हाइलाइट्स
- Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt पर हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह से खुला बड़ा राज
- दही में नमक डालने से खत्म हो सकते हैं गुड बैक्टीरिया, पाचन तंत्र पर पड़ सकता है नकारात्मक असर
- मीठा दही डाइजेशन में करता है मदद, लेकिन डायबिटीज़ मरीजों के लिए हो सकता है खतरनाक
- आयुर्वेद के अनुसार दही के साथ नमक पित्त विकार बढ़ा सकता है
- डॉक्टरों की मानें तो दही का सेवन बिना नमक-चीनी के सबसे उत्तम है
दही के स्वाद में छिपा स्वास्थ्य का राज: Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt
दही भारतीय भोजन में न सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाला तत्व है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जाता है। लेकिन हाल ही में Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। बहुत से लोग इसे चीनी के साथ खाना पसंद करते हैं, तो कुछ नमक डालकर। अब सवाल ये उठता है कि सेहत के लिहाज से कौन सा विकल्प बेहतर है?
दही और पोषण का अटूट रिश्ता
दही के मूल पोषक तत्व
दही में प्रोटीन, कैल्शियम, पोटैशियम, और विटामिन B जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा यह प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होता है, जो हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं। लेकिन जब इसमें हम चीनी या नमक मिलाते हैं, तो क्या इसके गुणों पर असर पड़ता है?
Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt – जानिए नमक मिलाने से क्या होता है नुकसान
नमक डालने से कैसे खत्म होते हैं गुड बैक्टीरिया?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि दही में नमक डालने से उसमें मौजूद लाभकारी बैक्टीरिया (गुड बैक्टीरिया) की संख्या में गिरावट आ जाती है। ये बैक्टीरिया शरीर के पाचन तंत्र और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। ऐसे में नमकीन दही शरीर के लिए कम फायदेमंद साबित होता है।
हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए खतरा
अगर किसी व्यक्ति को हाई बीपी की समस्या है, तो Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt में से उसे मीठा दही ही चुनना चाहिए। नमक की अधिक मात्रा ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती है।
आयुर्वेद की चेतावनी
आयुर्वेद में बताया गया है कि दही में नमक मिलाकर खाने से पित्त दोष बढ़ सकता है। इससे शरीर में जलन, सिरदर्द, अपच जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं।
Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt – क्या मीठा दही है फायदेमंद?
मीठा दही पाचन में कैसे करता है मदद?
जब दही में चीनी मिलाई जाती है, तब भी उसमें मौजूद गुड बैक्टीरिया ज़िंदा रहते हैं। इससे पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और पेट की जलन में भी राहत मिलती है। यही वजह है कि Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt की बहस में मीठा दही कई मामलों में बेहतर नजर आता है।
बढ़ती है कैलोरी, मोटापे का खतरा
मीठा दही खाने से शरीर को अधिक कैलोरी मिलती है। जो लोग वजन घटाना चाहते हैं, उन्हें इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
डायबिटीज मरीजों के लिए नहीं है सही
डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt में कोई भी विकल्प सुरक्षित नहीं है जब तक वो बिना चीनी या नमक के ना हो। मीठा दही ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है।
बिना नमक-चीनी वाला दही – क्या ये है सबसे अच्छा विकल्प?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की सिफारिश
डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट मानते हैं कि बिना किसी मिलावट वाला दही, यानी सादा दही सबसे अच्छा होता है। इससे न केवल पाचन अच्छा रहता है, बल्कि कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता।
शरीर की मेडिकल कंडीशन का रखें ध्यान
अगर आप पहले से किसी बीमारी जैसे मोटापा, डायबिटीज़ या हाई बीपी से ग्रस्त हैं, तो Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt का चुनाव सोच-समझकर करना जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर रहेगा।
दही के सेवन का सही तरीका
- भोजन के साथ दही का सेवन करना सबसे बेहतर माना जाता है।
- रात में दही खाने से बचना चाहिए, खासकर जब मौसम ठंडा हो।
- फल मिलाकर या रायता के रूप में दही को डाइट में शामिल किया जा सकता है।
- Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt के बीच चयन करते समय शरीर की ज़रूरत को प्राथमिकता दें।
कौन जीता – Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt?
Sweet Yogurt vs. Salted Yogurt की तुलना में देखा जाए, तो मीठा दही थोड़ा ज्यादा लाभकारी साबित हो सकता है, लेकिन यह भी सीमित मात्रा में और विशेष परिस्थितियों में ही फायदेमंद होता है। नमकीन दही से जहां गुड बैक्टीरिया का ह्रास होता है, वहीं मीठा दही भी कुछ स्थितियों में हानिकारक हो सकता है। ऐसे में अगर सेहत की बात करें तो बिना नमक और बिना चीनी वाला सादा दही सबसे बेहतरीन विकल्प माना जा सकता है।