हाइलाइट्स
Aligarh Girl Viral Videoने अलीगढ़ स्टेशन पर सक्रिय महिलाओं के गैंग की ओर दिलाया ध्यान
लाल ड्रेस में युवती ने युवक को चप्पल से पीटा, वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के पीछे छुपी असलियत आई सामने
स्टेशन पर सक्रिय गैंग फर्जी आरोप लगाकर यात्रियों को बनाते हैं निशाना
पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू की, CCTV फुटेज के आधार पर कार्रवाई जारी
वायरल वीडियो से मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ रेलवे स्टेशन से सामने आया एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसे Aligarh Girl Viral Video कहा जा रहा है। इस वीडियो में लाल ड्रेस पहने एक युवती को एक युवक पर चप्पलें बरसाते हुए देखा जा सकता है। पहले तो यह मामला महिला उत्पीड़न का प्रतीत हुआ, लेकिन जब इस वीडियो की तह में जाने की कोशिश की गई, तो सच्चाई कुछ और ही निकली।
यूपी के अलीगढ़ की चप्पल बाज लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल !!
लाल ड्रेस में यह लड़की एक युवक के मुंह पर चप्पलें मार रही है !!
सोशल मीडिया जानकारी अनुसार इसकी सच्चाई सुनिए !!
अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर इन दिनों लाल ड्रेस में महिलाओं का एक खतरनाक गैंग सक्रिय हो गया है,… pic.twitter.com/FZnQkNBHs6
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) June 30, 2025
वीडियो का घटनाक्रम: कहां और कैसे हुआ वायरल
यह वीडियो सबसे पहले एक लोकल फेसबुक ग्रुप पर डाला गया, जहां इसे कुछ ही घंटों में हज़ारों लोगों ने शेयर किया। धीरे-धीरे यह Aligarh Girl Viral Video के नाम से ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर ट्रेंड करने लगा।
वीडियो में युवती स्टेशन पर खड़े एक युवक को चप्पलों से पीट रही है और कह रही है कि “इसने छेड़छाड़ की है”। लेकिन नज़दीक खड़े कुछ लोगों ने पूरे घटनाक्रम को देखा और उनका कहना है कि यह एक योजनाबद्ध स्क्रिप्टेड ड्रामा था।
जांच में सामने आई साजिश: लाल ड्रेस गैंग की सच्चाई
लाल ड्रेस गैंग क्या है?
स्थानीय लोगों और यात्रियों के अनुसार, अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर इन दिनों “लाल ड्रेस गैंग” नाम का एक गिरोह सक्रिय हो गया है। ये महिलाएं विशेष रूप से लाल रंग की पोशाक में नजर आती हैं और स्टेशन के भीड़-भाड़ वाले हिस्सों में टहलती रहती हैं।
इनका तरीका-ए-वारदात:
- पहले किसी अकेले यात्री (खासतौर पर पुरुष) को टारगेट करना
- मुस्कुराकर इशारों से बात करना
- बातचीत के बहाने पैसे मांगना
- पैसे न देने पर छेड़छाड़ या अश्लील हरकतों का झूठा आरोप लगाना
- फिर खुलेआम मारपीट कर वीडियो बनवाना
Aligarh Girl Viral Video: जानबूझकर किया गया था शूट?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा Aligarh Girl Viral Video अब शक के घेरे में आ गया है। कुछ यूज़र्स का दावा है कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड था और इसका उद्देश्य युवक को बदनाम करना और पैसे ऐंठना था।
कुछ अहम बिंदु जो सामने आए:
- युवक और युवती के बीच कोई बातचीत या बहस पहले नहीं हुई थी
- लड़की ने अचानक हमला किया
- वीडियो बनाने वाला पहले से तैयार खड़ा था
- बाद में युवती ने पैसे मांगने की बात स्वीकारी
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच की प्रगति
अलीगढ़ जीआरपी (Government Railway Police) ने वायरल वीडियो को गंभीरता से लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तुरंत स्टेशन के CCTV फुटेज खंगालने के निर्देश दिए।
पुलिस द्वारा उठाए गए कदम:
- CCTV फुटेज के आधार पर युवती की पहचान
- प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज
- पीड़ित युवक से संपर्क की कोशिश
- स्टेशन परिसर में महिला अपराध सेल की गश्त बढ़ाई गई
सोशल मीडिया पर मचे शोर का असर
Aligarh Girl Viral Video के वायरल होते ही ट्विटर पर #AligarhRedDressGang ट्रेंड करने लगा। लोगों ने इसे पुरुषों के खिलाफ ‘मॉब जस्टिस’ करार दिया और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
कुछ प्रमुख टिप्पणियां:
- “अगर कोई लड़की झूठा इल्जाम लगाए तो पुरुष कहां जाए?”
- “लाल ड्रेस गैंग का पर्दाफाश होना जरूरी है”
- “पुरुष भी अब असुरक्षित हैं”
विशेषज्ञों की राय: कानून का दुरुपयोग खतरनाक
कानून विशेषज्ञों का मानना है कि महिला सुरक्षा के लिए बनाए गए कड़े कानूनों का दुरुपयोग यदि इस तरह से किया जाएगा तो समाज में महिला और पुरुष के बीच अविश्वास की दीवारें खड़ी हो जाएंगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की याद:
सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि IPC की धारा 498A और अन्य महिला-संबंधी धाराओं का अंधाधुंध प्रयोग न हो।
स्टेशन प्रशासन की बड़ी चूक: सुरक्षा पर उठे सवाल
रेलवे स्टेशन पर CCTV होने के बावजूद ऐसी घटनाएं बार-बार होना, सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।
प्रमुख खामियां:
- स्टेशन पर महिला पुलिस की कमी
- CCTV की निगरानी सीमित
- बिना पहचान के लोगों का परिसर में आना-जाना
वायरल वीडियो ने खोली एक गंभीर सामाजिक सच्चाई
Aligarh Girl Viral Video सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि एक सामाजिक चेतावनी है। यह दिखाता है कि कैसे कुछ लोग कानून और संवेदनशील मुद्दों का दुरुपयोग करके निर्दोषों को फंसा सकते हैं।
जरूरत है कि ऐसी घटनाओं की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत न कर सके।