हाइलाइट्स
- Aligarh Crime: शादीशुदा प्रेमी संग फरार हुई मां, 11 महीने के मासूम की तड़प-तड़प कर हुई मौत
- किरायेदार से अवैध संबंधों के चलते महिला ने छोड़ा बच्चा, 12 दिन बाद हुई दर्दनाक मौत
- पति ने SSP ऑफिस में लगाई न्याय की गुहार, महिला और प्रेमी की तलाश जारी
- प्रेमी की पत्नी ने भी लगाए संगीन आरोप, कहा- “पति के कई महिलाओं से हैं संबंध”
- पुलिस पर लापरवाही का आरोप, पीड़ित पत्नी ने कहा- “कई बार की शिकायत, कोई सुनवाई नहीं”
Aligarh Crime : प्रेम के अंधेपन में 11 महीने के मासूम की जान ले गई मां की बेवफाई
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने समाज, रिश्तों और कानून व्यवस्था को झकझोर कर रख दिया है। यह Aligarh Crime केवल एक धोखे की कहानी नहीं है, बल्कि एक मासूम की जान चली जाने का ऐसा दर्दनाक मामला है, जिसे सुनकर रूह कांप उठे।
किरायेदार से नजदीकियां और मासूम की मौत
यह पूरा मामला अलीगढ़ के क्वार्सी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, यहां एक विवाहिता महिला अपने घर में रह रहे किरायेदार राहुल नामक युवक के साथ नजदीकियां बढ़ा बैठी। राहुल भी शादीशुदा है और वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ उसी मकान के ऊपरी हिस्से में किराए पर रह रहा था।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, महिला और राहुल के बीच कुछ महीनों से प्रेम संबंध चल रहे थे। धीरे-धीरे यह रिश्ता इतना गहरा हो गया कि 27 जून को महिला अपने 11 महीने के बच्चे को घर में अकेला छोड़कर राहुल के साथ फरार हो गई। यह Aligarh Crime न सिर्फ अनैतिक था बल्कि नन्हे बच्चे के जीवन के लिए भी घातक साबित हुआ।
मासूम की तबीयत बिगड़ी, 12 दिन में दम तोड़ा
मां के अचानक गायब होने के बाद बच्चा लगातार रोता रहा। पिता ने बच्चे की देखभाल की पूरी कोशिश की, लेकिन मां के वात्सल्य के बिना बच्चा लगातार बीमार होता चला गया। इलाज के बावजूद 12 दिन बाद उस मासूम ने दम तोड़ दिया। Aligarh Crime की यह त्रासदी सिर्फ परिवार नहीं, पूरे समाज के लिए चेतावनी है।
पति की गुहार: SSP ऑफिस पहुंचा पीड़ित
मृतक बच्चे का पिता इस हादसे से टूट चुका है। उसने अलीगढ़ के SSP ऑफिस जाकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित पिता का कहना है कि उसके घर को उजाड़ने वाला सिर्फ किरायेदार नहीं, बल्कि कानून की सुस्ती भी है। Aligarh Crime जैसे मामलों में अगर समय रहते कार्रवाई होती, तो शायद वह अपने बेटे को खोने से बचा सकता।
प्रेमी की पत्नी का बयान: “पति के और भी महिलाओं से संबंध”
इस मामले में एक और महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब राहुल की पत्नी ने भी SSP ऑफिस में पहुंचकर अपने पति के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। उसने बताया कि राहुल के कई महिलाओं से अवैध संबंध हैं और वह पहले भी इस तरह की हरकतें कर चुका है। महिला ने यह भी कहा कि उसने कई बार थाने में शिकायत दी थी कि उसका पति उसे पीटता है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस Aligarh Crime ने पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
SSP का एक्शन, थाना प्रभारी को दिए निर्देश
SSP ने तत्काल प्रभाव से संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश दिया है कि वे महिला और राहुल की तत्काल तलाश करें और उनके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करें। Aligarh Crime के इस केस को ‘प्राथमिकता पर जांच’ में रखा गया है।
सामाजिक और नैतिक सवाल
यह Aligarh Crime समाज के सामने कई सवाल छोड़ गया है:
- क्या प्रेम इतना अंधा हो सकता है कि एक मां अपने बच्चे को तड़पता छोड़ दे?
- क्या विवाह के बंधन में रहते हुए इस तरह के संबंधों को सामाजिक मान्यता मिलनी चाहिए?
- क्या पुलिस प्रशासन को घरेलू हिंसा और विवाहेतर संबंधों की शिकायतों को नजरअंदाज करना चाहिए?
पड़ोसी बोले- “कभी नहीं सोचा था ऐसा होगा”
स्थानीय लोगों का कहना है कि महिला और राहुल की नजदीकियों पर किसी को पहले शक नहीं हुआ। सभी को यह खबर सुनकर सदमा लगा है। पड़ोसियों का कहना है कि महिला एक अच्छे परिवार की लगती थी, लेकिन यह Aligarh Crime सुनकर विश्वास टूट गया है।
क्या कहता है कानून?
भारतीय दंड संहिता की धारा 317 के तहत यदि कोई माता-पिता अपने बच्चे को परित्याग करता है, जिससे उसकी जान को खतरा हो, तो उसे 7 साल तक की सजा हो सकती है। इसके अतिरिक्त विवाहेतर संबंध और घरेलू हिंसा जैसे मामलों में भी कठोर धाराएं लग सकती हैं।
रिश्तों की कीमत नासमझ फैसलों से चुकाई जाती है
Aligarh Crime सिर्फ कानून की किताबों में दर्ज एक मामला नहीं है। यह उस समाज का आईना है जहां भावनाओं पर स्वार्थ, वासना और लापरवाही हावी हो रही है। इस घटना ने रिश्तों की नाजुकता और सामाजिक ज़िम्मेदारियों की अनदेखी को उजागर किया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस पर कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और समाज क्या इससे कुछ सीखता है?