Delhi Metro Fight

Delhi Metro Fight: दिल्ली मेट्रो में फिर हिंसा की घटना: दबंगों ने महिलाओं और अधेड़ को पीटा

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Table of Contents

हाइलाइट्स

  • Delhi Metro Fight की घटना ने एक बार फिर मेट्रो सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं
  • मारपीट की यह घटना पीक आवर में ब्लू लाइन मेट्रो में हुई
  • महिला यात्रियों के साथ बदसलूकी और हाथापाई से यात्रियों में डर का माहौल
  • CCTV फुटेज वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर भड़की नाराजगी
  • दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने जांच शुरू की, दोषियों की पहचान की जा रही है

Delhi Metro Fight: राजधानी में फिर हिंसा का दृश्य, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

देश की राजधानी दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का सबसे भरोसेमंद माध्यम मानी जाने वाली Delhi Metro एक बार फिर हिंसक झड़प की खबरों को लेकर सुर्खियों में है। ताज़ा मामला एक Delhi Metro Fight से जुड़ा है, जिसमें कुछ दबंग यात्रियों ने न केवल एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को पीटा बल्कि हस्तक्षेप करने वाली महिलाओं को भी नहीं बख्शा।

घटना रविवार शाम की है, जब ब्लू लाइन की एक ट्रेन नोएडा से द्वारका की ओर जा रही थी। मेट्रो के सेक्टर 18 स्टेशन के पास ट्रेन में चढ़ते समय सीट को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया।

क्या था Delhi Metro Fight का पूरा मामला?

सीट को लेकर कहासुनी बनी झगड़े की वजह

घटनाक्रम के अनुसार, एक अधेड़ व्यक्ति मेट्रो में चढ़ा और सीट पर बैठने की कोशिश की। उसी समय कुछ युवा भी ट्रेन में घुसे और जबरन उसी सीट पर बैठने लगे। इसी को लेकर कहासुनी शुरू हो गई, और देखते ही देखते मामला Delhi Metro Fight में बदल गया।

महिलाओं ने रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी नहीं बख्शा गया

जब झगड़ा बढ़ने लगा, तो आसपास बैठी कुछ महिलाओं ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। लेकिन दबंग युवकों ने उन्हें धक्का देना शुरू कर दिया और एक महिला को थप्पड़ भी मारा गया। यह सब कुछ वहां मौजूद यात्रियों के मोबाइल कैमरे में कैद हो गया।

Delhi Metro Fight का वायरल वीडियो और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

CCTV फुटेज और यात्रियों द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो हुआ वायरल

कुछ ही घंटों में यह Delhi Metro Fight का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों ने दिल्ली मेट्रो प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।

“अगर महिलाओं को भी सुरक्षित महसूस नहीं होता तो यह मेट्रो किसके लिए है?” – एक यूज़र ने ट्विटर पर लिखा।

दिल्ली पुलिस और DMRC की प्रतिक्रिया

DMRC और दिल्ली पुलिस ने तुरंत मामले पर संज्ञान लिया है। DMRC के प्रवक्ता ने बताया, “यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम CCTV फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान कर रहे हैं। मेट्रो में हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

Delhi Metro Fight से जुड़े अन्य मामलों की कड़ी

यह पहली बार नहीं है

Delhi Metro Fight कोई नई घटना नहीं है। पिछले कुछ महीनों में इस तरह के झगड़ों की संख्या में इजाफा हुआ है। फरवरी 2025 में येलो लाइन पर एक यात्री ने दूसरे यात्री पर चाकू से हमला किया था।

सुरक्षा कर्मियों की संख्या और पेट्रोलिंग की कमी

विशेषज्ञों के अनुसार, दिल्ली मेट्रो में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बेहद कम है। भीड़भाड़ वाले समय में RPF (रेलवे सुरक्षा बल) और CISF की गश्त भी न के बराबर होती है, जिससे इस तरह की घटनाओं को रोकना मुश्किल हो जाता है।

Delhi Metro Fight: महिलाओं की सुरक्षा पर गहराया संकट

मेट्रो को महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता था

दिल्ली मेट्रो को अब तक महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित सार्वजनिक परिवहन माना जाता रहा है। लेकिन लगातार सामने आ रहे Delhi Metro Fight जैसे मामलों से यह धारणा कमजोर पड़ती जा रही है।

महिला आयोग और NCW का हस्तक्षेप

राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया है और दिल्ली पुलिस को 48 घंटे में रिपोर्ट देने को कहा है। दिल्ली महिला आयोग (DCW) की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

Delhi Metro Fight के पीछे के सामाजिक कारण

तनावपूर्ण माहौल और बढ़ती असहिष्णुता

मनोविज्ञानियों के अनुसार, भीड़भाड़, समय की कमी और बढ़ते गुस्से के कारण लोग छोटी-छोटी बातों में भी हिंसा पर उतर आते हैं। Delhi Metro Fight इसी असहिष्णुता की एक बानगी है।

डिजिटल युग में वायरल संस्कृति

सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने की होड़ ने भी इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दिया है। कई बार लोग जानबूझकर कैमरे के सामने उग्र व्यवहार करते हैं ताकि उनका वीडियो वायरल हो सके।

DMRC की ओर से उठाए गए कदम

विशेष निगरानी और गश्त बढ़ाने का ऐलान

Delhi Metro Fight की घटना के बाद DMRC ने सुरक्षा बढ़ाने और संवेदनशील स्टेशनों पर विशेष निगरानी टीम तैनात करने की बात कही है। ब्लू लाइन, येलो लाइन और रेड लाइन पर विशेष ध्यान देने की योजना बनाई गई है।

हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल ऐप की निगरानी

DMRC ने यात्रियों से अपील की है कि किसी भी असामाजिक गतिविधि की सूचना 155370 या मोबाइल ऐप के माध्यम से तुरंत दें। इसके साथ ही हर कोच में लगे पैनिक बटन को भी सक्रिय किया गया है।

Delhi Metro Fight की घटनाओं पर रोक आवश्यक

Delhi Metro Fight जैसे मामलों से न केवल यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है, बल्कि मेट्रो की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग जाती है। DMRC और पुलिस को मिलकर ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करनी होगी ताकि मेट्रो एक बार फिर यात्रियों के लिए सुरक्षित और भरोसेमंद बने।

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