हाइलाइट्स
- झज्जर की महिला डाॅक्टर के धर्मांतरण के बाद युवक ने किया शारीरिक शोषण
- आरोपी ने युवती को नौकरी का लालच देकर फंसाया, फिर दिल्ली में कराया निकाह
- गीता का ज्ञान होने के बावजूद युवती को छल और धमकी से किया मजबूर
- पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में दर्ज कराए जा रहे हैं बयान
- पंजाबी समाज ने धर्मांतरण के खिलाफ किया सख्त ऐलान, लिया जमीनी स्तर पर कार्रवाई का निर्णय
झज्जर की डाॅक्टर के साथ धर्म के नाम पर धोखा
हरियाणा के झज्जर जिले की रहने वाली एक 25 वर्षीय युवती की आपबीती ने धर्मांतरण के गिरोह के एक नए चेहरे को उजागर कर दिया है। होम्योपैथी की पढ़ाई के लिए ओडिशा गई इस युवती ने जैसे ही खर्च के लिए नौकरी की तलाश शुरू की, उसका संपर्क गोवा की रहने वाली आयशा उर्फ एसबी कृष्णा से हुआ। आयशा ने युवती को जयपुर के जुनैद से मिलवाया—एक ऐसा नाम जो अब धर्मांतरण के गिरोह का प्रमुख किरदार बन चुका है।
कैसे शुरू हुआ षड्यंत्र?
सोशल नेटवर्किंग से निकाह तक
आयशा और जुनैद ने युवती को एक झूठे वादे और समूह बातचीत के जरिए धीरे-धीरे फंसाया। शुरुआत में जुनैद ने दोस्ती की, फिर धर्म पर चर्चा शुरू कर दी। डाॅक्टर को गीता का अच्छा ज्ञान था, इसलिए वह तुरंत बातों में नहीं आई। मगर षड्यंत्र गहराता गया।
एक दिन जब युवती अपने घर लौट रही थी, तब जुनैद दिल्ली में मिला और उसे एक घर में ले जाकर जबरन काजी के सामने उसका धर्मांतरण करवा दिया। उसी मौके पर निकाह भी करा लिया गया—बिना किसी सहमति और जानकारी के।
निकाह के बाद धमकी और शोषण
ब्लैकमेलिंग और शारीरिक उत्पीड़न
घर से बाहर आते ही जुनैद ने युवती को बताया कि वह अब उसकी पत्नी है और साथ रहना होगा। उसने बदनामी की धमकी दी और फिर उसका शारीरिक शोषण किया। युवती पूरी तरह डर और सदमे में थी, मगर धीरे-धीरे खुद को मजबूत करते हुए वह चंगुल से भागने की कोशिश करने लगी।
आगरा पुलिस की भूमिका
आगरा में धर्मांतरण के गिरोह की गतिविधियों पर पहले से ही नज़र रखी जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को डाॅक्टर की जानकारी मिली और उसे खोज निकाला गया। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के अनुसार, डाॅक्टर के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और अब उन्हें कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा। आरोपी जुनैद पुलिस कस्टडी में है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पिता की पीड़ा: बेटी को डॉक्टर बनाना चाहता था, अब इंसाफ की लड़ाई लड़ रहा है
डाॅक्टर के पिता मजदूरी करते हैं और हर महीने 10,000 रुपये भेजते थे ताकि बेटी की पढ़ाई जारी रह सके। जब उन्हें इस घटना की जानकारी मिली, तो वह स्तब्ध रह गए। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे आरोपी को सजा दिलाकर ही रहेंगे। पुलिस के अनुसार, इस मामले में जल्द ही झज्जर में भी एक केस दर्ज किया जाएगा।
पंजाबी समाज का फूटा गुस्सा
धर्मांतरण के खिलाफ उठी आवाज़
आगरा महानगर की पंजाबी सभा ने धर्मांतरण के गिरोह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सभा के अध्यक्ष सर्व प्रकाश कपूर ने चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति समाज की किसी महिला या पुरुष के धर्म परिवर्तन की साजिश में लिप्त पाया गया, तो उसे ‘मिट्टी में मिला दिया जाएगा’।
यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया जिसमें कई प्रमुख पदाधिकारी जैसे संजीव कपूर, भारत भूषण एडवोकेट, नीरू कालरा और अन्य मौजूद रहे।
कौन है आयशा उर्फ एसबी कृष्णा?
महिला एजेंट का रहस्यमय किरदार
गोवा की रहने वाली आयशा का असली नाम एसबी कृष्णा है। वह कई युवतियों को अलग-अलग राज्यों में नौकरी के नाम पर फंसा चुकी है। इस बार उसने झज्जर की युवती को जयपुर के जुनैद के संपर्क में डालकर, एक सुनियोजित धर्मांतरण और शोषण का जाल बुना। पुलिस इस महिला की भूमिका की भी जांच कर रही है।
क्या कहता है कानून?
भारत में जबरन या धोखे से कराए गए धर्मांतरण के खिलाफ सख्त प्रावधान हैं। कई राज्यों में इस पर कानून भी लागू है। इस मामले में IPC की धाराओं के तहत बलात्कार, धोखाधड़ी, ब्लैकमेलिंग और अवैध धर्मांतरण जैसे गंभीर आरोप लग सकते हैं।
आगे की कार्रवाई
पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और युवती के कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे। केस की जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा, जल्द ही ओडिशा और गोवा में भी नेटवर्क का विस्तार कर इस धर्मांतरण के गिरोह की जड़ें उखाड़ने की कोशिश की जाएगी।
ये सिर्फ एक केस नहीं, एक चेतावनी है
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कैसे धर्मांतरण के गिरोह मासूम युवतियों को शिक्षा, नौकरी और शादी के नाम पर फंसा रहे हैं। यह सिर्फ एक लड़की की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। अब वक्त आ गया है कि हम सतर्क हों, अपनी बेटियों को मजबूत बनाएं और धर्मांतरण जैसी आपराधिक साजिशों के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों।