अरहर की दाल खा कर हुआ पैरालिसिस, डॉक्टर ने बताई जानलेवा गलती जिसे कभी ना करें!

Health

हाइलाइट्स

  • दाल मिलावट से बढ़ रहा है पैरालिसिस और ब्रेन डैमेज का खतरा
  • डॉक्टर अदितिज धमीजा ने बॉडीबिल्डर के केस से किया खुलासा
  • अरहर की दाल में खेसरी दाल की मिलावट सबसे खतरनाक
  • दाल में मौजूद टॉक्सिन्स नसों को कर सकते हैं परमानेंट डैमेज
  • सुरक्षित दाल खरीदने के लिए पैकेटबंद और ब्रांडेड विकल्प चुनना जरूरी

दाल मिलावट का चौंकाने वाला मामला

भारत में दाल हमेशा से ही भोजन का अहम हिस्सा रही है। खासतौर से वेजिटेरियन लोगों के लिए दाल प्रोटीन का प्रमुख स्रोत मानी जाती है। लेकिन हाल ही में सामने आया एक मामला यह बताता है कि दाल मिलावट कितनी गंभीर समस्या बन चुकी है। डॉक्टर अदितिज धमीजा ने सोशल मीडिया पर एक 24 वर्षीय बॉडीबिल्डर का केस साझा किया, जिसमें दाल मिलावट के कारण उसकी हालत इतनी बिगड़ी कि वह पैरालिसिस तक का शिकार हो गया।

डॉक्टर के अनुसार युवक कमजोरी, चलने में परेशानी और डार्क यूरिन जैसी समस्याओं के साथ अस्पताल पहुंचा। जांच के बाद सामने आया कि उसकी ब्रेन नसों को नुकसान पहुंचा है और यह सब दाल मिलावट की वजह से हुआ।

दाल मिलावट कैसे बनती है जानलेवा?

दाल मिलावट की सबसे खतरनाक सच्चाई यह है कि इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले पदार्थ शरीर पर सीधा टॉक्सिक असर डालते हैं। अरहर की दाल (तूर दाल) में अक्सर खेसरी दाल की मिलावट की जाती है। पहली नजर में यह असली दाल जैसी ही लगती है, लेकिन इसमें मौजूद टॉक्सिन धीरे-धीरे दिमाग की नसों को नुकसान पहुंचाते हैं।

खतरनाक असर

  • दाल मिलावट से ब्रेन डैमेज का खतरा
  • मांसपेशियों में कमजोरी और सुन्नपन
  • चलने-फिरने की क्षमता प्रभावित होना
  • लंबे समय में स्थायी पैरालिसिस

अरहर की दाल में खेसरी दाल की मिलावट

भारत के कई हिस्सों में खेसरी दाल को सस्ती कीमत पर मिलाया जाता है। यह दाल देखने में अरहर की दाल जैसी लगती है, लेकिन इसके लगातार सेवन से लाठूरिज्म नामक बीमारी हो सकती है। यह बीमारी स्पाइनल कॉर्ड और ब्रेन पर असर डालती है, जिससे शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो सकता है।

डॉक्टर धमीजा बताते हैं कि दाल मिलावट का यही सबसे बड़ा खतरा है कि लोग समझ ही नहीं पाते कि वे जहरीला खाना खा रहे हैं।

दाल मिलावट के संकेत पहचानना क्यों जरूरी है?

दाल मिलावट को पहचानना आसान नहीं होता, लेकिन कुछ लक्षणों पर ध्यान देकर इसे पहचाना जा सकता है।

दाल मिलावट के संभावित संकेत

  • दाल का रंग असामान्य रूप से चमकीला होना
  • दाल का स्वाद कड़वा या अजीब लगना
  • दाल का आकार असमान होना
  • दाल को पानी में डालने पर झाग निकलना

इन संकेतों के बावजूद आम लोग अक्सर मिलावट पकड़ नहीं पाते। यही कारण है कि विशेषज्ञ हमेशा पैकेटबंद और ब्रांडेड दाल खरीदने की सलाह देते हैं।

दाल मिलावट से बचाव के उपाय

डॉक्टर और विशेषज्ञों की मानें तो दाल मिलावट से बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।

सुरक्षित दाल खरीदने के नियम

  • हमेशा पैकेटबंद दाल का चयन करें
  • खुले बाजार या सड़क किनारे बिक रही दाल से बचें
  • विश्वसनीय ब्रांड का चुनाव करें
  • दाल का रंग और खुशबू जांचें
  • घर पर छोटे-छोटे टेस्ट करके मिलावट की जांच करें

स्वास्थ्य पर दाल मिलावट का असर

दाल मिलावट का असर केवल पैरालिसिस तक सीमित नहीं है। इसके अलावा भी यह शरीर पर कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकती है।

अन्य गंभीर असर

  • किडनी को नुकसान
  • लीवर की कार्यप्रणाली प्रभावित होना
  • इम्यून सिस्टम कमजोर होना
  • मानसिक स्वास्थ्य पर असर

इसलिए दाल मिलावट केवल एक खाद्य धोखाधड़ी नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य संकट है।

सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी

भारत जैसे बड़े देश में जहां दाल रोज़ाना लाखों टन खाई जाती है, वहां दाल मिलावट रोकना सरकार के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाती है और खाद्य सामग्री की जांच भी करती है, लेकिन ग्राउंड लेवल पर स्थिति चिंताजनक बनी रहती है।

दाल मिलावट रोकने के लिए सख्त कानून और उनके कड़ाई से पालन की जरूरत है।

उपभोक्ताओं की सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार

अंततः दाल मिलावट से बचने के लिए उपभोक्ताओं को खुद भी सतर्क रहना होगा। जैसे-जैसे यह समस्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों को दाल खरीदने और इस्तेमाल करने में सावधानी बरतनी होगी। याद रखें, थोड़ी सी लापरवाही आपके स्वास्थ्य को जीवनभर के लिए प्रभावित कर सकती है।

दाल भारतीय खानपान का एक अभिन्न हिस्सा है, लेकिन दाल मिलावट ने इसे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बना दिया है। अरहर की दाल में खेसरी दाल की मिलावट ब्रेन डैमेज और पैरालिसिस जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। ऐसे में जरूरी है कि हम जागरूक रहें, दाल खरीदते समय सतर्कता बरतें और दाल मिलावट से बचाव के सभी उपाय अपनाएं।

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