हाइलाइट्स
- Boeing 787 हादसे में अहम सुराग बना एक स्टूडेंट का मोबाइल वीडियो
- एक्सपर्ट कर रहे हैं वीडियो का डीप एनालिसिस, RAT के एक्टिवेशन की संभावना
- पायलट द्वारा आखिरी क्षणों में लिया गया फैसला कर सकता है हादसे की जड़ें उजागर
- इकलौते बचे यात्री ने बताया- तेज़ आवाज़, लाइट बंद और फिर ग्रीन लाइट की चमक
- RAT का चलना दर्शाता है कि Boeing 787 पूरी तरह इमरजेंसी में था
अहमदाबाद। भारत में एयर ट्रैफिक से जुड़ी एक बेहद चौंकाने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है। एयर इंडिया का Boeing 787 Dreamliner कुछ दिन पहले टेकऑफ के दौरान ही तकनीकी खामी के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा न केवल तकनीकी दृष्टि से गंभीर है, बल्कि इसमें छिपे संभावित कारणों की गहराई तक जाना बेहद आवश्यक है। इस दिशा में एक स्कूली छात्र द्वारा मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया वीडियो एक महत्वपूर्ण सुराग बनकर उभर रहा है।
घर की छत से रिकॉर्ड किया गया हादसे का आखिरी वीडियो
आर्यन असारी ने रिकॉर्ड किए प्लेन के अंतिम क्षण
12वीं कक्षा में पढ़ने वाले आर्यन असारी अहमदाबाद की एक रिहायशी कॉलोनी की छत पर खड़े होकर आसमान में उड़ान भरते Boeing 787 को देख रहे थे। उन्हें कुछ अजीब सा महसूस हुआ। तभी उन्होंने अपने फोन का कैमरा ऑन किया और अगले कुछ सेकंड में जो हुआ वह इतिहास बन गया। एयर इंडिया का Boeing 787 जैसे ही टेकऑफ की स्थिति में था, वह नियंत्रण खो बैठा और रिहायशी इलाके की तरफ झुकते हुए क्रैश हो गया।
वीडियो में दिखा RAT का एक्टिवेशन?
एक्सपर्ट्स कर रहे हैं वीडियो का फ़्रेम-दर-फ़्रेम विश्लेषण
इस वीडियो को कई टीवी चैनल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चलाया गया, लेकिन अब इसे एक नई दृष्टि से देखा जा रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि वीडियो में दो ब्लेड वाली एक टर्बाइन बेहद तेज़ी से घूमती नजर आती है। यह Boeing 787 में लगे RAT (Ram Air Turbine) की ओर इशारा करता है।
RAT का चलना दर्शाता है प्लेन की गंभीर इमरजेंसी
RAT का इस्तेमाल केवल अत्यंत गंभीर परिस्थितियों में होता है। यह तब बाहर आता है जब प्लेन का मुख्य इलेक्ट्रिकल और हाइड्रॉलिक सिस्टम फेल हो जाता है। इसका कार्य सीमित मात्रा में पावर जनरेट कर प्लेन के न्यूनतम फंक्शनिंग को बचाना होता है। Boeing 787 जैसे उन्नत विमान में RAT का एक्टिवेशन संकेत करता है कि दोनों इंजन फेल हो गए थे और पायलट के पास समय कम था।
विश्वास कुमार रमेश की गवाही से जुड़ती है तकनीकी थ्योरी
हादसे में चमत्कारिक रूप से जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश ने बताया कि प्लेन के अंदर अचानक तेज़ आवाज़ हुई, लाइटें बंद हो गईं और फिर हर तरफ एक हरे रंग की रोशनी दिखाई दी। यह विवरण एक्सपर्ट्स के RAT एक्टिवेशन थ्योरी से मेल खाता है, क्योंकि टर्बाइन के घूमते समय उत्पन्न ऊर्जा से अक्सर हरी बत्तियां दिखाई देती टेक्निकल एक्सपर्ट्स की राय
विमानन मामलों के वरिष्ठ विशेषज्ञ कैप्टन शैलेश त्रिपाठी का कहना है:
“Boeing 787 में RAT का एक्टिवेशन दर्शाता है कि कोई मेजर इलेक्ट्रिकल फेल्योर हुआ। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि इंजन ने एक साथ फेल किया हो, जो कि ड्यूल इंजन फेल्योर कहलाता है।”
RAT का उपयोग वर्ल्ड वॉर फाइटर जेट्स की याद दिलाता है, जो आपातकालीन स्थिति में उर्जा आपूर्ति का कार्य करते हैं। Boeing 787 जैसे आधुनिक विमानों में यह तकनीक सुरक्षा की अंतिम रेखा मानी जाती है।
फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर खोलेगा असली राज
हालांकि वीडियो, ऑडियो और बचे यात्री की गवाही ने कई थ्योरी को जन्म दिया है, लेकिन अंतिम सच्चाई तो फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) की जांच से ही सामने आएगी। DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) की विशेष टीम इस हादसे की गहन जांच कर रही है।
क्या Boeing 787 का डिज़ाइन सवालों के घेरे में आएगा?
पहले भी हो चुके हैं RAT एक्टिवेशन के मामले
दुनिया में Boeing 787 का नाम सबसे सुरक्षित विमानों में शुमार होता है, लेकिन अगर इसमें बार-बार RAT एक्टिवेट होने जैसी स्थितियां सामने आती हैं, तो निश्चित ही विमान की डिज़ाइन और सिस्टम पर नए सवाल उठ खड़े होंगे। इससे पहले भी कुछ इंटरनेशनल उड़ानों में इस सिस्टम के सक्रिय होने की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
अहमदाबाद में हुए Boeing 787 विमान हादसे ने न केवल एक बड़ा मानवीय संकट पैदा किया, बल्कि तकनीकी चुनौतियों की ओर भी ध्यान खींचा है। एक छात्र द्वारा मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया यह वीडियो अब केवल वायरल क्लिप नहीं, बल्कि संभावित जांच का आधार बन गया है। यदि यह पुष्टि होती है कि वीडियो में जो ब्लेड घूमता दिखा वह वास्तव में RAT था, तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि हादसे से ठीक पहले विमान ने एक खतरनाक तकनीकी विफलता झेली थी। अब सबकी निगाहें FDR और CVR की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो इस गुत्थी को सुलझाने में निर्णायक साबित होंगी।