रक्षाबंधन से पहले बहन बनी कातिल: भाई की 10 हजार में कराई हत्या, वजह सुनकर कांप उठेगा दिल

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हाइलाइट्स

  •  सिंगरौली हत्या कांड से जुड़ा पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा
  • बोरी में बंद युवक का शव मिलने से पूरे इलाके में फैली सनसनी
  • पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई गला दबाकर हत्या की सच्चाई
  • बहन ने शराबी और मारपीट करने वाले भाई से तंग आकर दी हत्या की सुपारी
  • पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शुरू की आगे की जांच

सिंगरौली हत्या कांड: जहां सगी बहन ही बन गई भाई की मौत की वजह

मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में 12 जुलाई को सामने आया सिंगरौली हत्या कांड अब धीरे-धीरे नए मोड़ लेता जा रहा है। लांघाढोल थाना क्षेत्र के ताल गांव में गोपद नदी के किनारे एक बोरी में बंद युवक का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने इस रहस्य का पर्दाफाश कर दिया है और जो तथ्य सामने आए हैं, वे दिल दहला देने वाले हैं।

इस सिंगरौली हत्या कांड में मृतक की बहन ही मुख्य साजिशकर्ता निकली। उसने अपने शराबी और हिंसक भाई से परेशान होकर उसे खत्म करने की योजना बनाई और 10 हजार रुपये में हत्या की सुपारी दी।

कैसे मिला शव: गुप्त सूचना से शुरू हुई जांच की कहानी

12 जुलाई को ग्रामीणों ने गोपद नदी के किनारे एक बोरी पड़ी देखी। संदेह होने पर जब बोरी खोली गई तो उसमें एक युवक का शव मिला, जिसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। पुलिस ने शव की तस्वीरें आसपास के राज्यों, खासकर छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के थानों में भेजीं। काफी प्रयासों के बाद शव की पहचान छत्तीसगढ़ के मुक्रिल गांव के लाल बहादुर सिंह के रूप में हुई।

इस रहस्यमयी सिंगरौली हत्या कांड की तह तक जाने के लिए पुलिस ने मृतक के परिजनों से पूछताछ शुरू की।

बहन पर पड़ा शक: पूछताछ में कबूला सारा जुर्म

मृतक के भाई शिवप्रसाद ने पुलिस को जानकारी दी कि लाल बहादुर अक्सर अपनी बहन फूलमती सिंह और मां से शराब के नशे में मारपीट करता था। इसके बाद फूलमती से जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने पुलिस के सामने सबकुछ स्वीकार कर लिया।

फूलमती ने बताया कि वह अपने भाई की हिंसा और अत्याचार से बेहद परेशान थी। उसने अपने जानकार शिव कैलाश सिंह और भूपत सिंह से संपर्क किया और 10 हजार रुपये देकर भाई की हत्या की साजिश रच डाली।

हत्या की रात: नशे की हालत में गला दबाकर की गई हत्या

8 जुलाई की रात को लाल बहादुर शराब के नशे में बेसुध था। इसी मौके का फायदा उठाकर सिंगरौली हत्या कांड के दोनों शूटरों ने मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। फिर शव को एक बोरी में भरकर गोपद नदी के पास फेंक दिया, ताकि कोई उसे पहचान न सके।

पुलिस ने फूलमती के बयान के आधार पर दोनों हत्यारों को भी गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में प्रयुक्त बोरी, कपड़े और अन्य साक्ष्यों को जब्त कर लिया है।

सिंगरौली हत्या कांड में तीन गिरफ्तार, जांच अब भी जारी

सिंगरौली पुलिस ने इस सिंगरौली हत्या कांड में फूलमती सिंह, शिव कैलाश सिंह और भूपत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों से पूछताछ जारी है और पुलिस अन्य कोणों से भी जांच कर रही है कि कहीं इस घटना के पीछे और कोई व्यक्ति तो शामिल नहीं था।

पड़ोसियों का बयान: ‘रोज का झगड़ा बन गया था नर्क’

पड़ोसियों ने बताया कि लाल बहादुर आए दिन शराब के नशे में घर आता था और बहन व मां को पीटता था। फूलमती कई बार समाज में इस बात की शिकायत भी कर चुकी थी, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। इस सिंगरौली हत्या कांड में समाज भी हैरान है कि कैसे एक महिला अपने ही भाई को मारने तक मजबूर हो गई।

कानूनी कार्रवाई और समाज के लिए चेतावनी

इस तरह के सिंगरौली हत्या कांड समाज में गहरी चोट छोड़ जाते हैं। एक ओर घरेलू हिंसा और शराब की लत, दूसरी ओर न्याय की आस टूट जाने पर उठाया गया क्रूर कदम। कानून अब अपना काम करेगा, लेकिन इस घटना ने साफ कर दिया कि नशा और हिंसा न केवल आत्मघाती हो सकती है, बल्कि दूसरों के लिए भी जानलेवा बन सकती है।

पुलिस अधीक्षक का बयान: ‘मामला संवेदनशील, सभी पहलुओं की जांच जारी’

सिंगरौली के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि यह मामला बेहद संवेदनशील है। प्रारंभिक पूछताछ में हत्या का कारण घरेलू हिंसा बताया गया है, लेकिन पुलिस सभी तकनीकी साक्ष्यों, मोबाइल लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।

सिंगरौली हत्या कांड समाज के लिए आईना

सिंगरौली हत्या कांड केवल एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि सामाजिक विफलता की कहानी भी है। जब घर का ही सदस्य लगातार पीड़ा का कारण बन जाए, और महिलाएं कानून या समाज से निराश होकर खुद फैसला लेने लगें, तो यह पूरे सिस्टम के लिए सवाल है।

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