कुरकुरी रोटी खाने के चक्कर में आप कर रहे हैं अपनी सेहत से खिलवाड़? जानिए सच्चाई…

Health

हाइलाइट्स

  • रोटी बनाने का सही तरीका जानना सेहत के लिहाज़ से बेहद ज़रूरी
  • सीधे आंच पर रोटी सेंकने से निकलती हैं हानिकारक गैसें
  • WHO भी कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड को बता चुका है नुकसानदेह
  • रिसर्च के मुताबिक सीधे आंच पर बेकिंग से कैंसरजनक रसायन पैदा हो सकते हैं
  • तवे पर धीमी आंच रोटी सेंकने का पारंपरिक तरीका है सबसे सुरक्षित

सीधी आंच पर रोटी सेंकना: स्वाद बढ़ाए या सेहत बिगाड़े?

भारत में हर घर में सुबह और शाम “रोटी बनाने का सही तरीका” एक आम चर्चा का विषय होता है। बहुत सी गृहणियां खाना पकाने की प्रक्रिया में स्वाद बढ़ाने के लिए अंत में रोटी को तवे से उठाकर सीधी गैस की आंच पर फुला लेती हैं। इससे रोटी हल्की कुरकुरी बनती है और खाने में ज्यादा स्वादिष्ट लगती है। हालांकि हाल ही में आई रिसर्च इस आदत को लेकर खतरे की घंटी बजा रही है।

क्यों लोकप्रिय हुआ यह चलन?

पुराने समय से रोटी को तवे पर धीमी आंच पर सेंकना ही “रोटी बनाने का सही तरीका” माना जाता रहा है। लेकिन आधुनिक रसोई में वक्त बचाने और रोटी को जल्दी फुलाने के चक्कर में यह नई आदत तेजी से बढ़ रही है। सीधी गैस पर सिकने से रोटी के किनारे हल्के जल जाते हैं जिससे कुरकुरापन आता है और कई लोगों को यह ज्यादा अच्छा लगता है।

स्वाद के पीछे छिपा खतरा

हालांकि सीधी आंच पर रोटी सेंकना कुछ ही सेकेंड का काम है, लेकिन “रोटी बनाने का सही तरीका” नहीं माना जाता। ऐसा करने पर रोटी सीधे गैस की लौ से संपर्क में आती है और उच्च तापमान के कारण इसमें कुछ हानिकारक रसायनिक बदलाव शुरू हो जाते हैं।

रिसर्च में क्या सामने आया?

जर्नल एन्वायरमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार सीधे आंच पर रोटी सेंकने से कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसी गैसें निकलती हैं। ये गैसें वायु प्रदूषण फैलाने वाली होती हैं और WHO ने इन्हें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया है।

कैंसरजनक तत्वों का खतरा

फूड स्टैंडर्ड ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड के वैज्ञानिक डॉ. पॉल ब्रेंट की 2011 की स्टडी के मुताबिक सीधी लौ पर रोटी सेंकना कैंसर पैदा करने वाले कार्सिनोजेनिक रसायनों के रिसाव का कारण बन सकता है। ये रसायन शरीर में जाकर धीरे-धीरे क्षति पहुंचा सकते हैं। हालांकि वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है, लेकिन अब तक की जानकारी यह बताने के लिए काफी है कि यह तरीका सुरक्षित नहीं है।

“रोटी बनाने का सही तरीका” क्या होना चाहिए?

भारतीय पारंपरिक कुकिंग में तवे का उपयोग करते हुए धीमी आंच पर रोटी सेंकना ही “रोटी बनाने का सही तरीका” कहा जाता है। यह न केवल पोषण को सुरक्षित रखता है, बल्कि रोटी को नरम, पचने में आसान और स्वास्थ्यवर्धक बनाता है। तवे की तुलना में सीधी गैस की आंच पर सेंकी गई रोटी में पोषक तत्व नष्ट होने की संभावना अधिक होती है।

धीमी आंच: स्वाद और सेहत दोनों का संतुलन

  • धीमी आंच पर रोटी सेंकने से उसमें नमी बनी रहती है
  • रोटी को चबाना व पचाना आसान होता है
  • लंबे समय तक नरम रहती है
  • “रोटी बनाने का सही तरीका” अपनाने से पेट संबंधी समस्याओं से बचाव होता है

बड़े शहरों में क्यों बढ़ रही है यह आदत?

आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी और समय की कमी के कारण बहुत लोग खाना जल्दी बनाने के चक्कर में “रोटी बनाने का सही तरीका” छोड़कर शॉर्टकट अपनाने लगे हैं। फेसबुक-यूट्यूब रील्स में वायरल कुकिंग ट्रेंड्स भी इसको बढ़ावा देते हैं। लेकिन यह जरूरी है कि लोग सोशल मीडिया ट्रेंड्स से ज्यादा अपनी सेहत को प्राथमिकता दें।

क्या कहती हैं डाइटीशियन?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि “रोटी बनाने का सही तरीका” केवल तवे पर ही संभव है। डाइटीशियन के अनुसार तवे पर धीरे-धीरे सिकाई के दौरान गेहूं में मौजूद विटामिन B और आयरन सुरक्षित रहते हैं, जबकि सीधे आंच पर सेंकने से ये घट सकते हैं।

सुझाव

  • हमेशा मोटे लोहे वाले तवे का उपयोग करें
  • आंच मध्यम रखें जिससे रोटी बाहर से कुरकुरी न हो
  • “रोटी बनाने का सही तरीका” अपनाकर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत का रखें ख्याल
  • गैस की सीधी लौ से रोटी फुलाने की आदत तुरंत छोड़ें

स्वाद भले ही किसी भी तकनीक से बेहतर हो जाए, लेकिन सेहत से समझौता नहीं किया जा सकता। “रोटी बनाने का सही तरीका” वह है जो स्वाद के साथ-साथ पोषण को भी सुरक्षित रखे। तवे पर धीरे-धीरे सेंकी गई रोटी जहां शरीर को आवश्यक ऊर्जा देती है, वहीं सीधे आंच पर सेंकी गई रोटी लांग-टर्म में सेहत का दुश्मन बन सकती है। वक्त आ गया है कि हम पुराने पारंपरिक कुकिंग तरीकों को वापस अपनाएं और अपनी रसोई से इस छोटे से बदलाव की शुरुआत करें — क्योंकि अक्सर “रोटी बनाने का सही तरीका” ही हमारे जीवन को स्वस्थ दिशा में मोड़ सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *