milk boiling utensils

इन बर्तनों में दूध उबालना पड़ सकता है सेहत पर भारी, जानिए कौन-सा बर्तन है सेफ और कौन-सा जहर जैसा

Health

हाइलाइट्स 

  • सही milk boiling utensils का चुनाव न करना सेहत के लिए जानलेवा हो सकता है।
  • तांबा और पीतल जैसे बर्तनों में दूध उबालना बना सकता है दूध को ज़हरीला।
  • एल्यूमिनियम बर्तनों में लंबे समय तक दूध उबालना बढ़ा सकता है अल्जाइमर का खतरा।
  • कांच और फूड ग्रेड स्टेनलेस स्टील माने जाते हैं सबसे सुरक्षित विकल्प।
  • दूध उबालते समय बर्तन की सफाई और रिएक्टिव प्रकृति का ध्यान रखना जरूरी है।

 दूध उबालने के बर्तन का चुनाव क्यों है जरूरी?

भारत में दूध का इस्तेमाल सिर्फ पीने के लिए ही नहीं, बल्कि चाय, मिठाई, खीर और तमाम व्यंजनों में होता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि milk boiling utensils का हमारी सेहत पर सीधा प्रभाव पड़ता है। गलत बर्तन में दूध उबालने से उसमें धातु के तत्व घुल सकते हैं, जो न केवल उसकी गुणवत्ता को खराब करते हैं बल्कि शरीर को भी नुकसान पहुंचाते हैं।

 तांबे के बर्तन: दूध के लिए ज़हर?

तांबे का गुण – पानी के लिए अच्छा, दूध के लिए नहीं

तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे भले ही सदियों से बताए जाते रहे हों, लेकिन milk boiling utensils के रूप में इसका प्रयोग बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। जब दूध को तांबे के बर्तन में गर्म किया जाता है, तो वह एसिडिक प्रकृति के कारण तांबे की सतह से रिएक्ट करता है। इससे तांबा दूध में घुलने लगता है और वह ज़हरीला बन जाता है। इसे लगातार पीने से food poisoning, liver damage जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

 पीतल का बर्तन: इनर कोटिंग हो तभी सुरक्षित

बिना कोटिंग वाला पीतल – नहीं है सुरक्षित

अगर पीतल के बर्तन में tin lining (कलाई) लगी हुई है तो उसमें दूध उबालना ठीक हो सकता है। लेकिन आजकल अधिकांश घरों में उपयोग हो रहे पीतल के बर्तनों में यह कोटिंग नहीं होती। बिना कोटिंग वाले बर्तनों में दूध गर्म करने पर धातु के अवशेष दूध में मिल सकते हैं जो लंबे समय में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

 एल्यूमिनियम के बर्तन: धीरे-धीरे करता है नुकसान

 अल्जाइमर का खतरा

एल्यूमिनियम को अक्सर हल्के और सस्ते milk boiling utensils के रूप में उपयोग किया जाता है। लेकिन यह एक रिएक्टिव धातु है, जो खासतौर पर लंबे समय तक गर्म करने पर दूध में लीच हो जाती है। यह एल्यूमिनियम धीरे-धीरे मस्तिष्क पर असर डालता है और Alzheimer’s Disease जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।

 स्टील के बर्तन: केवल फूड ग्रेड स्टील ही है सेफ

 हर स्टील सुरक्षित नहीं होता

सभी स्टील के बर्तन दूध के लिए नहीं बने होते। यदि आप फूड ग्रेड स्टेनलेस स्टील का उपयोग करते हैं तो वह दूध के लिए सबसे सुरक्षित milk boiling utensils में से एक है। लेकिन कम गुणवत्ता वाले सस्ते स्टील के बर्तनों में निकेल या क्रोमियम जैसे रिएक्टिव मेटल हो सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकते हैं।

 कांच के बर्तन: सबसे सुरक्षित विकल्प

 नॉन-रिएक्टिव, बिना टॉक्सिन्स

कांच के बर्तन milk boiling utensils के रूप में न केवल सुरक्षित होते हैं, बल्कि यह किसी भी प्रकार का केमिकल रिएक्शन नहीं करते। यह नॉन-रिएक्टिव और पूरी तरह से टॉक्सिन-फ्री होते हैं। हाई-क्वालिटी borosilicate glass के बर्तनों में दूध को गर्म करना या स्टोर करना पूरी तरह से सुरक्षित माना जाता है।

 दूध उबालते समय किन बातों का रखें ध्यान?

  1. बर्तन की सतह अच्छी तरह से साफ होनी चाहिए।
  2. बर्तन में खरोंच या रस्ट नहीं होना चाहिए।
  3. बर्तन का मेटल फूड ग्रेड प्रमाणित होना चाहिए।
  4. कभी भी दूध को बहुत अधिक गर्म या लंबे समय तक न रखें।
  5. दूध को स्टोर करने के लिए भी वही बर्तन चुनें जो सुरक्षित हों।

 सबसे सुरक्षित milk boiling utensils कौन से हैं?

बर्तन का नाम सेफ्टी स्तर सुझाव
तांबा (Copper) इस्तेमाल न करें
पीतल (Brass) ⚠️ केवल टिन कोटिंग के साथ
एल्यूमिनियम (Aluminum) ⚠️ सीमित उपयोग करें
साधारण स्टील पूरी तरह सुरक्षित नहीं
फूड ग्रेड स्टील सर्वोत्तम विकल्प
कांच (Glass) पूरी तरह सुरक्षित और स्थायी

दूध हर घर में इस्तेमाल होने वाला एक बुनियादी खाद्य पदार्थ है, लेकिन इसे पकाने के लिए सही milk boiling utensils का चुनाव करना हमारी सेहत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। तांबे, पीतल और एल्यूमिनियम जैसे बर्तनों में दूध उबालना नुकसानदेह हो सकता है, जबकि फूड ग्रेड स्टील और कांच के बर्तन एक सुरक्षित विकल्प हैं। अगली बार जब आप दूध उबालें, तो सिर्फ तापमान पर नहीं, बर्तन पर भी ध्यान दें – क्योंकि सही चुनाव ही स्वस्थ जीवन की कुंजी है।

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