हाइलाइट्स
- जोड़ों का दर्द एक आम समस्या है, जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ जीवनशैली की वजह से भी बढ़ती जा रही है।
- घरेलू उपायों से जोड़ों के दर्द में राहत पाना संभव है, खासकर सरसों का तेल, लहसुन और मेथी के जरिए।
- पेन किलर्स से तुरंत राहत मिलती है, लेकिन लंबे समय में इनके दुष्प्रभाव शरीर पर पड़ सकते हैं।
- नियमित मसाज और आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाकर दर्द व सूजन को कम किया जा सकता है।
- जोड़ों का दर्द सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवा वर्ग भी इससे जूझ रहा है।
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जोड़ों का दर्द केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रहा है। लंबे समय तक बैठकर काम करना, गलत खानपान, कैल्शियम और विटामिन डी की कमी तथा बढ़ता तनाव इस समस्या को और गंभीर बना रहे हैं। आमतौर पर लोग दर्द से राहत पाने के लिए पेन किलर्स का सहारा लेते हैं, लेकिन यह अस्थायी समाधान है। वास्तव में, जोड़ों का दर्द को दूर करने के लिए घरेलू उपाय अधिक सुरक्षित और लंबे समय तक असरदार साबित हो सकते हैं।
जोड़ों का दर्द क्यों होता है?
उम्र और हड्डियों की कमजोरी
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में कैल्शियम और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने वाले अन्य मिनरल्स की कमी हो जाती है। इससे जोड़ों का दर्द होना स्वाभाविक है।
जीवनशैली और खानपान
आजकल की जीवनशैली में शारीरिक श्रम कम और जंक फूड का सेवन ज्यादा है। इससे मोटापा बढ़ता है और हड्डियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसके कारण जोड़ों का दर्द जल्दी महसूस होने लगता है।
चोट या संक्रमण
कभी-कभी चोट या संक्रमण की वजह से भी हड्डियों और मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जिससे लगातार जोड़ों का दर्द बना रहता है।
घरेलू नुस्खे जोड़ों का दर्द कम करने में मददगार
सरसों का तेल और लहसुन
सरसों का तेल गर्म तासीर वाला माना जाता है। इसमें जब लहसुन डाला जाता है तो यह और भी असरदार बन जाता है। लहसुन में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन को कम करते हैं और सरसों का तेल ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। इस मिश्रण से मालिश करने पर जोड़ों का दर्द काफी कम हो जाता है।
सरसों का तेल और कपूर
सरसों के तेल में कपूर मिलाकर हल्का गर्म करने के बाद मसाज करने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है। कपूर में प्राकृतिक रूप से दर्द निवारक गुण मौजूद होते हैं, जो जोड़ों का दर्द में तुरंत राहत पहुंचाते हैं।
मेथी दाना और सरसों का तेल
मेथी दाना प्राकृतिक पेन किलर की तरह काम करता है। जब इसे सरसों के तेल में पकाकर मसाज किया जाए तो यह हड्डियों को मजबूती देता है और जोड़ों का दर्द को कम करने में सहायक होता है।
पेन किलर्स बनाम घरेलू उपाय
पेन किलर्स का सेवन करके भले ही कुछ देर के लिए जोड़ों का दर्द से राहत मिल जाती हो, लेकिन लंबे समय तक इनके दुष्प्रभाव शरीर पर हानिकारक असर डाल सकते हैं। वहीं घरेलू नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के दर्द और सूजन को जड़ से कम करने का काम करते हैं।
जोड़ों के दर्द से बचाव के उपाय
नियमित व्यायाम
योग और हल्का व्यायाम करने से शरीर में लचीलापन बना रहता है और जोड़ों का दर्द की समस्या कम होती है।
संतुलित आहार
कैल्शियम, विटामिन डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन से भरपूर आहार लेने से हड्डियां मजबूत होती हैं और जोड़ों का दर्द होने की संभावना कम रहती है।
सही जीवनशैली
लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने से बचें। हर एक घंटे में थोड़ा चलना-फिरना जरूरी है। इससे हड्डियों पर दबाव कम होगा और जोड़ों का दर्द की समस्या से बचा जा सकेगा।
डॉक्टर कब दिखाएं?
यदि घरेलू उपायों और नियमित व्यायाम के बावजूद भी जोड़ों का दर्द लगातार बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। लगातार बढ़ता दर्द आर्थराइटिस या किसी अन्य गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
जोड़ों का दर्द आज के समय में आम समस्या बन चुकी है, लेकिन इससे राहत पाने के लिए हमेशा दवाइयों पर निर्भर रहना सही नहीं है। घरेलू उपाय जैसे सरसों का तेल, लहसुन, मेथी दाना और कपूर से मसाज करना लंबे समय तक राहत दे सकते हैं। इसके साथ ही सही आहार और नियमित व्यायाम को अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।