झांसी के पैरामेडिकल कॉलेज में छात्रा से दरिंदगी: सुरक्षा पर गंभीर सवाल

Latest News

उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित एक पैरामेडिकल कॉलेज में हाल ही में एक 21 वर्षीय बीएससी रेडियोलॉजी की छात्रा के साथ हुई दरिंदगी ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। फर्रुखाबाद निवासी यह छात्रा, जो कल्पना चावला हॉस्टल में रहती थी, पैदल लौटते समय कुछ युवकों द्वारा बेहोशी स्प्रे का शिकार बनी। होश में आने पर उसने अपने कपड़ों को जगह-जगह से फटा पाया, जिससे रेप की कोशिश की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

कॉलेज परिसर में बढ़ती छेड़छाड़ की घटनाएं

यह घटना झांसी मेडिकल कॉलेज परिसर में बढ़ती छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की घटनाओं की एक कड़ी है। सितंबर 2023 में, एमबीबीएस की छात्राओं ने शिकायत की थी कि बाइक सवार मनचले कॉलेज परिसर में प्रवेश कर उनके साथ अभद्र हरकतें करते हैं। इन घटनाओं के बाद कॉलेज प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए थे, लेकिन वर्तमान घटना से स्पष्ट होता है कि सुरक्षा उपाय पर्याप्त नहीं हैं।

प्रशासन की निष्क्रियता और छात्रों का आक्रोश

पिछले कुछ महीनों में, कॉलेज प्रशासन की निष्क्रियता के कारण छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। नवंबर 2023 में, पैरामेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य कार्यालय में तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद पांच छात्रों और दो छात्राओं को निष्कासित किया गया था। इस घटना ने कॉलेज प्रशासन की लापरवाही और छात्रों की सुरक्षा के प्रति उदासीनता को उजागर किया।

छात्राओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम

इन घटनाओं के मद्देनजर, कॉलेज प्रशासन और स्थानीय पुलिस को निम्नलिखित कदम उठाने की आवश्यकता है:

  1. सुरक्षा उपायों में वृद्धि: कॉलेज परिसर और हॉस्टल क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए और नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए।
  2. सुरक्षा कर्मियों की तैनाती: महिला सुरक्षा कर्मियों सहित पर्याप्त संख्या में गार्ड्स की नियुक्ति की जाए, जो 24×7 गश्त करें।
  3. छात्राओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम: सेल्फ-डिफेंस ट्रेनिंग और सुरक्षा संबंधित जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।
  4. शिकायत निवारण प्रणाली: छात्राओं की शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए एक प्रभावी प्रणाली स्थापित की जाए।

पुलिस की भूमिका और जांच की प्रगति

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों की पहचान के लिए प्रयासरत है। स्थानीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और छात्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर संदिग्धों की पहचान की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस ने कॉलेज प्रशासन को सुरक्षा उपायों में सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।

छात्राओं की सुरक्षा: एक सामूहिक जिम्मेदारी

छात्राओं की सुरक्षा केवल प्रशासन या पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है; यह समाज के हर सदस्य की सामूहिक जिम्मेदारी है। अभिभावकों, शिक्षकों, और स्थानीय समुदाय को मिलकर एक सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए प्रयास करना होगा, जहां छात्राएं बिना किसी भय के शिक्षा प्राप्त कर सकें।

झांसी के पैरामेडिकल कॉलेज में हुई यह घटना न केवल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि महिलाओं की सुरक्षा के प्रति हमारी जिम्मेदारियां अभी भी अधूरी हैं। आवश्यक है कि हम सभी मिलकर ऐसे कदम उठाएं, जिससे हमारी बेटियां सुरक्षित और सम्मानित महसूस करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *