हाइलाइट्स
– गैंगरेप केस में जबलपुर की 7वीं कक्षा की छात्रा को सोशल मीडिया दोस्त ने तीन दिन तक बंधक बनाकर प्रताड़ित किया।
– आरोपी राजन ने लड़की को कान्हा टाइगर रिजर्व घुमाने के बहाने मंडला बुलाया था।
– पीड़िता को 100 किमी दूर से लाकर एक घर में बंद करके सामूहिक बलात्कार किया गया।
– पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
– यह घटना सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती के खतरों को उजागर करती है।
मंडला गैंगरेप केस: घटना की पूरी कहानी
सोशल मीडिया दोस्ती ने कैसे बदला जीवन?
मंडला गैंगरेप केस ने एक बार फिर सोशल मीडिया के खतरों को उजागर कर दिया है। जबलपुर की एक 13 वर्षीय छात्रा ने राजन नामक युवक से सोशल मीडिया पर दोस्ती की थी। धीरे-धीरे दोनों ने फोन नंबर शेयर किए और राजन ने उसे मंडला के कान्हा टाइगर रिजर्व घुमाने का प्रस्ताव दिया।
26 अप्रैल को लड़की जबलपुर से मंडला पहुंची, लेकिन राजन उसे अपने एक दोस्त के घर ले गया और तीन दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
पीड़िता को कैसे मिली मुक्ति?
तीन दिनों तक लड़की को धमकाया गया कि वह किसी को इस घटना के बारे में न बताए। आखिरकार, 29 अप्रैल को उसे मंडला बस स्टैंड पर छोड़ दिया गया, जहां से वह घर पहुंची और परिवार को सारी घटना बताई। परिवार ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मंडला पुलिस की कार्रवाई
क्या कहती है पुलिस?
मंडला गैंगरेप केस की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि यह एक संगठित अपराध हो सकता है। आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने पीड़िता के मेडिकल टेस्ट करवाए हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं।
क्या है कानूनी प्रक्रिया?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 (डी) (सामूहिक बलात्कार), धारा 366 (अपहरण), और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का वादा कर रही है।
सोशल मीडिया और बच्चों की सुरक्षा: एक गंभीर चुनौती
क्या सोशल मीडिया दोस्ती है खतरनाक?
मंडला गैंगरेप केस** ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सोशल मीडिया पर बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को इंटरनेट के खतरों के बारे में जागरूक करें।
कैसे बचाएं बच्चों को?
– बच्चों को सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती न करने की सलाह दें।
– उनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें।
– अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति संपर्क करे, तुरंत पुलिस या परिवार को सूचित करें।
मंडला गैंगरेप केस न केवल एक अपराध की कहानी है, बल्कि यह समाज के लिए एक चेतावनी भी है। सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता दोनों जरूरी हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज की सतर्कता ही ऐसी घटनाओं को रोक सकती है।