हाइलाइट्स
- Car accident की घटना में युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत, भीड़ में मचा कोहराम
- पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी चुनावी रैली में शामिल होने जा रहे थे
- सुरक्षा घेराबंदी के बावजूद कार का आम नागरिक से टकराना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है
- मृतक की पहचान हुई, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, न्याय की मांग
- हादसे के बाद सड़क जाम, भीड़ ने कार को घेरा, पुलिस ने लाठीचार्ज किया
क्या है पूरा मामला?
आंध्र प्रदेश के राजमुंद्री जिले में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक भयंकर car accident में एक युवक की जान चली गई। हादसे की वजह बनी, पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की वीआईपी कार जो एक चुनावी रैली में भाग लेने जा रही थी। इस दौरान भारी भीड़ के बीच युवक सड़क पार कर रहा था, तभी रेड्डी की एस्कॉर्ट गाड़ी ने उसे कुचल दिया। हादसा इतना भयानक था कि युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
कार से कुचला गया युवक, मौत के बाद सन्नाटा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, car accident इतनी तेज गति से हुआ कि किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। युवक रैली में शामिल होने आया था और अपने हाथ में पार्टी का झंडा लेकर नारे लगा रहा था। इसी दौरान जब रैली निकली, तभी अचानक एसयूवी कार ने उसे टक्कर मारी और उसकी मौत हो गई।
कौन था मृतक युवक?
मृतक की पहचान 24 वर्षीय शिवकुमार के रूप में हुई है, जो पास के ही गांव से रैली में शामिल होने आया था। वह राजनीतिक रूप से जागरूक था और पूर्व मुख्यमंत्री का समर्थक भी बताया जा रहा है। परिवार के अनुसार, वह घर का इकलौता बेटा था और कुछ महीनों में उसकी शादी तय थी।
कार में कौन थे सवार?
हादसे के वक्त कार में पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी सवार थे या नहीं, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। पुलिस का कहना है कि यह गाड़ी उनकी सुरक्षा में चल रही एस्कॉर्ट थी, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जगन रेड्डी इसी गाड़ी में थे। अगर यह सच है तो यह घटना वीआईपी सुरक्षा के मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पुलिस और प्रशासन का क्या कहना है?
स्थानीय पुलिस ने car accident के बाद तुरंत घटनास्थल को अपने कब्जे में लिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि घटना दुखद है, लेकिन जांच के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई होगी। वहीं जिला प्रशासन ने मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये की तात्कालिक सहायता देने की घोषणा की है।
भीड़ का गुस्सा फूटा, सड़क जाम
हादसे के तुरंत बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। भीड़ ने कार को घेर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू हो गई और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। कई लोग घायल हुए हैं और कुछ को हिरासत में लिया गया है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना के तुरंत बाद विपक्षी पार्टियों ने इस car accident को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। टीडीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “अगर सुरक्षा घेरा आम आदमी की जान नहीं बचा सकता, तो उस सुरक्षा का क्या मतलब?”
वहीं, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है और निष्पक्ष जांच की बात कही है।
नारों की आवाज में एक इंसान की आवाज हमेशा के लिए बंद हो गई!!😢
पूर्व मुख्यमंत्री जगन रेड्डी की कार ने एक युवक को कुचल दिया। https://t.co/83sAyDC0yt— BSP Social Media (Unofficial) (@bspsocialmedi) June 23, 2025
सोशल मीडिया पर उबाल
सोशल मीडिया पर #CarAccident, #JusticeForShiva और #JaganCarCrash जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग सरकार से निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कानून क्या कहता है?
भारतीय दंड संहिता की धारा 304A के तहत लापरवाही से हुई मौत एक दंडनीय अपराध है। यदि यह साबित हो जाए कि गाड़ी की गति नियंत्रण से बाहर थी या चालक की गलती से हादसा हुआ, तो सख्त कानूनी कार्यवाही हो सकती है।
क्या VIP सुरक्षा आम आदमी की जान से ज्यादा कीमती है?
इस car accident ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या वीआईपी संस्कृति में आम जनता की सुरक्षा दरकिनार हो चुकी है? जब बड़े नेता रैलियों में निकलते हैं तो सुरक्षा घेरे की आड़ में आम लोगों की उपेक्षा क्यों की जाती है?
इस हृदयविदारक car accident ने न सिर्फ एक युवक की जान ली, बल्कि यह भी दिखा दिया कि हमारे सिस्टम में सुधार की कितनी आवश्यकता है। क्या सिर्फ मुआवजा देना ही पर्याप्त है या इससे कहीं ज्यादा ज़रूरी है जवाबदेही तय करना?
अब देखना यह होगा कि क्या इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी या यह भी अन्य हादसों की तरह समय के साथ भुला दिया जाएगा।