हाइलाइट्स
- Air India crash की जांच में सामने आया कि दोनों इंजन के फेल होने से हुआ हादसा
- सिम्युलेटर टेस्ट में विंग फ्लैप्स और लैंडिंग गियर को क्रैश की अकेली वजह नहीं माना गया
- इमरजेंसी पावर सिस्टम (RAT) के एक्टिव होने से इंजन फेल होने का संकेत मिला
- टेकऑफ के बाद तुरंत विमान की ऊंचाई पकड़ने में नाकामी का वीडियो फुटेज सामने
- ब्लैक बॉक्स डेटा की गहन जांच में तकनीकी खामियों की ओर बढ़ रही है जांच
हादसे के दो हफ्ते बाद भी बना हुआ है रहस्य
Air India crash में मारे गए 241 यात्रियों की मौत के बाद भी सवालों की धुंध अब तक साफ नहीं हुई है। यह विमान हादसा भारतीय विमानन इतिहास के सबसे भयानक हादसों में से एक माना जा रहा है। दो सप्ताह बीत जाने के बाद अब जांच अधिकारियों की रिपोर्ट से यह साफ होने लगा है कि इस हादसे की मुख्य वजह दोनों इंजनों का एकसाथ फेल होना हो सकता है।
हालांकि एयर इंडिया और सरकारी एजेंसियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों की मानें तो ब्लैक बॉक्स से मिले संकेत और सिम्युलेटर टेस्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि Air India crash केवल विंग फ्लैप्स या लैंडिंग गियर के कारण नहीं हुआ।
तकनीकी जांच की नई दिशा
दोनों इंजन हुए थे फेल?
हादसे से कुछ ही सेकंड पहले विमान के इमरजेंसी पावर टरबाइन (RAT) के एक्टिव होने की पुष्टि हुई है। RAT एक ऐसा सिस्टम है जो तभी ऑन होता है जब विमान के दोनों इंजन बंद हो जाएं और पावर सप्लाई पूरी तरह ठप हो जाए। इसका एक्टिव होना सीधे तौर पर यह संकेत देता है कि Air India crash के समय विमान का पूरा इलेक्ट्रिकल सिस्टम फेल हो चुका था।
सिम्युलेटर टेस्ट से क्या मिला?
एयर इंडिया के सीनियर पायलटों और जांचकर्ताओं ने हादसे की परिस्थितियों को उड़ान सिम्युलेटर में दोहराया। उनका उद्देश्य यह समझना था कि क्या विंग फ्लैप्स बंद रहने और लैंडिंग गियर खुले होने की वजह से विमान क्रैश हो सकता है।
निष्कर्ष क्या निकला?
सिम्युलेटर ने यह स्पष्ट किया कि सिर्फ इन दो कारणों से Air India crash जैसी दुर्घटना नहीं हो सकती। इसका मतलब है कि या तो इंजन फेल हुए या फिर पूरी पावर सप्लाई सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया था।
वीडियो फुटेज और चश्मदीदों के बयान
टेकऑफ के बाद ही विमान में गिरावट
उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान ऊंचाई नहीं पकड़ पाया और सीधा नीचे की ओर गिरता गया। इस पूरी घटना का वीडियो पास की एक इमारत में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया। इसमें साफ दिख रहा है कि विमान पूरी ताकत से टेकऑफ करने के बावजूद तुरंत नीचे गिरने लगा।
क्या कहती है यह तस्वीर?
वीडियो को देखकर विशेषज्ञों ने यह अनुमान लगाया कि हो सकता है कि विमान का एक इंजन टेकऑफ के दौरान ही बंद हो गया हो और दूसरा अधिक लोड के कारण कुछ ही सेकंड में फेल हो गया हो। यह स्थिति Air India crash की सबसे मजबूत तकनीकी थ्योरी के रूप में सामने आई है।
लैंडिंग गियर और फ्लैप्स की स्थिति
ब्लैक बॉक्स के डेटा और जांचकर्ताओं के अवलोकन के अनुसार, टेकऑफ के समय लैंडिंग गियर पूरी तरह बंद नहीं हुए थे और उनके दरवाजे खुले रह गए थे।
इसका क्या अर्थ है?
यह संकेत देता है कि या तो हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी थी या फिर बिजली की आपूर्ति में रुकावट आ गई थी, जिसके चलते लैंडिंग गियर अपनी सामान्य स्थिति में नहीं जा पाए। साथ ही विंग फ्लैप्स के न खुलने से विमान को टेकऑफ के समय जरूरी लिफ्ट नहीं मिली, जो किसी Air India crash का संभावित कारण बन सकता है।
जांच एजेंसियों का अब तक का रुख
AAIB और DGCA की जांच
AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) और DGCA (Directorate General of Civil Aviation) की टीमों ने हादसे के तुरंत बाद जांच शुरू की थी।
हालांकि अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है, लेकिन जांच में जुटे अधिकारियों का कहना है कि ब्लैक बॉक्स से महत्वपूर्ण संकेत मिल रहे हैं, जो यह पुष्टि करते हैं कि यह Air India crash तकनीकी विफलता का परिणाम था।
ब्लैक बॉक्स से क्या संकेत मिले?
अंतिम 30 सेकंड का विश्लेषण
ब्लैक बॉक्स से मिले वॉइस रिकॉर्डिंग और डेटा रिकॉर्डर के अनुसार, पायलटों ने आखिरी 30 सेकंड में कई बार “Engine Failure” और “Power Loss” की चेतावनी दी थी। इसका अर्थ है कि विमान की सभी प्रमुख प्रणालियां एक के बाद एक फेल होती जा रही थीं, और पायलटों के पास आपातकालीन लैंडिंग का कोई विकल्प नहीं बचा।
क्या था विमान का मॉडल?
यह Air India crash एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में हुआ था। यह विमान आधुनिकतम तकनीक और सुरक्षा प्रणाली से लैस माना जाता है। ऐसे में दोनों इंजन का एकसाथ फेल होना बेहद दुर्लभ और चिंताजनक घटना है।
एयर इंडिया के पायलट संघ ने क्या कहा?
पायलट यूनियन ने इस हादसे को “एक बेहद गंभीर तकनीकी फेलियर” बताया है और सरकार से मांग की है कि सभी बोइंग 787 विमानों की तकनीकी जांच फिर से की जाए।
यात्रियों के परिजनों की प्रतिक्रिया
मुआवज़े और जवाबदेही की मांग
हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों ने एयर इंडिया और सरकार से जवाबदेही तय करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक Air India crash की असली वजह सामने नहीं आती, तब तक वे अपने परिजनों को न्याय नहीं दिला पाएंगे।
हादसे से सबक या चूक?
अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो चुका है कि यह Air India crash किसी एक कारण से नहीं, बल्कि तकनीकी खामियों की श्रृंखला से हुआ। सिम्युलेटर टेस्ट, ब्लैक बॉक्स डेटा और वीडियो फुटेज — तीनों संकेत दे रहे हैं कि विमान के दोनों इंजन एक साथ फेल हुए, जिससे पावर सप्लाई ठप हो गई और विमान को ऊंचाई नहीं मिल सकी।
अब देखना यह है कि क्या एयर इंडिया और जांच एजेंसियां इस हादसे से कुछ सीख लेती हैं, या यह भी महज एक फाइल में बंद हो जाने वाला मामला बन जाएगा।