UP पुलिस की करतूत का वो वीडियो जिसे देखकर दहल जाएंगे आप, महिलाओं संग हुआ ऐसा सलूक कि फट पड़ा गुस्सा

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हाइलाइट्स

  • कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल।
  • बिजली कर्मचारी ब्रजेश की करंट लगने से मौत के बाद शव रखकर परिजनों ने किया हंगामा।
  • पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर हुई हाथापाई, कई पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल।
  • तिर्वा थाना प्रभारी पर महिलाओं से दुर्व्यवहार का आरोप, वीडियो हुआ वायरल।
  • जिलाधिकारी और एसपी मौके पर पहुँचे, कई घंटों बाद हालात काबू में आए।

बिजली कर्मचारी की मौत से भड़का गुस्सा

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का मामला अब सुर्खियों में है। शुक्रवार को ठठिया थाना क्षेत्र के पुनगरा गांव में बिजली विभाग का कर्मचारी ब्रजेश करंट की चपेट में आकर मौत का शिकार हो गया। घटना के बाद उसके परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। शव को तिर्वा विद्युत उपकेंद्र के सामने रखकर प्रदर्शन शुरू हुआ। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई।

शव रखकर किया गया जोरदार प्रदर्शन

ब्रजेश के परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते उसकी जान गई। परिजन मृतक के लिए मुआवजा और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। प्रदर्शन स्थल पर माहौल इतना गरम हो गया कि जब पुलिस ने समझाने की कोशिश की, तभी स्थिति हिंसक हो गई और कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प शुरू हो गई।

झड़प का वीडियो हुआ वायरल

इस दौरान हुई मारपीट और हंगामे का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई देता है कि ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी बहस के बाद जमकर हाथापाई हो रही है। कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के इस वीडियो में तिर्वा थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगे हैं। वीडियो में वह महिलाओं का गला दबाकर उन्हें जमीन पर पटकते दिखाई दे रहे हैं।

पत्रकार भी बने शिकार

घटना की कवरेज कर रहे पत्रकारों पर भी हमला हुआ। कई पत्रकारों को चोटें आईं। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव भी कर दिया, जिससे पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के चलते पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

अधिकारियों की मौके पर मौजूदगी

जैसे ही घटना की जानकारी प्रशासन को मिली, जिलाधिकारी आशुतोष मोहन अग्निहोत्री और एसपी विनोद कुमार तुरंत मौके पर पहुँचे। दोनों अधिकारियों ने कई घंटों तक हालात काबू करने की कोशिश की। आखिरकार प्रशासन की सख्ती के बाद कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प थमी और स्थिति सामान्य हुई।

घटना का पूरा घटनाक्रम

बिजली कर्मचारी की मौत

पुनगरा गांव का रहने वाला ब्रजेश बिजली खंभे पर चढ़कर काम कर रहा था। शटडाउन के बाद लाइन बंद मानी जा रही थी, लेकिन अचानक बिजली आपूर्ति शुरू हो गई और ब्रजेश करंट की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

शव रखकर विरोध

ब्रजेश की मौत के बाद परिजनों ने शव को पावरहाउस के बाहर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों का कहना था कि जब तक जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।

पुलिस और ग्रामीणों की भिड़ंत

शांतिपूर्ण ढंग से मामला सुलझाने की कोशिश कर रही पुलिस और परिजनों के बीच बहस बढ़ती चली गई। धीरे-धीरे यह बहस हाथापाई में बदल गई और कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई।

सोशल मीडिया पर छाया वीडियो

कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का वीडियो सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश और बढ़ गया है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से फैल रहा है और लोग पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। खासकर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार का वीडियो लोगों को विचलित कर रहा है।

प्रशासन की मुश्किलें

यह घटना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। एक ओर बिजली विभाग की लापरवाही से हुई मौत ने लोगों में गुस्सा पैदा कर दिया, वहीं दूसरी ओर पुलिस और ग्रामीणों की भिड़ंत ने हालात को और बिगाड़ दिया। अब प्रशासन पर दोहरी जिम्मेदारी है—पहली मृतक के परिवार को न्याय दिलाना और दूसरी, पुलिस पर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच करना।

विपक्ष का निशाना

घटना के बाद विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प इस बात का सबूत है कि राज्य सरकार न तो बिजली विभाग को नियंत्रित कर पा रही है और न ही पुलिस प्रशासन पर अंकुश लगा पा रही है।

ग्रामीणों का दर्द

ब्रजेश की मौत ने पूरे गांव को हिला दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हर बार बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प का दर्द आज भी गांव के लोग महसूस कर रहे हैं।

आगे की कार्रवाई

अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाएगा और मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। साथ ही कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प के दौरान पुलिस पर लगे आरोपों की भी जांच होगी।

कन्नौज में पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प की यह घटना सिर्फ एक हादसे से उपजे आक्रोश की कहानी नहीं है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही और जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ने की गवाही भी देती है। अब देखना होगा कि सरकार और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और पीड़ित परिवार को कितना न्याय मिल पाता है।

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