुड़सवारी प्रदर्शनी (ADIHEX 2025) का आयोजन 30 अगस्त से 7 सितंबर तक होगा। यह अब तक का सबसे बड़ा संस्करण होने वाला है और दुनिया भर से हजारों लोग इसमें हिस्सा लेंगे।
प्रदर्शनी की विशेषताएं
इस प्रदर्शनी में शिकार, घुड़सवारी और दुर्लभ पक्षियों की नीलामी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि 83 लाख में बिका बाज की नीलामी ने प्रदर्शनी की लोकप्रियता को पहले ही नई ऊंचाई दे दी है।
शौक और परंपरा से जुड़ा महत्व
अरब देशों में बाज न सिर्फ एक पक्षी है बल्कि यह प्रतिष्ठा और परंपरा का प्रतीक माना जाता है। अमीरात और कतर जैसे देशों में बाजों का शिकार और उनकी परवरिश एक शाही शौक है। इसीलिए जब 83 लाख में बिका बाज नीलामी में सामने आया तो इसे खरीदने के लिए लोग मुंह मांगी कीमत देने को तैयार थे।
अबू धाबी की इस नीलामी ने यह साबित कर दिया कि दुर्लभ पक्षियों की दुनिया कितनी रोचक और मूल्यवान हो सकती है। यह 83 लाख में बिका बाज न सिर्फ अपने नए मालिक के लिए गौरव का विषय बना है, बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर भी चर्चा बटोरी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में ऐसी नीलामियां और भी बड़े स्तर पर आयोजित होंगी और इनसे न सिर्फ शौकीनों का आकर्षण बढ़ेगा बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में दुर्लभ पक्षियों की कीमतें भी नई ऊंचाइयों को छुएंगी।