Dangerous Reel

वीडियो बनाकर बनना चाहते थे वायरल, डैम के किनारे बच्ची को बिठाकर मौत से खेल गए माता-पिता, भरतपुर की घटना ने हिला दिया देश

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हाइलाइट्स

  •  ‘Dangerous Reel’ ने डाली बच्ची की जान खतरे में, सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
  • माता-पिता ने भरतपुर के बरेठा डैम में रील बनाने के लिए उठाया खतरनाक कदम
  • बच्ची डरी-सहमी नजर आई, फिर भी बिठा दिया गया लोहे के एंगल पर
  • वीडियो बनाने में लगा तीसरा शख्स, कोई सुरक्षा उपाय नहीं किया गया
  • पुलिस जांच में जुटी, वीडियो बनाने वालों की पहचान अब तक नहीं हो सकी

रील्स और सोशल मीडिया के जमाने में लोग कुछ ऐसा कर गुजरते हैं, जो कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसा ही एक Dangerous Reel भरतपुर, राजस्थान से सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में एक मासूम बच्ची को बरेठा डैम की रेलिंग पर बैठाया जाता है, वो भी सिर्फ एक वीडियो शूट करने के लिए।

घटना का वीडियो वायरल होते ही मचा हड़कंप

भरतपुर के बरेठा डैम में फिल्माए गए इस Dangerous Reel को सोशल मीडिया पर @sourabhskhandel नाम के एक X (Twitter) यूजर ने साझा किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक बच्ची को डैम के किनारे एक संकरी लोहे की रेलिंग पर बैठाया गया, जबकि नीचे 25 फीट गहरा पानी बह रहा था।

बच्ची डर के मारे अपने पिता का हाथ कसकर पकड़े हुए थी, लेकिन रील की परफेक्ट शूटिंग के लिए उसे जबरन रेलिंग के किनारे लगे इलेक्ट्रिक बॉक्स पर बैठा दिया गया। मां कैमरे का एंगल सुधारने में लगी रही, वहीं पिता ने हाथ छोड़ दिया। इस हरकत ने एक मासूम की जान को पलभर में खतरे में डाल दिया।

माता-पिता की लापरवाही ने बढ़ाया विवाद

इस Dangerous Reel में सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात ये थी कि माता-पिता दोनों ही इस हरकत में शामिल थे। न केवल उन्होंने बच्ची को उस जगह तक पहुंचाया, बल्कि वीडियो बनाने में पूरा सहयोग दिया। यह एक चिंताजनक सामाजिक परिदृश्य को उजागर करता है, जिसमें ‘वायरल’ होने की चाहत में लोग अपने बच्चों की सुरक्षा तक ताक पर रख देते हैं।

तीसरे व्यक्ति ने किया वीडियो रिकॉर्ड

वीडियो शूट किसी तीसरे शख्स द्वारा किया गया जो संभवतः परिवार का ही कोई सदस्य था। वीडियो में कोई भी सुरक्षा उपकरण या जीवन रक्षक जैकेट नजर नहीं आई। इससे यह स्पष्ट होता है कि Dangerous Reel बनाने के दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा की चिंता नहीं की गई।

सोशल मीडिया पर गुस्से का सैलाब

वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा। एक यूजर ने लिखा, “ये सीधा-सीधा हत्या की कोशिश है, इन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
दूसरे ने कहा, “रील्स बनाने की सनक में लोग पेरेंट्स भी बनना भूल गए हैं।”

लोगों ने राजस्थान प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की Dangerous Reel की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि दूसरों को सबक मिल सके।

पुलिस की प्रतिक्रिया और प्रशासन की कार्रवाई

बरेठा बांध चौकी प्रभारी एएसआई भरत लाल ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि Dangerous Reel वाला वीडियो उनके संज्ञान में आया है, लेकिन अब तक वीडियो में दिख रही बच्ची और उसके माता-पिता की पहचान नहीं हो सकी है।

फिलहाल वहां सुरक्षा बढ़ाते हुए एक कांस्टेबल की तैनाती की गई है। इसके अलावा, प्रशासन ने डैम क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगाने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो।

सोशल मीडिया की “वायरल संस्कृति” बन रही खतरनाक

रील्स बनाने की होड़ और इंस्टाग्राम-फेसबुक पर लाइक्स पाने की लालसा अब एक सामाजिक समस्या बन चुकी है। हर दिन कोई न कोई Dangerous Reel सोशल मीडिया पर वायरल होती है, जिसमें कोई खुद की जान जोखिम में डालता है, तो कोई अपने बच्चों की।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेंड मानसिक असंतुलन और डिजिटल अंधभक्ति का संकेत है।

विशेषज्ञों ने चेताया – ‘रील्स के लिए जिंदगी दांव पर न लगाएं’

मनोवैज्ञानिक डॉ. रितु माथुर के अनुसार,

“सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग और वायरल होने की इच्छा अब मनोरोग का रूप लेती जा रही है। लोग बच्चों को स्टंट का हिस्सा बना रहे हैं, जो कि बहुत ही खतरनाक मानसिक प्रवृत्ति है।”

सरकार से उठी सख्त कानून की मांग

इस घटना के बाद आम जनता और बाल संरक्षण संगठनों ने सरकार से मांग की है कि Dangerous Reel बनाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, बच्चों को ऐसे कृत्यों में शामिल करने वालों पर विशेष कानून लागू किया जाए।

भरतपुर की घटना ने फिर साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया की लोकप्रियता के पीछे छुपी ये Dangerous Reel संस्कृति अब बच्चों की जिंदगी पर भी भारी पड़ने लगी है। सवाल ये नहीं कि वीडियो वायरल हुआ या नहीं, सवाल ये है कि क्या कुछ सेकंड की प्रसिद्धि किसी मासूम की जान से ज्यादा कीमती हो सकती है?

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