हाइलाइट्स
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मुंबई में एक 30 वर्षीय महिला और उसके 19 वर्षीय प्रेमी ने 2.5 साल की बच्ची का बलात्कार करके हत्या कर दी।
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महिला अपनी बेटी से छुटकारा चाहती थी और उसने इसके लिए अपने प्रेमी की मदद ली।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की मौत का कारण बलात्कार और दम घुटना बताया गया है।
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पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और POSCO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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यह घटना समाज में बढ़ रहे नृशंस अपराधों और नैतिक पतन की ओर इशारा करती है।
मुंबई की शर्मनाक घटना: क्या कोई माँ ऐसा भी कर सकती है?
मुंबई से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। एक 30 वर्षीय महिला और उसका 19 वर्षीय प्रेमी, जिनके बीच अवैध संबंध थे, ने महिला की 2.5 साल की मासूम बेटी का बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी। यह घटना न केवल हैवानियत की सीमा पार करती है, बल्कि मानवता को शर्मसार भी करती है।
क्या हुआ था? (घटना की जानकारी)
मुंबई पुलिस के अनुसार, यह घटना शहर के एक छोटे से इलाके में घटी। महिला, जो अपने पति से अलग रह रही थी, अपने प्रेमी के साथ रहती थी। उसकी 2.5 साल की बेटी भी उसी के साथ रहती थी। पुलिस की जांच में पता चला कि महिला अपनी बेटी से परेशान थी और उससे छुटकारा पाना चाहती थी।
मुंबई से दिल दहला देने वाली खबर है. लिखने में हाथ कांप रहा था.
30 वर्षीय महिला का 19 साल के लड़के से संबंध था. महिला अपनी 2.5 साल की बेटी से छुटकारा चाहती थी.
बेटी की हत्या के लिए महिला ने अपने 19 वर्षीय प्रेमी से अपनी बेटी का रेप कराया ताकि वो दर्द से मर जाए.
पोस्टमार्टम… pic.twitter.com/AOI504oee9
— Kranti Kumar (@KraantiKumar) May 20, 2025
इसी क्रम में, उसने अपने प्रेमी से बच्ची के साथ बलात्कार करने को कहा ताकि वह दर्द से मर जाए। प्रेमी ने महिला के कहने पर बच्ची के साथ दरिंदगी की और उसकी जान ले ली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली पोल
मामले की जांच कर रही पुलिस ने बच्ची का पोस्टमार्टम करवाया, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची की मौत का कारण बलात्कार और दम घुटना था। मेडिकल रिपोर्ट में यह भी साफ हुआ कि बच्ची को जानबूझकर इतना यातना दी गई कि उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने कार्रवाई की, POSCO एक्ट लागू
इस नृशंस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। मामले में POSCO (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस) एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा, हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत भी आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
समाज पर सवाल: कहाँ जा रही है मानवता?
यह घटना न केवल एक अपराध है, बल्कि समाज के नैतिक पतन का भी प्रतीक है। एक माँ, जिसे अपने बच्चे से सबसे ज्यादा प्यार होना चाहिए, उसी ने अपनी मासूम बेटी की जान लेने की साजिश रची। यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि आखिर कैसे कोई इंसान इतना निर्दयी हो सकता है?
क्या बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे हैं ऐसे अपराध?
हाल के वर्षों में बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों में बढ़ोतरी हुई है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि POSCO एक्ट के तहत हर साल हजारों मामले दर्ज होते हैं। लेकिन इस घटना ने एक नया निम्न स्तर छू लिया है, जहाँ माँ ही अपने बच्चे के खिलाफ ऐसा जघन्य अपराध करवाती है।
कानून और समाज को मिलकर काम करना होगा
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि केवल कानून बनाने से अपराध नहीं रुकेंगे। समाज को भी जागरूक होना होगा और ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करनी होगी। साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य और परिवारिक सहयोग जैसे मुद्दों पर भी ध्यान देना होगा ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
मुंबई की यह दर्दनाक घटना हम सभी के लिए एक सबक है। अगर हम अब भी नहीं जागे, तो ऐसी वीभत्स घटनाएँ बढ़ती रहेंगी।