हाइलाइट्स
- चुकंदर के नुकसान को नजरअंदाज करना पड़ सकता है सेहत पर भारी, जानिए कौन कर रहे हैं ये आम गलती।
- चुकंदर का ज्यादा सेवन लिवर, किडनी और ब्लड प्रेशर पर डाल सकता है सीधा असर।
- गलत समय या खाली पेट चुकंदर खाना कर सकता है गैस, सिरदर्द और एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा।
- आयरन बढ़ाने के चक्कर में लोग कर रहे हैं चुकंदर का ओवरडोज, जिससे बिगड़ रही बॉडी की केमिस्ट्री।
- डॉक्टर्स की चेतावनी: “हर हेल्दी चीज़ हर किसी के लिए नहीं होती सही, सावधानी जरूरी।”
चुकंदर को लेकर फैली है एक बड़ी गलतफहमी
जब भी शरीर में खून की कमी की बात आती है, लोग सबसे पहले चुकंदर का नाम लेते हैं। खासकर महिलाएं और युवा चुकंदर को जूस या सलाद के रूप में नियमित रूप से लेना शुरू कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चुकंदर के नुकसान भी कम नहीं हैं? दरअसल, जो चीज़ सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है, वही अगर गलत तरीके या अत्यधिक मात्रा में ली जाए तो शरीर के लिए ज़हर बन सकती है।
चुकंदर से खून नहीं बढ़ता, बल्कि बढ़ सकता है रिस्क
1. आयरन की सही समझ जरूरी
लोग यह मानते हैं कि चुकंदर आयरन से भरपूर होता है और इसका सेवन खून की कमी यानी एनीमिया को दूर करता है। लेकिन सच्चाई यह है कि चुकंदर में मौजूद आयरन की मात्रा सीमित होती है और वह भी बॉडी में आसानी से अब्ज़ॉर्ब नहीं होता। इसके बजाय हरी पत्तेदार सब्ज़ियों और खट्टे फलों के साथ लिया गया आयरन ज्यादा असर करता है।
2. ओवरडोज़ से बढ़ता है ऑक्सलेट
चुकंदर में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में जाकर कैल्शियम के साथ मिलकर किडनी स्टोन (पथरी) बना सकता है। यदि आप नियमित रूप से बड़ी मात्रा में चुकंदर का सेवन कर रहे हैं तो किडनी पर इसका सीधा असर हो सकता है।
चुकंदर के नुकसान: विशेषज्ञों की चेतावनी
1. लो ब्लड प्रेशर वालों के लिए खतरनाक
अगर आप पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं तो चुकंदर आपके लिए खतरनाक हो सकता है। यह प्राकृतिक रूप से ब्लड प्रेशर को कम करता है, जिससे सिर घूमना, कमजोरी और यहां तक कि बेहोशी की स्थिति बन सकती है।
2. लिवर पर भी असर
चुकंदर में नाइट्रेट की अधिकता होती है, जिसे लिवर को प्रोसेस करना पड़ता है। ज्यादा नाइट्रेट लिवर की कार्यक्षमता पर असर डाल सकता है और लिवर की सूजन जैसी समस्या पैदा कर सकता है।
3. रंग बदलने से डरें नहीं, पर सतर्क रहें
चुकंदर का अधिक सेवन करने से मूत्र या मल का रंग गुलाबी या लाल हो सकता है। हालांकि यह खतरनाक नहीं होता, लेकिन इससे डर लग सकता है और बार-बार ऐसा होना लक्षणों को नजरअंदाज करने जैसा हो सकता है।
चुकंदर कब और कैसे खाना चाहिए?
1. सीमित मात्रा में सेवन करें
विशेषज्ञ मानते हैं कि एक दिन में 1/2 कप चुकंदर या उसका जूस पर्याप्त होता है। इससे अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से चुकंदर के नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।
2. सुबह खाली पेट न खाएं
सुबह खाली पेट चुकंदर का सेवन गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। बेहतर है कि इसे दिन में भोजन के साथ या बाद में लिया जाए।
3. गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता
गर्भवती महिलाओं को चुकंदर के नाइट्रेट्स से एलर्जी या रक्तचाप में तेजी से गिरावट की संभावना हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन न करें।
चुकंदर के नुकसान से कैसे बचें?
- चुकंदर को उबालकर खाएं ताकि ऑक्सलेट की मात्रा कुछ हद तक कम हो जाए।
- जूस की बजाय सलाद के रूप में खाएं ताकि फाइबर भी मिल सके और शरीर संतुलित रहे।
- अगर किडनी स्टोन, लो बीपी या लिवर की समस्या है तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- बच्चों और बुजुर्गों को चुकंदर देते समय मात्रा पर खास ध्यान दें।
- हर दिन सेवन करने की बजाय हफ्ते में 2-3 बार ही लें।
चुकंदर के फायदे भी हैं, लेकिन संतुलन जरूरी
यह बात भी सही है कि चुकंदर में फोलिक एसिड, फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर को कई लाभ पहुंचाते हैं। लेकिन अगर आप इसे केवल इंटरनेट के भरोसे “खून बढ़ाने वाली सब्ज़ी” मानकर रोज़ाना ओवरडोज़ में ले रहे हैं, तो यह चुकंदर के नुकसान को न्योता देने जैसा है।
जानकारी ही बचाव है
हर चीज़ का असर तभी होता है जब उसका सही समय, मात्रा और तरीका अपनाया जाए। चुकंदर के नुकसान उन लोगों के लिए चेतावनी है जो बिना सोचे-समझे इसे रोज़ाना ले रहे हैं। इस लेख का मकसद डराना नहीं, बल्कि जागरूक करना है। अगली बार जब आप चुकंदर को सलाद में शामिल करें या जूस बनाएं, तो यह जरूर सोचें कि आप अपने शरीर को क्या दे रहे हैं — फायदा या नुकसान?