हाइलाइट्स
- डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन पुरुष फाइनल में आर्थर ऐश स्टेडियम में पहुंचे, जहां दर्शकों ने तालियों और हूटिंग से प्रतिक्रिया दी।
- सुरक्षा इंतजामों के कारण मैच में लगभग 30 मिनट की देरी हुई।
- ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
- प्रसारण पर सेंसरशिप के आरोप ने अमेरिकी मीडिया में बहस छेड़ दी।
- इस घटना ने खेल और राजनीति के बीच जटिल संबंध को फिर से उजागर किया।
डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन में पहुंचे: दर्शकों की मिली-जुली प्रतिक्रिया
न्यूयॉर्क, 8 सितंबर। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन पुरुष एकल फाइनल देखने आ गए, जहां जैनिक सिनर और कार्लोस अल्काराज़ के बीच यह बहुप्रतीक्षित मुकाबला खेला गया। आर्थर ऐश स्टेडियम में ट्रंप के प्रवेश पर दर्शकों ने तालियों और हूटिंग से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। स्टेडियम का माहौल तनावपूर्ण था, और यह साफ संकेत था कि ट्रंप के प्रति दर्शकों की प्रतिक्रिया फिर से विभाजित थी।
स्टेडियम के एक हिस्से ने उन्हें गर्मजोशी से स्वागत किया, जबकि दूसरे हिस्से ने जोरदार हूटिंग और “booing” की। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ सुनाई दे रहा था कि जैसे ही ट्रंप स्क्रीन पर दिखाई दिए, हूटिंग की आवाजें गूंजने लगीं।
सुरक्षा इंतजामों ने मैच की शुरुआत में दी देरी
ट्रंप की उपस्थिति के कारण डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन में सुरक्षा इंतजाम बेहद कड़े कर दिए गए। इसके चलते दर्शकों की एंट्री में समस्याएं आईं और मैच की शुरुआत 30 मिनट लेट हुई। यूएस ओपन की आधिकारिक X पोस्ट में कहा गया कि “सुरक्षा उपायों और दर्शकों को अपनी सीटों तक पहुंचाने में अतिरिक्त समय के कारण मैच का समय 2:30 बजे ET निर्धारित किया गया है।”
कई दर्शकों ने सोशल मीडिया पर शिकायत की कि उन्हें लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ा। इसने स्टेडियम में माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया।
ट्रंप के साथ कौन-कौन थे उपस्थित
इस कार्यक्रम में डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन फाइनल में उनके साथ व्हाइट हाउस के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इनमें शामिल थे:
- व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ सूज़ी वाइल्स
- अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी
- ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट
- स्पेशल एडमिनिस्ट्रेशन एनवॉय स्टीव विटकॉफ़
- व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लीविट
इनकी उपस्थिति ने वीआईपी सेक्शन को पूरी तरह राजनीतिक रंग में रंग दिया।
प्रसारण पर सेंसरशिप के आरोप
इस पूरे घटनाक्रम में एक और विवाद जुड़ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएस टेनिस एसोसिएशन (USTA) ने ब्रॉडकास्टर्स को निर्देश दिया कि ट्रंप से जुड़े विरोध या हूटिंग को कैमरे पर न दिखाया जाए।
टेनिस पत्रकार बेन रोथेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि “यूएस ओपन ने ब्रॉडकास्टर्स को ट्रंप से जुड़ी प्रतिक्रियाओं को सेंसर करने का आदेश दिया।”
एक आंतरिक ईमेल, जिसे Bounces वेबसाइट ने प्रकाशित किया, उसमें लिखा था कि राष्ट्रपति को केवल वर्ल्ड फीड और ऐश कोर्ट फीड पर नेशनल एंथम समारोह के दौरान दिखाया जाएगा। आयोजकों ने राजनीतिक विवादों से बचने के लिए दर्शकों की असली प्रतिक्रिया छुपाने का फैसला किया।
Here’s Donald Trump arriving at the U.S. OPEN in NEW YORK CITY.
Is he getting boo?
pic.twitter.com/abugYt1Dtk— Lucas Sanders 💙🗳️🌊💪🌈🚺🟧 (@LucasSa56947288) September 7, 2025
आलोचना और समर्थन
इस फैसले ने अमेरिकी मीडिया और सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। आलोचक इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला मानते हैं और कहते हैं कि यह दर्शकों की आवाज दबाने का प्रयास है।
दूसरी ओर समर्थक कहते हैं कि खेल आयोजनों को राजनीतिक मंच नहीं बनने देना चाहिए और सेंसरशिप का मकसद केवल मैच पर ध्यान बनाए रखना था।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और ट्रंप की छवि
डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन की उपस्थिति उनके राजनीतिक करियर और छवि से भी जुड़ी है। 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद भी ट्रंप लगातार सुर्खियों में हैं। उनके खिलाफ कई कानूनी मामले चल रहे हैं।
उनके समर्थक उन्हें “अमेरिका फर्स्ट” का प्रतीक मानते हैं, जबकि विरोधी उन्हें विवाद और विभाजन का प्रतीक मानते हैं। खेल आयोजनों में मिलने वाली बू और हूटिंग अक्सर अमेरिकी राजनीति में जनमत का एक छोटा लेकिन प्रभावशाली संकेत होती है।
यूएस ओपन का महत्व और खेल पर ध्यान
आर्थर ऐश स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला खुद में ऐतिहासिक था। जैनिक सिनर और कार्लोस अल्काराज़ जैसी युवा प्रतिभाओं का यह टकराव टेनिस जगत का बड़ा आकर्षण बना। लेकिन इस मैच से ज्यादा चर्चा डोनाल्ड ट्रंप यूएस ओपन में उनकी मौजूदगी और इसके इर्द-गिर्द हुए विवाद की रही।
सुरक्षा इंतजामों ने मैच की शुरुआत में देरी की, दर्शकों की हूटिंग ने ट्रंप के प्रति विभाजित जनभावना को उजागर किया, और प्रसारण सेंसरशिप ने नई बहस को जन्म दिया। इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित किया कि ट्रंप जहां भी जाते हैं, वहां चर्चा अपने आप पैदा हो जाती है।