Video: ग्रेटर नोएडा में दहेज की आग: मासूम बेटे की आंखों के सामने कैसे जली पायला भाटी, सच जानकर दहल जाएगा दिल

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हाइलाइट्स

  • ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या: पायला भाटी को उसके पति ने मासूम बेटे के सामने ज़िंदा जलाकर मौत के घाट उतारा
  • घटना ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया, लोग आक्रोशित और न्याय की मांग कर रहे
  • पड़ोसियों और रिश्तेदारों के बयान से सामने आया कि लंबे समय से दहेज के लिए प्रताड़ित की जा रही थी पायला
  • पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन परिवार और समाज सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे
  • मासूम बच्चे का दर्दनाक बयान सोशल मीडिया पर वायरल, दिल को झकझोर देने वाला वीडियो

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या ने खौफ और गुस्सा दोनों जगाए

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या में एक मासूम बच्चे की आंखों के सामने उसकी मां पायला भाटी को पति ने ज़िंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना न केवल क्षेत्र को हिलाकर रख देने वाली है, बल्कि समाज के सामने दहेज प्रथा की भयावह हकीकत भी उजागर करती है।

दहेज की मांग और पायला की पीड़ा

परिवार और पड़ोसियों के मुताबिक, पायला भाटी की शादी को कुछ ही साल हुए थे। शुरू से ही उसके पति और ससुराल वाले दहेज की मांग कर रहे थे। बार-बार पैसों और महंगे सामान की जिद ने पायला का जीवन नर्क बना दिया था। रिश्तेदारों का कहना है कि शादी के बाद से ही पायला को प्रताड़ित किया जाता रहा।

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या का यह मामला बताता है कि आधुनिक समाज में शिक्षा और प्रगति के बावजूद दहेज जैसी कुप्रथाएं किस तरह परिवारों को बर्बाद कर रही हैं।

मासूम की आंखों के सामने मां की हत्या

सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि पूरी घटना पायला के छोटे से बेटे के सामने हुई। मासूम ने रोते हुए बताया कि उसके पिता ने घर में पेट्रोल डालकर उसकी मां को आग के हवाले कर दिया। बच्चे का बयान सुनकर हर किसी का दिल दहल उठा।

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या की यह घटना न केवल हत्या का मामला है, बल्कि मासूम की मासूमियत पर अमिट दाग छोड़ने वाली त्रासदी है।

पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी

जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस को मिली, तुरंत मौके पर पहुंचकर आग बुझाई गई। लेकिन तब तक पायला की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या के इस केस में सख्त धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी पर हत्या, दहेज प्रताड़ना और महिला उत्पीड़न के तहत मुकदमा चलाया जाएगा।

सोशल मीडिया पर गुस्सा

पायला की मौत के बाद सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर है। लोग कह रहे हैं कि इस तरह के अपराधियों को उसी तरह की सजा मिलनी चाहिए जैसी यातना उन्होंने पीड़िता को दी।

एक पोस्ट में लिखा गया – “ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या में दोषी को उसी तरह ज़िंदा जलाना चाहिए जैसा उसने पायला के साथ किया।”

पड़ोसियों की गवाही

स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर पायला की चीखें सुनाई देती थीं। कई बार उसने अपने मायके में भी शिकायत की थी, लेकिन परिवार ने रिश्ते को बचाने की कोशिश की। किसी ने सोचा भी नहीं था कि यह प्रताड़ना इतनी भयानक रूप ले लेगी।

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या का यह सच समाज की चुप्पी पर भी सवाल उठाता है। अगर पहले ही कदम उठाए जाते, तो शायद पायला की जान बच सकती थी।

कानून और हकीकत

भारत में दहेज निषेध कानून 1961 से लागू है। इसके अलावा दहेज हत्या और महिला प्रताड़ना के लिए आईपीसी की अलग धाराएं हैं। लेकिन सवाल है कि कानून होने के बावजूद ऐसी घटनाएं क्यों नहीं रुकतीं?

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या ने यह साबित कर दिया कि कानून तभी कारगर होंगे जब समाज भी संवेदनशील होगा और महिलाएं अपने हक के लिए खुलकर सामने आएंगी।

मासूम का भविष्य सवालों में

सबसे बड़ा सवाल अब उस मासूम के भविष्य का है जिसने अपनी आंखों के सामने अपनी मां को जलते देखा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटना बच्चे की मानसिकता पर गहरा घाव छोड़ती है।

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या ने सिर्फ एक महिला की जान नहीं ली, बल्कि एक मासूम का बचपन भी छीन लिया।

समाज की जिम्मेदारी

इस घटना ने पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है। आखिर कब तक महिलाएं दहेज के लिए बलि चढ़ती रहेंगी? पड़ोसियों, रिश्तेदारों और समाज को भी जागरूक होकर ऐसे मामलों में तुरंत हस्तक्षेप करना होगा।

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या ने यह साफ कर दिया है कि अगर समाज चुप रहा तो आने वाली पीढ़ियां भी इसी जहर को झेलेंगी।

नतीजा

ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। पायला भाटी की मौत हम सबको यह सोचने पर मजबूर करती है कि दहेज प्रथा जैसी बुराइयों को खत्म करने के लिए सख्त कानूनों के साथ सामाजिक बदलाव भी जरूरी है।

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