हाइलाइट्स
- गोरखपुर में आयोजित होने जा रही Air Raid Drill का उद्देश्य नागरिकों को आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग देना है।
- शाम 7:30 बजे पूरे शहर की बिजली बंद कर ‘ब्लैकआउट’ सिचुएशन तैयार की जाएगी।
- वायुसेना, नागरिक सुरक्षा कोर, दमकल विभाग सहित कई एजेंसियां युद्ध जैसी स्थिति का अभ्यास करेंगी।
- अभ्यास के दौरान सायरन, धमाकों और आगजनी जैसी परिस्थितियां रची जाएंगी।
- नागरिकों को सिखाया जाएगा कि Air Raid Drill के दौरान कैसे खुद को सुरक्षित रखें।
युद्ध जैसे हालात की तैयारी: गोरखपुर में होगा ‘Air Raid Drill’ का व्यापक अभ्यास
गोरखपुर। चीन सीमा से नजदीकी और भौगोलिक दृष्टि से संवेदनशील माने जाने वाले गोरखपुर जिले में इस सप्ताह एक विशेष Air Raid Drill का आयोजन होने जा रहा है। इस अभ्यास के ज़रिए प्रशासन नागरिकों को युद्ध जैसी परिस्थितियों से निपटने की रणनीति सिखाएगा। ब्लैकआउट, बमबारी, सायरन, और राहत कार्यों की मॉक एक्टिविटीज़ के माध्यम से लोगों को तैयार किया जाएगा कि संकट के समय वे कैसे संयम और सूझबूझ से अपनी और अपने परिवार की रक्षा कर सकते हैं।
शाम 7:30 से 8:30 बजे तक रहेगा पूर्ण ब्लैकआउट
बिजली कटौती से होगा माहौल निर्माण
प्रशासन द्वारा तय की गई योजना के तहत शाम 7:30 बजे से रात 8:30 बजे तक शहर में पूरी तरह से बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। इसका उद्देश्य Air Raid Drill की गंभीरता को बढ़ाना और असली परिस्थितियों का आभास कराना है। हालांकि, अस्पतालों जैसी आपात सेवाओं को इससे छूट दी गई है। नागरिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इनवर्टर, जनरेटर आदि के प्रकाश को भी ढक दें ताकि कोई रोशनी बाहर न आए।
कैसे काम करेगा सायरन सिस्टम?
सायरन से मिलेंगे संकेत
इस Air Raid Drill के दौरान दो तरह के सायरन बजाए जाएंगे। पहला, ऊंची-नीची आवाज वाला सायरन दो मिनट तक बजेगा जो हवाई हमले की चेतावनी देगा। दूसरा, लगातार एक जैसी आवाज वाला सायरन इस बात की सूचना देगा कि खतरा टल गया है। यह प्रणाली नागरिकों को समय पर सचेत करने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए मार्गदर्शन देने के लिए है।
मॉक धमाके और राहत कार्यों का प्रदर्शन
बम विस्फोट, आगजनी, और राहत कार्य जैसे दृश्य
Air Raid Drill के हिस्से के रूप में शहर के विभिन्न हिस्सों में पटाखों के माध्यम से बम धमाकों जैसी स्थिति पैदा की जाएगी। वायुसेना के विमानों की आवाज और विस्फोटों के साथ, दमकल विभाग की टीमें आग बुझाने और नागरिक सुरक्षा कोर की टीमें राहत कार्यों में लगी दिखेंगी।
घायलों का उपचार और सुरक्षित निकासी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मॉक घायलों को प्राथमिक उपचार देने की प्रक्रिया दिखाई जाएगी, वहीं नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक बहुमंजिला इमारतों में फंसे लोगों को बाहर निकालने का भी प्रदर्शन करेंगे। यह सबकुछ रियल टाइम में किया जाएगा ताकि आम नागरिक वास्तविक स्थिति को समझ सकें।
आम जनता को दिए गए विशेष निर्देश
घर के भीतर ही रहना सर्वोत्तम उपाय
Air Raid Drill के दौरान आम लोगों को घरों के भीतर ही सुरक्षित स्थान पर बने रहने की सलाह दी गई है। यदि कोई बाहर है तो उसे तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए। विशेष रूप से, खिड़कियों को काले पर्दों से ढकना, शीशों से दूर रहना और ज़मीन पर लेटकर दोनों हाथों से कान ढंकना जैसे सुझाव दिए गए हैं।
जरूरी सामान रखें तैयार
प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने पहचान पत्र, जरूरी दस्तावेज, दवाइयां और टॉर्च जैसी सामग्री को एक सुरक्षित किट में पहले से तैयार रखें। यह किट आपात स्थिति में तुरंत उपयोगी होगी।
वायुसेना से लिया जाएगा सहयोग
सैन्य तैयारियों का होगा रियल डेमो
बैठक में वायुसेना के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया और Air Raid Drill के दौरान उनके सहयोग से सैन्य अभ्यास जैसी स्थितियां बनाने की योजना पर चर्चा हुई। अगर वायुसेना की मंज़ूरी मिल जाती है तो बमवर्षक विमान की उड़ान के दौरान नीचे पटाखों से बमबारी का आभास कराया जाएगा। इसके साथ ही सायरन बजाकर नागरिकों को घरों से बाहर निकलने का निर्देश दिया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर विशेष प्रबंध
निजी अस्पतालों को भी दिए गए निर्देश
बिजली कटौती के दौरान निजी अस्पतालों को जनरेटर चालू रखने की अनुमति होगी, लेकिन परिसर की बाहरी लाइट्स बंद रखने का सख्त निर्देश दिया गया है। आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर जैसी सेवाएं जारी रहेंगी लेकिन किसी प्रकार की रोशनी बाहर न आए, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
पिछली Air Raid Drill से मिली सीख
दिसंबर 2024 की मॉकड्रिल बनी आधार
6 दिसंबर 2024 को हुई Air Raid Drill से प्रशासन को कई सीख मिली थी, जिसे इस बार के अभ्यास में बेहतर ढंग से लागू किया जाएगा। पिछली बार लोगों में जागरूकता की कमी देखी गई थी, जिसे इस बार सुधारने पर ज़ोर रहेगा।
नागरिकों से अपेक्षित सहयोग
प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
Air Raid Drill की सफलता तभी संभव है जब आम नागरिक इस अभ्यास को गंभीरता से लें। अफवाहों से बचें, रेडियो और मोबाइल के सरकारी अलर्ट पर ध्यान दें और सायरन की आवाज सुनते ही शांतिपूर्वक सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ें। किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं, तुरंत पुलिस या सुरक्षा बल को सूचित करें।
तैयार रहें, सतर्क रहें
इस Air Raid Drill का उद्देश्य केवल एक सरकारी कवायद नहीं बल्कि जनता की जान की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। युद्ध जैसी आपात स्थिति में अगर नागरिक पहले से प्रशिक्षित हों तो जान-माल की हानि को न्यूनतम किया जा सकता है। गोरखपुर का यह प्रयास एक मिसाल बन सकता है कि कैसे नागरिक और प्रशासन मिलकर किसी भी आपदा का सामना कर सकते हैं।