हाइलाइट्स
कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश का आरोप, मुस्लिम लड़की को बनाया निशाना
शोर मचाने पर परिजनों ने पहुंचकर बचाई लड़की, मारपीट का आरोप
विरोध के बाद पीड़िता के घर पर हमला, तोड़फोड़ और आगजनी की गई
भीड़ ने थाने का घेराव कर बुलडोज़र चलवाने की मांग की
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात, इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद
वाराणसी के राजातालाब में communal tension: कांवड़ियों के भेष में आए युवकों ने बिगाड़ा माहौल
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी बनारस में उस वक्त तनाव फैल गया जब कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश की खबर सामने आई। मामला वाराणसी के राजातालाब थाना क्षेत्र के एक मुस्लिम बहुल मोहल्ले का है, जहां कुछ अज्ञात युवक कांवड़ियों का वेश धारण कर एक घर में घुसे और वहां मौजूद 17 वर्षीय मुस्लिम किशोरी के साथ कथित रूप से दुष्कर्म की कोशिश की।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पीड़िता ने शोर मचाया, जिस पर उसके परिवारजन और मोहल्ले के लोग पहुंचे। युवकों को पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन वे मौके से भाग निकले। इसी दौरान परिवार के कुछ सदस्यों के साथ हाथापाई भी हुई।
घटना के बाद भड़की हिंसा, कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश के विरोध में हमला
हैरानी की बात यह है कि पीड़िता के परिजनों द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराने के कुछ ही घंटे बाद, सैकड़ों की संख्या में कथित कांवड़ियों ने इलाके में जमा होकर पीड़िता के घर पर धावा बोल दिया। भीड़ ने घर में जबरन घुसकर तोड़फोड़ की, बाइक और फर्नीचर जलाए और पूरे मोहल्ले में डर का माहौल बना दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगने के बाद भी प्रशासन ने शुरू में स्थिति को सामान्य मानने की कोशिश की, लेकिन जब आगजनी और तोड़फोड़ शुरू हुई, तब भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
थाने का घेराव और बुलडोज़र की मांग: भीड़ ने लिया आक्रामक रुख
हमले के बाद मामला तब और अधिक संवेदनशील हो गया जब हमलावर भीड़ ने राजातालाब थाने का घेराव कर दिया। भीड़ ने जोर देकर मांग की कि पीड़िता के घर पर अवैध निर्माण बताकर बुलडोज़र चलाया जाए।
यह मांग इसलिए चौंकाने वाली थी क्योंकि मामला खुद पीड़िता के साथ हुई कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश से जुड़ा था, न कि किसी अवैध निर्माण से। इसके बाद प्रशासन के रवैये को लेकर सवाल उठने लगे।
प्रशासन का रुख और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तात्कालिक रूप से एफआईआर दर्ज कर ली है। राजातालाब थाना प्रभारी ने बताया,
“मामले की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश, आगजनी, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है।”
लेकिन स्थानीय मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश का मामला दर्ज होने के बावजूद हमलावरों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। इसके बजाय पीड़िता के घर को अवैध बताकर उस पर बुलडोज़र चलाने की तैयारी की जा रही है।
पीड़िता की मां का बयान: “हमें इंसाफ नहीं, धमकी मिल रही है”
पीड़िता की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा,
“मेरी बेटी ने जान बचाकर हमें बुलाया। हम थाने गए तो कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टा हमला हो गया हमारे घर पर। पुलिस कह रही है कि हमारा घर अवैध है। क्या बेटी की इज्जत बचाने की सजा ये है?”
उन्होंने साफ कहा कि उनकी बेटी को कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश का शिकार बनाया गया और अब पूरे परिवार को उजाड़ने की धमकी दी जा रही है।
बनारस: कांवड़ियों के वेश में आए युवकों पर मुस्लिम लड़की से दुष्कर्म की कोशिश का आरोप, विरोध के बाद पीड़िता के घर में तोड़फोड़ और आगजनी।
वाराणसी, उत्तर प्रदेश: जिले के राजातालाब क्षेत्र में उस वक्त तनाव फैल गया जब कांवड़ियों के वेश में आए कुछ युवकों पर एक मुस्लिम लड़की से कथित… pic.twitter.com/bNHLADGcF5
— Lallanpost (@Lallanpost) July 29, 2025
सांप्रदायिक सौहार्द पर खतरा: बनारस जैसे शहर में घटना ने बढ़ाई चिंता
बनारस हमेशा से गंगा-जमुनी तहज़ीब का प्रतीक रहा है। ऐसे में कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश जैसी घटनाएं सांप्रदायिक सौहार्द को गहरी चोट पहुंचा सकती हैं। धार्मिक आयोजनों के दौरान वेश बदलकर अपराध करने के इस ट्रेंड ने प्रशासन और खुफिया एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला, भ्रामक वीडियो भी फैले
घटना के कुछ ही घंटों के भीतर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक लड़की को कांवड़ियों से बचाते हुए दिखाया गया। इस वीडियो को कई भ्रामक दावों के साथ शेयर किया गया, जिससे माहौल और ज्यादा गर्म हो गया। पुलिस ने कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
निष्पक्ष जांच और न्याय की जरूरत
यह मामला केवल कांवड़ियों के वेश में दुष्कर्म की कोशिश का ही नहीं, बल्कि प्रशासन की निष्पक्षता, पुलिस की तत्परता और साम्प्रदायिक संतुलन की भी अग्निपरीक्षा है। अगर समय रहते न्याय नहीं मिला, तो यह घटना बड़े पैमाने पर सामाजिक असंतुलन का कारण बन सकती है।