मंदिर की ओर निकले थे दर्शन को, लाश बनकर लौटे चारों भारतीय — अमेरिका में खाई से मिली कार, मौत बनी रहस्य

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हाइलाइट्स

  • भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना में मौत ने मचाया कोहराम: पश्चिम वर्जीनिया में मिला शवों से भरा वाहन
  • शेरिफ माइक डौघर्टी ने घटना की पुष्टि करते हुए जताई संवेदना
  • CCTV और मोबाइल टावर डेटा से मिली अहम जानकारी
  • मंदिर दर्शन के लिए निकले थे, रास्ते में घटी त्रासदी
  • वाहन दुर्घटना का कारण अब तक बना हुआ है रहस्य

भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना ने एक बार फिर प्रवासी भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। न्यूयॉर्क के बफैलो से वेस्ट वर्जीनिया के आध्यात्मिक स्थल की यात्रा पर निकला एक परिवार, अब इस दुनिया में नहीं रहा। शनिवार रात अमेरिका के मार्शल काउंटी के शेरिफ माइक डौघर्टी ने इस त्रासदी की पुष्टि करते हुए गहरा दुख जताया।

हादसे में मारे गए लोग: चार शव बरामद

परिवार की पहचान और घटनास्थल की स्थिति

इस दुखद कार दुर्घटना में जिन चार लोगों की मौत हुई, उनकी पहचान डॉ. किशोर दीवान, आशा दीवान, शैलेश दीवान और गीता दीवान के रूप में हुई है। ये सभी भारतीय मूल के थे और बफैलो, न्यूयॉर्क से वेस्ट वर्जीनिया के “प्रभुपाद पैलेस ऑफ गोल्ड” नामक मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे।

इनकी गाड़ी – हल्के हरे रंग की टोयोटा कैमरी – को 2 अगस्त की रात करीब 9:30 बजे एक खड़ी चट्टान के पास बिग व्हीलिंग क्रीक रोड पर दुर्घटनाग्रस्त हालत में पाया गया।

घटनास्थल पर पांच घंटे तक चला राहत और बचाव अभियान

शेरिफ ऑफिस का बयान

मार्शल काउंटी शेरिफ के ऑफिस ने बयान जारी करते हुए कहा, “बफ़ेलो से लापता चारों लोग एक वाहन दुर्घटना में मारे गए हैं। घटनास्थल पर फर्स्ट रेस्पॉन्डर्स की टीम पांच घंटे से अधिक समय तक रही।”

भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल है। शेरिफ डौघर्टी ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच जारी है और पूर्ण रिपोर्ट के बाद आगे की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।

आखिरी बार बर्गर किंग में देखे गए थे

CCTV और क्रेडिट कार्ड ने दिए अहम सुराग

29 जुलाई को दोपहर 2:45 बजे, भारतीय मूल के परिवार को आखिरी बार पेन्सिलवेनिया के एरी शहर में पीच स्ट्रीट स्थित एक बर्गर किंग रेस्तरां में देखा गया था। CCTV फुटेज में दो सदस्य रेस्तरां में प्रवेश करते हुए दिखे थे।

इसी लोकेशन पर उनकी आखिरी क्रेडिट कार्ड गतिविधि भी दर्ज की गई। यह सुराग बाद में खोजी अभियान में निर्णायक साबित हुआ।

प्रभुपाद पैलेस ऑफ गोल्ड की ओर जा रही थी कार

मोबाइल टॉवर से मिली अंतिम लोकेशन

इसके बाद उनकी गाड़ी को इंटरस्टेट 79 पर दक्षिण दिशा में जाते हुए ट्रैक किया गया। यह रास्ता वेस्ट वर्जीनिया के माउंड्सविले स्थित प्रभुपाद पैलेस ऑफ गोल्ड की ओर जाता है, जो एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल है।

मोबाइल टॉवर डेटा से पता चला कि उनके फोन डिवाइस बुधवार सुबह 3 बजे तक माउंड्सविले और व्हीलिंग में सक्रिय थे, लेकिन इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ।

रहस्य बना है दुर्घटना का कारण

न चेक-इन, न संपर्क

जिस गेस्टहाउस में परिवार ने पहले से बुकिंग करवाई थी, वहां वे कभी चेक-इन नहीं कर सके। न ही किसी मित्र, रिश्तेदार या होटल से उनका कोई संपर्क बना।

शेरिफ कार्यालय ने बताया कि भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना के कारणों की जांच फिलहाल जारी है और किसी भी प्रकार की जल्दबाजी से बचा जा रहा है। परिवार के शवों की पहचान के बाद अब फॉरेंसिक जांच द्वारा दुर्घटना की पूरी टाइमलाइन को समझने की कोशिश की जा रही है।

अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों के लिए चिंता का विषय

लगातार बढ़ती घटनाएं

यह घटना उन कई मामलों में से एक है, जब भारतीय मूल के नागरिक अमेरिका में रहस्यमयी परिस्थितियों में मारे जाते हैं। ऐसे में भारतीय समुदाय में डर और चिंता का माहौल गहराता जा रहा है।

भारतीय दूतावास ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए अमेरिकी अधिकारियों से पूरी जांच रिपोर्ट की मांग की है और पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।

हादसे से उठते हैं कई सवाल

क्या थी असली वजह?

  • क्या यह एक सामान्य कार दुर्घटना थी या इसके पीछे कोई तकनीकी गड़बड़ी थी?
  • क्या मौसम की खराबी का प्रभाव था या सड़क की स्थिति जिम्मेदार थी?
  • क्या यह हादसा टाला जा सकता था अगर बचाव टीम को पहले सूचना मिल जाती?

इन सभी सवालों के जवाब जांच के बाद ही मिल सकेंगे, लेकिन फिलहाल एक संपूर्ण और खुशहाल परिवार के यूं अचानक समाप्त हो जाने से लोग गहरे सदमे में हैं।

स्थानीय समुदाय और भारत में शोक की लहर

श्रद्धांजलि और प्रार्थनाएं

भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना के बाद अमेरिका और भारत दोनों में शोक व्यक्त किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने संवेदना व्यक्त की है। बफैलो स्थित भारतीय समुदाय ने एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है।

भारतीय मूल के परिवार की कार दुर्घटना ने एक बार फिर यह दर्शाया कि जीवन कितना अस्थिर और अनिश्चित है। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि प्रवासी भारतीयों के लिए सुरक्षा, यात्रा योजना और आपातकालीन प्रतिक्रिया पर एक गंभीर सोच का अवसर भी है।

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