हाइलाइट्स
- Ahmedabad plane crash में दोनों इंजन टेकऑफ के तुरंत बाद बंद हो गए, पायलट भी रह गए हैरान
- 15 पेज की रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग का सनसनीखेज खुलासा
- सिर्फ 1 यात्री बच पाया, 260 लोगों की मौत, हादसा मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर गिरने से और भी भयावह हुआ
- दोनों पायलट मेडिकल रूप से फिट थे, मौसम भी पूरी तरह अनुकूल
- बोइंग और DGCA की निगरानी में आगे की जांच जारी, रिपोर्ट में कई सवाल अब भी अनुत्तरित
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट: क्या हुआ उस दिन?
12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के महज 32 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह Ahmedabad plane crash देश के विमानन इतिहास की सबसे घातक घटनाओं में एक बन गया है। हादसे में 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद 19 अन्य लोग भी मारे गए। केवल एक यात्री, रमेश विश्वास, चमत्कारिक रूप से जीवित बचे।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग में दर्ज हुआ खौफ: “तुमने फ्यूल क्यों काटा?”
हादसे से ठीक पहले कॉकपिट में दर्ज संवाद ने जांच एजेंसियों को सकते में डाल दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही विमान ने 180 नॉट्स की स्पीड पकड़ी, दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच अपने आप ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ हो गए। पायलट ने चौंकते हुए दूसरे पायलट से पूछा – “तुमने फ्यूल क्यों काटा?”, और जवाब मिला – “मैंने नहीं किया।”
यह संवाद भारतीय समयानुसार 13:38:42 पर दर्ज हुआ, ठीक उसी समय जब Ahmedabad plane crash हुआ।
कौन थे पायलट?
- कैप्टन सुमीत सभरवाल (उम्र 56 वर्ष): 15,600 घंटे का उड़ान अनुभव, जिसमें 8,500 घंटे बोइंग 787 पर
- फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर (उम्र 32 वर्ष): 3,400 घंटे का अनुभव, 2017 से एयर इंडिया में सेवा
दोनों पायलट मेडिकल रूप से पूरी तरह फिट थे। किसी भी प्रकार की मानसिक या शारीरिक अस्वस्थता रिपोर्ट में नहीं पाई गई।
कैसे हुआ इंजन फेल?
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार:
- 13:38:42 पर दोनों इंजन के फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ में ट्रांजिशन हो गए
- इसके 10 सेकंड बाद इंजन-1 को और फिर इंजन-2 को पुनः स्टार्ट करने की कोशिश की गई
- लेकिन तब तक विमान काफी नीचे आ चुका था और टकराव टालना असंभव हो गया
Ahmedabad plane crash की भयावहता इसी बात से स्पष्ट होती है कि 625 फीट की ऊंचाई पर ही “मेडे कॉल” भेजा गया था और फिर संचार टूट गया।
क्या बर्ड हिट था कारण?
नहीं। रिपोर्ट में साफ किया गया कि इस Ahmedabad plane crash के पीछे पक्षी टकराव (बर्ड हिट) नहीं था। न ही मौसम में कोई गड़बड़ी पाई गई। फ्लैप्स, लैंडिंग गियर सभी सामान्य स्थिति में थे।
इंजन रीलाइट की प्रक्रिया और विफलता
- इंजन-1 ने आंशिक रूप से प्रतिक्रिया दी, लेकिन ऊंचाई कम होने की वजह से विमान को स्थिर करना संभव नहीं हुआ
- इंजन-2 लगातार फ्यूल दिए जाने के बावजूद प्रतिक्रिया नहीं दे सका
- दोनों इंजनों का N2 वैल्यू सामान्य आइडल स्तर से नीचे चला गया
मलबे की स्थिति और आगे की जांच
AAIB ने दोनों इंजनों को सुरक्षित स्थान पर संरक्षित कर लिया है। क्रैश साइट की ड्रोन से रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी पूरी कर ली गई है। मलबे को अब हैंगर में रखा गया है ताकि आगे की तकनीकी जांच में कोई रुकावट न हो।
बोइंग और FAA की भूमिका
हादसे में शामिल विमान Boeing 787-8 Dreamliner था, जिसे अमेरिकी कंपनी बोइंग ने बनाया है। FAA (Federal Aviation Administration) ने 2018 में इस मॉडल के फ्यूल स्विच मैकेनिज्म को लेकर चेतावनी दी थी। परंतु एयर इंडिया ने इसे “अनिवार्य” न मानते हुए जांच नहीं कराई।
बोइंग ने बयान जारी कर कहा:
“हम हादसे में जान गंवाने वाले सभी यात्रियों, क्रू और ज़मीन पर प्रभावित लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।”
यह मानवीय गलती थी या तकनीकी खामी?
AAIB की रिपोर्ट की भाषा में, “यह तय नहीं किया गया है कि फ्यूल स्विच का ट्रांजिशन मानवीय भूल था या तकनीकी खामी।” यानी अभी भी Ahmedabad plane crash से जुड़े कई सवाल अनुत्तरित हैं।
जांच टीम में कौन-कौन?
- AAIB प्रमुख: जीवीजी युगंधर
- मुख्य जांचकर्ता: संजय कुमार सिंह
- अन्य विशेषज्ञ: पायलट, मनोवैज्ञानिक, एविएशन इंजीनियर, मेडिसिन डॉक्टर, फ्लाइट डेटा एक्सपर्ट
Ahmedabad plane crash एक ऐसी त्रासदी है जिसने देश को झकझोर दिया। शुरुआती रिपोर्ट ने हादसे के पीछे संभावित तकनीकी विफलता और पायलट के बीच भ्रम को उजागर किया है। अब जब रिपोर्ट सार्वजनिक हो चुकी है, तो यह जरूरी हो जाता है कि एयरलाइंस और निर्माता कंपनियां सुरक्षा उपायों को और बेहतर बनाएं, ताकि ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति न हो।