Air India crash

Air India के मलबे से निकला ऐसा राज़, देखकर कांप गईं रेस्क्यू टीम्स की रूह – मौत की कहानी अभी अधूरी है!

Latest News

हाइलाइट्स

  • Air India crash की जांच के दौरान मिला एक और शव, संभावना मनीषा थापा की
  • बीजे हॉस्टल की छत से मलबा हटाते समय एनएसजी को हुआ शव का पता
  • शव के कपड़ों से एयर होस्टेस होने की पुष्टि, पहचान अभी बाकी
  • विमान के पिछले हिस्से से निकाला गया शव, जहां पहुंचना बेहद मुश्किल था
  • हादसे में 241 यात्रियों समेत 275 लोगों की मौत, एकमात्र जीवित यात्री बना रहस्य

हादसे की भयावहता और नई कड़ी

गुजरात के अहमदाबाद में बीते सप्ताह हुए Air India crash ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह विमान हादसा न केवल तकनीकी और प्रशासनिक जांच का विषय बन गया है, बल्कि इसमें मानवीय त्रासदी के कई पहलू भी सामने आ रहे हैं। हादसे के बाद मलबे को हटाने का कार्य अब भी जारी है। इसी क्रम में बीजे हॉस्टल की छत से Air India crash के मलबे को हटाते वक्त एक और शव बरामद किया गया है, जो कपड़ों से एयर होस्टेस प्रतीत होता है।

 बीजे हॉस्टल की छत से निकला शव

विमान के पिछले हिस्से में फंसा था मलबा

हॉस्टल की छत पर Air India crash के मलबे का जो हिस्सा लटका हुआ था, वह विमान का पिछला भाग था। एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) की टीम जब इस हिस्से तक पहुंची और मलबा हटाया, तो उसमें से एक महिला का शव मिला। बताया जा रहा है कि यह शव काफी समय से फंसा हुआ था और तकनीकी कारणों से उसे तुरंत हटाना संभव नहीं हो पाया था।

 एनएसजी की टीम ने की शव की बरामदगी

एनएसजी की विशेष टीम विमान के मलबे की सूक्ष्मता से जांच कर रही थी। इसी दौरान जब पिछले हिस्से के भीतर प्रवेश किया गया, तब यह शव दिखाई दिया। शरीर की स्थिति और कपड़ों से स्पष्ट संकेत मिले कि मृतका एयर होस्टेस हो सकती हैं।

 क्या यह शव मनीषा थापा का है?

 पटना की मनीषा थीं एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार

Air India crash में मारे गए चालक दल के सदस्यों में एक नाम मनीषा थापा का भी है, जो बिहार के पटना की रहने वाली थीं। मनीषा एयर इंडिया की इस फ्लाइट में एयर होस्टेस के रूप में ड्यूटी पर थीं और हादसे के बाद से लापता थीं। अब जब एक एयर होस्टेस का शव मिला है, तो यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह शव संभवतः मनीषा का ही हो सकता है।

 डीएनए जांच देगी अंतिम पुष्टि

हालांकि, कपड़ों और कद-काठी के आधार पर शव की पहचान मनीषा थापा के रूप में की जा रही है, लेकिन अंतिम पुष्टि डीएनए जांच के बाद ही हो सकेगी। मनीषा के परिवार को भी नमूने भेजने के लिए संपर्क किया गया है।

 हादसे का अब तक का ब्योरा

 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी फ्लाइट

Air India crash में शामिल विमान ने गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। यह एक नियमित इंटरनेशनल फ्लाइट थी जिसमें कुल 242 लोग सवार थे—जिसमें 12 क्रू मेंबर्स और 230 यात्री शामिल थे। कुछ ही मिनटों में तकनीकी खराबी के चलते विमान ने नियंत्रण खो दिया और शहर के एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थित मेडिकल कॉलेज पर जा गिरा।

 275 मौतें, एकमात्र जीवित यात्री बना रहस्य

इस दर्दनाक हादसे में विमान के सभी 241 यात्रियों की मौत हो गई, लेकिन एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बचा। साथ ही मेडिकल कॉलेज और हॉस्टल में भी 34 लोग मारे गए, जिससे कुल मृतकों की संख्या 275 तक पहुंच गई। जीवित बचे यात्री की मानसिक स्थिति अभी तक सामान्य नहीं है, और उसने जांच एजेंसियों को कुछ भी नहीं बताया है।

 विमान हादसे की जांच और तकनीकी विश्लेषण

 ब्लैक बॉक्स से नहीं मिली ठोस जानकारी

Air India crash की जांच में ब्लैक बॉक्स से अब तक कोई ठोस तकनीकी गड़बड़ी सामने नहीं आई है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल के साथ हुई बातचीत के रिकॉर्ड सामान्य थे, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि या तो विमान ने अचानक मैकेनिकल फेलियर का सामना किया या कोई बाहरी कारण इसके पीछे हो सकता है।

 विदेशी जांच एजेंसियां भी जुड़ीं

इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए अब ब्रिटेन और फ्रांस की विमानन सुरक्षा एजेंसियां भी जांच में शामिल हो चुकी हैं। एयर इंडिया के पास जो Dreamliner विमान था, वह फ्रांस की एयरबस तकनीक पर आधारित था।

 सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया

मनीषा थापा के परिवार ने मांगा न्याय

पटना स्थित मनीषा के घर पर मातम पसरा है। उनके पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि यह शव उनकी बेटी का है तो उन्हें सरकार से मांग है कि इस दुर्घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दी जाए।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल

Twitter और Instagram जैसे प्लेटफॉर्म पर लोग Air India crash को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। एयरलाइन की लापरवाही, DGCA की चुप्पी और तकनीकी गड़बड़ी जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है।

Air India crash ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। अब जब एक और शव मिला है, और वह संभवतः मनीषा थापा का हो सकता है, तो यह हादसा एक और दर्दनाक मोड़ ले रहा है। सवाल अब भी अनुत्तरित हैं—क्या यह हादसा रोका जा सकता था? क्या पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं किए गए? और सबसे अहम, क्या इस दर्दनाक त्रासदी से हम भविष्य में कुछ सबक लेंगे?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *