Banda Crime

पानी देने से मना किया तो गर्भवती को पीट-पीटकर अधमरा किया: बांदा में इंसानियत को रौंदता ‘Banda Crime’ वायरल वीडियो बन गया सुबूत!

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हाइलाइट्स 

  • Banda Crime का ताज़ा मामला: गर्भवती महिला की बेरहमी से पिटाई का वीडियो हुआ वायरल
  • दबंगों को पानी और गिलास न देने पर महिला को बनाया गया निशाना
  • पीड़िता के आंख में आई गंभीर चोट, अस्पताल में कराया गया भर्ती
  • मौके पर पहुंची पुलिस दिखी बेबस, आरोपियों के खिलाफ नहीं हुई कड़ी कार्रवाई
  • स्थानीय लोगों में बढ़ा आक्रोश, पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने की मांग

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक बार फिर एक Banda Crime की शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एक गर्भवती महिला को सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि उसने नशे में धुत दबंग युवकों को गिलास और पानी देने से मना कर दिया। इस अमानवीय घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे जनता में भारी आक्रोश है।

घटना का विवरण: मामूली बात पर भड़के दबंग

 कब और कहां हुई घटना?

घटना बांदा जिले के नरैनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव की है, जहां मंगलवार रात करीब 9 बजे कुछ युवक शराब के नशे में धुत होकर एक गरीब परिवार के घर में घुस आए। उन्होंने महिला से पानी और गिलास मांगा। जब महिला ने गर्भवती होने का हवाला देकर मना किया तो आरोपियों ने उसे बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।

 महिला की हालत गंभीर

पिटाई इतनी बेरहमी से की गई कि महिला की एक आंख में गंभीर चोट आई है और पेट में भी गहरी चोट के चलते उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डॉक्टरों के अनुसार महिला की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। इस Banda Crime की गंभीरता को देखते हुए महिला चिकित्सकों की टीम निगरानी कर रही है।

पुलिस की लाचारी: दबंगों के सामने बेबस नजर आई व्यवस्था

 मौके पर पहुंची पुलिस

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन दबंगों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ दिया, जिससे लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ गई है।

 FIR दर्ज या नहीं?

सूत्रों की मानें तो पीड़िता के परिजनों की शिकायत के बावजूद अभी तक Banda Crime के आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। सिर्फ सामान्य मारपीट की धाराओं में नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है।

गांव में तनाव: लोगों ने किया प्रदर्शन, दोषियों को सजा की मांग

घटना के विरोध में गांव के लोगों ने थाने का घेराव किया और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त सजा देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर इस Banda Crime में पुलिस ने उचित कार्रवाई नहीं की तो वे जिले भर में आंदोलन छेड़ देंगे।

 पीड़िता का बयान

अस्पताल में भर्ती महिला ने मीडिया को दिए बयान में कहा,

“मैं सिर्फ यह कह रही थी कि गर्भवती हूं और मुझे आराम की ज़रूरत है। लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी और मुझे पीटने लगे। अब मेरी आंख में दिखना बंद हो गया है और बच्चे को भी खतरा हो सकता है।”

मानवाधिकार संगठन हुए सक्रिय, NHRC ने मांगी रिपोर्ट

घटना के वायरल वीडियो और मीडिया कवरेज के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने मामले का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पूछा है कि इस Banda Crime में पुलिस की निष्क्रियता पर क्या कार्रवाई हुई है।

सोशल मीडिया पर उबाल, वायरल हो रहा है वीडियो

सोशल मीडिया पर #BandaCrime और #JusticeForPregnantWoman ट्रेंड कर रहे हैं। लोग इस घटना की कड़ी निंदा कर रहे हैं और आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

“क्या अब पानी न देना भी गुनाह है? क्या एक गर्भवती महिला की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं?”
— ट्वीट कर रहे हैं लोग

राजनीतिक प्रतिक्रिया: विपक्ष ने सरकार को घेरा

विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा,

“यह घटना बताती है कि प्रदेश में महिलाएं कितनी असुरक्षित हैं। Banda Crime जैसे मामलों में कार्रवाई सिर्फ कागज़ों पर होती है।”

क्या कहती है सरकार और प्रशासन?

 प्रशासन का बयान

बांदा जिला अधिकारी ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर सख्त धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता को हर संभव सहायता दी जा रही है।

 सुरक्षा की व्यवस्था

घटना के बाद से गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि कोई और घटना न हो। लेकिन जनता में विश्वास की भारी कमी साफ नजर आ रही है।

Banda Crime: क्या यह अकेली घटना है?

बांदा जिले में Banda Crime कोई नया शब्द नहीं है। इससे पहले भी महिलाओं पर अत्याचार, दलितों की पिटाई, और पुलिस की निष्क्रियता की घटनाएं सामने आती रही हैं। यह घटना उस लंबे सिलसिले की एक कड़ी है, जिसमें गरीब और कमजोर वर्ग की आवाज़ को दबा दिया जाता है।

 कब मिलेगा न्याय?

यह सवाल अब हर ज़ुबान पर है — क्या पीड़िता को मिलेगा न्याय? क्या दोषियों को मिलेगी सजा? या फिर यह Banda Crime भी बाकी घटनाओं की तरह फाइलों में दब जाएगा?

जब तक पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता जारी रहेगी, तब तक ऐसी घटनाएं रुकेंगी नहीं। ज़रूरत है जवाबदेही की, इंसाफ की, और उस व्यवस्था की जो हर महिला, हर नागरिक को समान सुरक्षा और सम्मान दे सके।

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