Chicken Gun Test

क्या एक मुर्गा सच में गिरा सकता है करोड़ों की कीमत वाला हवाई जहाज़? उड़ान से पहले किया जाता है चौंकाने वाला परीक्षण!

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हाइलाइट्स

  • उड़ान भरने से पहले प्लेन पर  Chicken Gun Test के जरिए होती है गंभीर सुरक्षा जांच
  • पक्षियों के टकराने से हो सकता है इंजन फेल और प्लेन क्रैश
  • इस टेस्ट में मुर्गे को तेज रफ्तार से इंजन या विंडशील्ड पर मारा जाता है
  • टेस्ट में हाई-स्पीड कैमरे से किया जाता है हर सेकंड का रिकॉर्डिंग और विश्लेषण
  • दुनिया की सभी प्रमुख विमानन कंपनियां अपनाती हैं Chicken Gun Test की प्रक्रिया

हवाई जहाज जितने विशाल और ताकतवर होते हैं, उतने ही संवेदनशील भी। खासकर उड़ान भरते और उतरते समय अगर कोई पक्षी टकरा जाए तो बड़ा हादसा हो सकता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक छोटा-सा पक्षी भी कई करोड़ की लागत वाले विमान को तबाह कर सकता है। और इसी संभावित खतरे से बचने के लिए पूरी दुनिया में Chicken Gun Test नामक एक विशेष परीक्षण किया जाता है।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आखिर यह Chicken Gun Test क्या होता है, क्यों किया जाता है, और यह कैसे एयरलाइन सुरक्षा का सबसे अहम हिस्सा बन गया है।

 क्या होता है Bird Strike?

 प्लेन की सबसे बड़ी अनदेखी समस्या

जब कोई पक्षी उड़ते हुए प्लेन से टकराता है, तो उसे Bird Strike कहते हैं। यह घटना अधिकतर टेकऑफ (Take-off) या लैंडिंग के दौरान होती है, जब प्लेन 350-500 किमी प्रति घंटे की गति से उड़ रहा होता है। इतने वेग पर अगर कोई पक्षी इंजन, विंडशील्ड या पंखों से टकरा जाए तो भयानक नुकसान हो सकता है।

कुछ मामलों में:

  • विंडशील्ड टूट सकता है और पायलट घायल हो सकते हैं
  • इंजन में पक्षी के घुसने से इंजन फेल हो सकता है
  • इंजन में आग लग सकती है और पूरी फ्लाइट क्रैश हो सकती है

इन्हीं खतरों के कारण विमान निर्माता कंपनियां Chicken Gun Test का सहारा लेती हैं।

 क्या होता है Chicken Gun Test?

 असली पक्षी से प्लेन की मजबूती की जांच

Chicken Gun Test एक विशेष प्रकार का Bird Strike Simulation है जिसमें विमान के विंडशील्ड, पंखों और इंजन की मजबूती की जांच की जाती है। इसके लिए एक Compressed Air Cannon (Chicken Gun) का उपयोग किया जाता है, जो मुर्गे को प्लेन की उड़ान के बराबर गति से फायर करता है।

इस टेस्ट की मुख्य बातें:

  • प्लेन के महत्वपूर्ण हिस्सों को फ्रेम में सेट किया जाता है
  • मुर्गा या समान वजन/आकार वाला ऑब्जेक्ट फेंका जाता है
  • हाई-स्पीड कैमरे से पूरा घटना रिकॉर्ड की जाती है
  • विशेषज्ञ नुकसान का विश्लेषण करते हैं
  • यदि कोई गंभीर नुकसान नहीं होता, तभी प्लेन को उड़ान की अनुमति मिलती है

 क्यों किया जाता है असली मुर्गे का इस्तेमाल?

 असली बर्ड इम्पैक्ट का सटीक अनुमान

Chicken Gun Test में अक्सर असली मुर्गे का उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि:

  • मुर्गे का वजन, आकार और शरीर की संरचना असली पक्षी के समान होती है
  • यह असली Bird Strike के प्रभाव को वास्तविक रूप में दर्शाता है
  • मुर्गे के टिशू और हड्डियाँ विमान के इंजन और विंडशील्ड पर वही प्रभाव डालती हैं जैसा कि हवा में उड़ते पक्षी का होता है

इसलिए मरे हुए या जिंदा मुर्गे को फेंककर टेस्ट करना, नकली विकल्पों से ज्यादा कारगर और प्रामाणिक माना जाता है।

Chicken Gun Test कैसे किया जाता है?

 स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया

  1. सेटअप: प्लेन के इंजन, विंडशील्ड और पंखों को एक फ्रेम में लगाया जाता है
  2. स्पीड सेटिंग: फ्लाइट की औसत टेकऑफ या लैंडिंग गति (300-500 किमी/घंटा) के अनुसार सेट किया जाता है
  3. Fire: मुर्गे को एअर प्रेशर गन से उस गति पर फायर किया जाता है
  4. रिकॉर्डिंग: हाई-स्पीड कैमरा पूरे टकराव को रिकॉर्ड करता है
  5. एनालिसिस: इंजीनियर यह देखते हैं कि कहीं दरार, टूट-फूट या इंजन डैमेज तो नहीं हुआ

यदि टेस्ट में विंडशील्ड पर दरार, इंजन ब्लेड का टूटना या अन्य कोई बड़ा नुकसान होता है, तो उस डिजाइन में सुधार किया जाता है।

 कौन-कौन सी कंपनियां करती हैं Chicken Gun Test?

 वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रक्रिया

Chicken Gun Test को अब सभी प्रमुख विमानन कंपनियों द्वारा अपनाया जा रहा है, जैसे:

  • Boeing
  • Airbus
  • Embraer
  • Lockheed Martin
  • HAL (Hindustan Aeronautics Limited)

यह टेस्ट इंटरनेशनल एविएशन सेफ्टी स्टैंडर्ड्स का हिस्सा बन चुका है। किसी भी प्लेन को उड़ान से पहले इस टेस्ट को पास करना अनिवार्य होता है।

 क्यों है Chicken Gun Test प्लेन सुरक्षा का अनदेखा नायक?

आज की आधुनिक एविएशन इंडस्ट्री में जहां हर सेकंड कीमती होता है, वहां Chicken Gun Test जैसे परीक्षण प्लेन की संरचना और मजबूती को सुनिश्चित करते हैं। यह टेस्ट सुनिश्चित करता है कि एक छोटी सी चूक – जैसे एक पक्षी का टकराना – पूरे प्लेन और उसमें बैठे सैकड़ों लोगों की जान न ले ले।

तो अगली बार जब आप किसी फ्लाइट में बैठें, तो जान लें कि वह विमान आपकी सुरक्षा के लिए पहले ही एक असली मुर्गे से टकरा चुका है!

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